आप अगर अपने परिवार के साथ छुट्टियां मनाने के लिए कहीं जाने की प्लानिंग कर रहे हैं, तो इस प्लानिंग में ट्रैवल इंश्योरेंस पॉलिसी को शामिल करना न भूलें. यह पॉलिसी आपकी यात्रा को सुखद व यादगार बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है.
- यात्रा से पहले परिवार में किसी की अचानक मृत्यु होने या किसी अन्य वजह से ट्रिप कैंसिल हो जाने, बीमारी की वजह से यात्रा में देरी होने या सफर के दौरान किसी दुर्घटना का शिकार होने पर यह पॉलिसी आपको वित्तीय नुकसान से बचाती है.
- ट्रैवल इंश्योरेंस पॉलिसी यात्रा के बीच आपका सामान या पासपोर्ट चोरी होने की स्थिति में भी कवर देती है. ऐसे में बीमा कंपनी टेम्परेरी पासपोर्ट अरेंज करने में आपकी मदद करती है. हां, मगर आपको पहले से कोई बीमारी है, तो यह पॉलिसी उसे कवर नहीं करती. इसी तरह यदि आप यात्रा के दौरान किसी खतरनाक गतिविधि का हिस्सा बनते हैं और आपको किसी तरह की चोट लग जाती है, तो इस स्थिति में यह पॉलिसी काम नहीं करती.
- विदेशों की यात्रा के दौरान आपके सामने अगर मेडिकल इमरजेंसी आ जाती है, तो इंश्योरेंस कंपनी आपके इलाज पर बीमित राशि के बराबर का कवर उपलब्ध कराती है. यह सुविधा घरेलू यात्राओं पर भी मिलती है.
- यात्रा के दौरान यदि आप किसी ऐसी जगह पर बीमार हो जाते हैं, जहां बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं नहीं हैं, तो ट्रैवल इंश्योरेंस देने वाली कंपनी नजदीकी शहर या देश में आपको पहुंचाकर समय पर इलाज उपलब्ध कराती है.
- कुछ देश, जैसे बेल्जियम, डेनमार्क, फ्रांस, जर्मनी, इटली, स्वीडन, स्विट्जरलैंड, ऑस्ट्रेलिया, क्यूबा व यूएई के दुबई आदि की यात्रा के लिए ट्रैवल इंश्योरेंस होना अनिवार्य शर्त है.
समझदारी से करें पॉलिसी का चयन
इंश्योरेंस रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी के मुताबिक किसी भी व्यक्ति को ट्रैवल इंश्योरेंस पॉलिसी लेने से पहले यह समझ लेना चाहिए कि पॉलिसी के तहत किन-किन चीजों को कवर किया जा रहा है. इंश्योरेंस कंपनियां अपने अनुसार अलग-अलग नाम से ट्रैवल पॉलिसी ऑफर करती हैं. ऐसे में जरूरी है कि ट्रैवल इंश्योरेंस पॉलिसी का चयन करते वक्त कुछ बातों पर ध्यान दें.
- अधिकतर ट्रैवल इंश्योरेंस कंपनियां 30 से 180 दिन की अवधि वाले सफर के लिए पॉलिसी ऑफर करती हैं. बेहतर होगा कि आप अपने सफर की अवधि से कुछ दिन बाद तक एक्टिव रहने वाली पॉलिसी का चयन करें. लंबे सफर की अवधि के लिए प्रीमियम की राशि ज्यादा होती है. यदि आपको आये दिन यात्रा पर जाने की आवश्यकता पड़ती है, तो आप सालाना मल्टीट्रिप पॉलिसी ले सकते हैं. इनमें कई ट्रिप पर कवर मिलता है.
- अगर आप परिवार के साथ सफर कर रहे हैं, तो पॉलिसी लेते वक्त यह देख लें कि उसमें वरिष्ठ नागरिकों का कवर मिल रहा है या नहीं. यदि नहीं, तो आप पॉलिसी को दो हिस्सों बांट सकते हैं और सीनियर सिटीजन के लिए ट्रैवल इंश्योरेंस प्लान का चयन कर सकते हैं.
- ट्रैवल इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदने के लिए आखिरी समय का इंतजार न करें. अगर सफर तय है, तो इंश्योरेंस भी ले लें. ट्रैवल इंश्योरेंस कराने का बेहतर समय यात्रा शुरू करने से 15 दिन पहले का होता है. कुछ कंपनियां 15 दिन पहले ट्रैवल इंश्योरेंस लेने पर कुछ बोनस कवरेज भी देती हैं.
- पॉलिसी लेने के लिए सिर्फ ट्रैवेल एजेंट के मुताबिक बताये कवर पर ध्यान न दें. जहां तक हो सके ज्यादा से ज्यादा जानकारी जुटाएं और अपना विकल्प खुद चुनें.
- अगर आप सस्ते ट्रैवल इंश्योरेंस खरीदने के चक्कर में हैं, तो ऐसा करने से बचें, क्योंकि हो सकता है कि वह आपकी जरूरतों के मुताबिक पर्याप्त न हो.
मेडिकल क्लेम पर दें जोर
ट्रैवल इंश्योरेंस में मेडिकल कवर सबसे अहम होता है, इसलिए आप जिस देश की यात्रा पर जा रहे हैं, वहां के मेडिकल खर्चों के बारे में पहले से ही जानकारी ले लें. इससे आपको इंश्योरेंस कवर का आकार तय करने में आसानी होगी. उदाहरण के लिए यदि आप किसी एशियाई देश जा रहे हैं, तो कम बीमा कवर वाले प्लान पर्याप्त हैं, लेकिन अगर उत्तरी अमेरिका के किसी देश की यात्रा कर रहे हैं तो बड़ी राशि का प्लान लेना पड़ सकता है.
बारीकी से समझें क्लेम का तरीका
पॉलिसी लेने के साथ ही इसके लिए क्लेम करने के तरीके को अच्छी तरह से समझ लें. यदि आप विदेश की यात्रा पर हैं और आपको वहां पॉलिसी के लिए क्लेम करने की आवश्यकता पड़ती है, तो इस स्थिति में आपको पता होना चाहिए कि किन नंबरों पर फोन करके आप सहायता प्राप्त कर सकते हैं. आमतौर पर पॉलिसी में हॉट नंबर दिये होते हैं, यात्रा के दौरान आपको इन नंबरों की जानकारी रखनी होगी.