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Travel in Monsoon: मानसून में जाएं इन हिल स्टेशन पर, चेक करें पूरी लिस्ट

Travel in Monsoon: अगर आप भी मानसून का मजा किसी हिल स्टेशन पर जाकर उठाना चाहते हैं तो उत्तराखंड हिमाचल से अलग इन जगहों का बना सकते हैं प्लान

Travel in monsoon: भारत में लोग गर्मी और जाड़े की छुट्टियों में घूमने का प्लान करते हैं. ज्यादातर लोग मानसून में ट्रैवल करने से परहेज करते हैं, पर कई लोग इस मौसम का मजा लेने के लिए ट्रैवल करना चाहते हैं. अगर आप भी मानसून का मजा किसी हिल स्टेशन पर जाकर उठाना चाहते हैं तो उत्तराखंड हिमाचल से अलग इन जगहों का बना सकते हैं प्लान

शिलांग, मेघालय

आज, शिलॉन्ग नॉर्थ ईस्ट भारत में टॉप एजुकेशनल हब में से एक है. यहां कई प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थान हैं. शिलॉन्ग पर्यटकों के लिए भी एक खास जगह है. आइए जानते हैं कि शिलॉन्ग में आप किन किन जगहों पर घूम सकते हैं. भारत में सबसे ज्यादा नम राज्य में स्थित होने की वजह से, शिलॉन्ग में गर्मी, सर्दी और बारिश में बारिश होती रहती है. अप्रैल और जून के बीच के महीनों में गर्मी के दौरान यहां का तापमान मुश्किल से ही 25 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा होता है. शिलांग, मौसिनराम से 55 किलोमीटर की थोड़ी दूरी पर स्थित है. मौसिनराम, धरती पर सबसे ज्यादा बारिश वाली जगहों के तौर पर जाना जाता है. शिलॉन्ग में सर्दियों के मौसम में टेंपरेचर 16 डिग्री से 5 डिग्री के बीच रहता है.

शिलॉन्ग में कई हरी भरी पर्वत चोटियां, झरने हैं. यहां आपको भूकंप से बचने के लिए बनाए गए असम स्टाइल के घर भी दिखाई देते हैं. Lake Hydari Park, Ward’s Lake, Cathedral Catholic Church, State Museum, Eagle Spread falls, Sweet falls, Elephant Falls, Shillong Peak और Golf Course यहां घूमने के लिए बेस्ट डेस्टिनेशंस है.

अगर आप शिलॉन्ग से बाहर पूरे मेघालय की बात करें तो Dawki में Umngot River, Jowai में Krang Suri Waterfalls, Mawsynram Village में Mawjymbuin Caves, Nongriat में Double Decker Bridge आदि जगहें भी बेहद खास हैं.

मेघालय राज्य की राजधानी शिलाॉन्ग में आप सड़क मार्ग से आसानी से पहुंच सकते हैं. यहां शहर में एक हवाईअड्डा भी है लेकिन फ्लाइट्स कम ही आती हैं. गुवाहाटी एयरपोर्ट की फ्लाइट लेकर भी आप सड़क मार्ग से यहां आ सकते हैं. मेघालय में कोई रेलवे लाइन नहीं है और शिलॉन्ग का नजदीकी रेलवे स्टेशन भी गुवाहाटी शहर में है. गुवाहाटी बस स्टेशन से बस लेकर या टैक्सी किराए पर लेकर शिलॉन्ग पहुंचा जा सकता है.

गोवा

गोवा में घूमने के लिए न सिर्फ बीच हैं, बल्कि यहां पर आपको कई वॉटरफॉल के नजारे देखने को मिल सकते हैं. खासतौर पर मॉनसून में इसकी खूबसूरती काफी ज्यादा बढ़ जाती है. मॉनसून में आप धुधासागर वॉटरफॉल के साथ-साथ भगवान महावीर सेंचुरी में टेंबडी सुला वॉटरफॉ की खूबसूरती देख सकते हैं. इसके अलावा मैनापी और सावरी वॉटरफॉल का नजारा भी देखने लायक है. अगर आपको एडवेंचर्स काफी पसंद हैं तो गोवा में आप रिवर राफ्टिंग का मजा ले सकते हैं. मानसून में यहां रिवर राफ्टिंग करने से मौसम का मजा काफी बढ़ जाएगा. इस मौसम में आप म्हैदी नदी में रिवर राफ्टिंग कर सकते हैं. इसके अलावा यहां पर कई ट्रेवल ग्रुप होते हैं, जो आपको राफ्टिंग प्रोवाइड करवा सकते हैं.

कुर्ग

कूर्ग ( Coorg ) मानसून में घूमने के लिए एक बेहतरीन विकल्प है. ये जगह यहां पर बिखरी हरियाली के लिए के प्रसिद्ध है. साउथ के लोगों के बीच ये जगह है काफी पसंद की जाती है। लोगों का पसंदीदा हॉलिडे डेस्टिनेशन है कूर्ग.

कुर्ग कर्नाटक के बेहद लोकप्रिय पर्यटन स्‍थलों में से एक है. कुर्ग कर्नाटक के दक्षिण पश्चिम भाग में पश्चिमी घाट के पास एक पहाड़ पर स्थित जिला है. । ये समुद्र स्‍तर से लगभग 900 मीटर से 1715 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है।पर्यटकों को क्यों भाता है कूर्गxकुर्ग में आपको बेहद सुंदर घाटियां, रहस्‍यमयी पहाड़ियां, बड़े-बड़े कॉफी के बागान, पानी का शोर मचाते झरने, चाय के बागान, चारो ओर फैली हरियाली, संतरे के पेड़, बुलंद चोटियां और तेजी से बहने वाली नदियां यहां आने वाले पर्यटकों का मन मोह लेती हैं। ये जगह दक्षिण भारत के लोगों का बेहद पसंदीदा वीकेंड गेटवे माना जाता है.दक्षिण में स्थित कन्‍नड़ के लोग यहां विशेष रूप से वीकेंड मनाने यहीं आते है.

कुर्ग में पर्यटकों के लिए काफी दिलचस्प और दर्शनीय पर्यटन स्‍थल माना जाता है। यहां आकर पर्यटक पुराने मंदिरों, ईको पार्क, झरनों और सेंचुरी की खूबसूरती में खो जाते हैं। अगर आप कूर्ग की घूमने जाएं तो अब्‍बे फॉल्‍स, ईरपु फॉल्‍स, मदीकेरी किला, राजा सीट, नालखंद पैलेस और राजा की गुंबद की सैर करना ना भूलें। कुर्ग में कई धार्मिक स्‍थल भी बहुत प्रसिद्ध हैं जिनमें से भागमंडला, तिब्‍बती गोल्‍डन मंदिर, ओमकारेश्‍वर मंदिर और तालाकावेरी प्रमुख हैं।

हवाई जहाज़ से कैसे पहुंचे कुर्ग ( How to reach Coorg by plane )

अगर आप हवाई यात्रा से कूर्ग जाने की योजना बना रहे हैं तो आपको मंगलोर एयरपोर्ट सबसे नज़दीक पड़ेगा. ये यहां से करीब 160 किलोमीटर की दूरी पर है. इसके अलावा इंटरनैशनल एयरपोर्ट बेंगलुरु है जो यहां से लगभग 265 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. यहां से आपको दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, कोलकाता, हैदराबाद जैसे शहरों से एयरपोर्ट्स की डायरेक्ट फ्लाइट भी मिल जाएगी.

ट्रेन से कैसे पहुंचे कुर्ग ( How to reach Coorg by train )

यहाँ से आप कर्नाटक के मैसूर तक ट्रेन से जा सकते हैं। मैसूर स्टेशन से कुर्ग के सबसे नजदीक है. दोनों के बीच की दूरी लगभग 95 किलोमीटर है. यही पर स्थित मैसूर स्टेशन देश के लगभग सभी बड़े स्टेशनों से कनेक्टेड है. मैसूर के अलावा मंगलौर स्टेशन तक की भी ट्रेन यहां जाने के लिए ले सकते हैं.

बस द्वारा सड़क मार्ग से कैसे पहुंचे कुर्ग ( How to reach Coorg by bus )

बस पकड़कर भी आप कुर्ग की सैर कर सकते हैं। अगर आप बेंगलुरु से ड्राइव करके कुर्ग जाना चाहते हैं तो आपको करीब साढ़े चार घंटे का समय लग सकता है। आप चेन तो कुर्ग तक की डायरेक्ट बस भी ले सकते हैं।

मुन्‍नार

मुन्‍नार घूमने के लिए कई विकल्‍प प्रदान करता है जो लोग भी यहां अपनी छुट्टियां बिताने आते हैं, वो यहाँ ये यादगार लम्हें अपने साथ ले जाते हैं। मुन्‍नार के पर्यटन स्‍थलों की सैर बहुत सुखद अनुभव प्रदान करने वाली होती है। ज़्यादातर लोग यहां घूमने यहां के अच्‍छे और शानदार मौसम की वजह से आते हैं।

मुन्नार हिल स्टेशन है हनीमून के लिए बेस्ट चॉइस

मुन्नार पर्यटकों की पसंदीदा लिस्ट में शुमार है। मुन्‍नार एक मलयालम शब्द है जिसका अर्थ होता है तीन नदियों का संगम. यहां आपको तीन नदियां देखने को मिलेंगीं ये हैं मधुरपुजहा, नल्‍लाथन्‍नी और कुंडाली. ये नदियां एक ही स्थान पर मिलती हुई दिखाई देंगी। मुन्नार केरल के इडुक्की जिले में स्थित है. यहां का हिल स्टेशन यहां की विस्तृत भू-भाग में फैली चाय की खेती, हरियाली, चारों ओर फैले बागान, औपनिवेशिक बंगले, छोटी नदियां, तालाब, झरनें और ठंड का मौसम.

मुन्नार हिल स्टेशन के आसपास के घूमने के पर्यटन स्थल

जब मुन्नार जायें तो इसके आस-पास स्थित पर्यटन स्थल इरविकुलम राष्ट्रीय उद्यान, आनामुड़ी शिखर, माट्टूपेट्टी, पल्लिवासल, चिन्नकनाल, अनयिंरगल, टॉप स्टेशन, चाय संग्राहलय भी ज़रूर देखें.

कैसें पहुंचें मुन्नार हिल स्टेशन

अगर आप मुन्नार जाने की योजना बना रहे हैं तो आपको बता दें मुन्‍नार सड़क मार्ग द्वारा दो राज्‍यों केरल और तमिलनाडु से जुड़ा हुआ है. मुन्नार के लिए अन्‍य शहरों से भी बसें आपको आसानी से मिल जाएगी. मुन्‍नार बहुत ज़्यादा पसंद किया जाने वाला पर्यटन स्‍थल है। छुट्टियों में लोग यहां आना पसंद करते हैं। यही कारण है कि यहां की कई निजी बसें यहां की यात्रा का टूर पैकेज ऑफर भी देते हैं. अगर टूर पैकेज की बात करें तो यहां की यात्रा के लिए टूर पैकेज की शुरूआत 1000 रूपए से होती है.

यहां के लिए निकटतम रेलवे स्टेशन है तेनी (Theni) (तमिलनाडु), ये लगभग 60 किमी दूर है और चेंगनचेरी, लगभग 93 किमी दूरी पर स्थित है। यहां के लिए निकटतम हवाईअड्डा है मदुरई (तमिलनाडु), ये लगभग 140 किमी दूर है और वहीं कोचीन अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डा, यहाँ से लगभग 190 किमी दूरी पर स्थित है।

स्पीति घाटी

जब आप स्पीति घाटी में कदम रखते हैं तो लंबी घुमावदार सड़कें और घाटियां जो ठंडे रेगिस्तान और बर्फ से ढके पहाड़ों के कभी न भूलने वाली व्यू दिखाई देते हैं. हिमाचल प्रदेश में स्थित स्पीति घाटी, समुद्र तल से 12,500 फीट की ऊंचाई पर है, और यहां साल में केवल 250 दिनों की धूप मिलती है, जिससे यह देश के सबसे ठंडे स्थानों में से एक बन जाता है.

स्पीति का शाब्दिक अर्थ है ‘मिडल आॉफ लैंड’, जो हिमाचल प्रदेश राज्य के पूर्वी भाग में भारत के क्षेत्र और चीन के तिब्बत क्षेत्र की नजदीकी बॉर्डर के बीच स्थित है. ट्रेकर्स और हाइकर्स के एडवेंचर के लिए एक स्वर्ग है. यह जगह काफी ऊंचा और कठिन है. लाहौल और स्पीति जिले में दोनों घाटियां शामिल हैं जो कुंजुम दर्रे से अलग होती हैं.

स्पीति घाटी भारत और तिब्बत के बीच की मध्य भूमि है. इसमें दोनों देशों की मिश्रित कल्चर और ट्रेडिशन हैं. यह अपने बेशुमार मठों और मंदिरों के कारण बौद्धों के लिए एक रिसर्च केंद्र है. ताबो मठ दलाई लामा का पसंदीदा है और दुनिया के सबसे पुराने बौद्ध मठों में से एक है. यह बौद्ध धर्म के निंगमापा संप्रदाय के कुछ जीवित बुचेन लामाओं का घर है.

कैसे पहुंचें स्पीति घाटी

1. हवाई मार्ग से ( By Air )

स्पीति घाटी का नजदीकी हवाई अड्डा भुंतर, में कुल्लू हवाई अड्डा है. यह हवाई अड्डा देश के महत्वपूर्ण शहरों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है, यहां से आप स्पीति तक पहुंचने के लिए टैक्सी किराए पर ले सकते हैं.

2. ट्रेन से ( By Train )

स्पीति घाटी के नजदीकी रेलवे स्टेशन जोगिंदर नगर रेलवे स्टेशन हैं. और यह रेलवे स्टेशन शिमला में स्थित हैं. घाटी तक पहुंचने के लिए आप रेलवे स्टेशन से टैक्सी किराए पर ले सकते हैं.

3. सड़क मार्ग से (By Road)

स्पीति घाटी के एडवेंचर का पूरा मज़ा उठाना चाहते हो तो सड़क मार्ग से जाना सबसे बेस्ट आॉप्शन हेगा आपके लिए.अगर आप बाइक राइडिंग के शौकीन हैं. तो आप यहां बाइक से आ सकते हो और अगर बाइक से नहीं जाना चाहते हो तो आप यह अपनी कार से भी जा सकते हो दोनों ही विकल्प शानदार है.

कच्छ

कच्छ अपनी कढ़ाई और शिल्प और राजहंस और जंगली सेंचुरी के लिए भी फेमस है. कच्छ के रण की खोज शुरू करने के लिए भुज एक अच्छी जगह है. भुज के पास, मांडवी के खूबसूरत समुद्र तट आपकी कच्छ छुट्टी पर देखने लायक हैं. धोलावीरा एक ऐतिहासिक शहर है, और यह पर्यटकों के लिए एक दर्शनीय स्थल है.

कच्छ का नजदीकी हवाई अड्डा भुज हवाई अड्डा है, जो शहर के केंद्र से लगभग 70 किलोमीटर दूर है, और वहां से पर्यटक अपने जगह के लिए कैब ले सकते हैं. हालांकि, हवाई अड्डे का विमान कनेक्शन सीमित है क्योंकि यह केवल दिल्ली और मुंबई जैसे बड़े शहरों को कवर करता है.

पर्यटक अहमदाबाद में सरदार वल्लभभाई पटेल ओवरसीज हवाई अड्डे से भी यात्रा कर सकते हैं, जो सभी भारतीय शहरों और अंतरराष्ट्रीय स्थलों के लिए नियमित कनेक्शन है.

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