द्रास जम्मू-कश्मीर के कार्गिले जिले का एक छोटा सा शहर है. अक्सर लोग लद्दाख जाते समय यहां घूमते हैं. यही नहीं अमरनाथ यात्रा की शुरुआत भी यहीं से होती है. ये कश्मीर की सियालकोट घासी में स्थित है. यहां का अभी तक का सबसे कम तापमान 1995 में देखा गया था जो -60 डिग्री सेल्सियस था. यह देश के सबसे ठंडे शहर में से एक है.
लद्दाख की राजधानी लेह बहुत पॉपुलर टूरिस्ट डेस्टिनेशन में से एक है. यह जगह अपने इतिहास और खूबसूरत प्राकृतिक सौंदर्य के लिए प्रसिद्ध है. यहां का शांति स्तूप, लेह पैलेस, पेन्गॉन्ग लेक और अन्य कई खूबसूरत जगहें टूरिस्ट की पसंदीदा हैं. यहां का अबतक का सबसे कम तापमान -28.3 डिग्री सेल्सियस नोट किया गया है.
सिक्किम और खास तौर पर नॉर्थ सिक्किम अपनी ठंड के लिए बहुत प्रसिद्ध है. नॉर्थ सिक्किम में दो सबसे ठंडे शहर हैं लाचुंग और थांगू वैली जो टूरिस्ट की पसंदीदा जगहों में से एक हैं. यहां आने वाले लोग अक्सर जीरो प्वाइंट, लाचुंग मॉनेस्ट्री, क्रो लेक आदि जाते हैं. अधिकतर लोग यहां गर्मियों की छुट्टियां मनाने जाते हैं .
स्पीति सिर्फ शहर नहीं है ये पूरी की पूरी खूबसूरत घाटी है. इसके नाम का मतलब है ‘बीच वाली जमीन’ क्योंकि ये तिब्बत और भारत के बीच में स्थित है. इसमें काजा शहर है जो 3800 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है. यहां बौद्ध समाज की संस्कृति देखी जा सकती है. ये जगह भारत में अपने याक मोमोज के लिए फेमस है. यह जगह लद्दाख टूरिज्म का अहम हिस्सा है जहां हर साल लाखों लोग पहुंचते हैं.
कारगिल युद्ध ही नहीं कई अन्य कारणों से भी यह जगह काफी प्रसिद्ध है. यह सुरु नदी के पास स्थित है. समुद्र तल से इस जगह की उंचाई 2676 मीटर है. इस शहर के 15 किलोमीटर दूर ही पशखूम शहर के खंडहर और महल हैं. इसके आगे जाएं तो कारगिल-लेह रोड पर एक बौद्ध शहर है जिसे मलबेक कहते हैं. यहां घूमने जाने का एक्सपीरियंस अत्यंत अनोखा होगा.