Bihar Tourism: जैन और बौद्ध धर्म का प्रमुख आध्यात्मिक केंद्र है वैशाली,जरूर विजिट करें ये जगहें

Bihar Tourism: बिहार का वैशाली शहर धार्मिक और ऐतिहासिक जगहों पर घूमने के शौकीन लोगों के लिए खास है. यहां कई प्राचीन और प्रमुख पर्यटन स्थल मौजूद हैं. तो आइए आपको बताते हैं क्यों खास है वैशाली.

By Rupali Das | July 27, 2024 4:14 PM

Bihar Tourism: बिहार राज्य के प्राचीन ऐतिहासिक पर्यटन स्थलों में से एक है वैशाली. राजधानी पटना से करीब 54 किलोमीटर दूर स्थित वैशाली जिले में कई प्रसिद्ध पर्यटन स्थल मौजूद हैं. यह जगह बौद्ध और जैन धर्म के लोगों के लिए महत्वपूर्ण है. इसी जगह भगवान महावीर का जन्म हुआ था. यह भगवान बुद्ध की कर्मभूमि थी, जहां की धरती पर बुद्ध ने तीन बार आगमन किया था. भगवान बुद्ध के काल में सोलह महाजनपदों में वैशाली का स्थान मगध के तरह महत्त्वपूर्ण था. अगर आप भी ऐतिहासिक और धार्मिक स्थलों को घूमने के शौकीन हैं तो जरुर विजिट करें वैशाली. यहां के कुछ प्रमुख पर्यटन स्थल हैं:

विश्व शांति स्तूप

बिहार के वैशाली जिले में स्थित विश्व शांति स्तूप एक शांति स्तूप है, जो वैशाली जिले में देखे जाने वाला सबसे प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है. भगवान बुद्ध को समर्पित इस स्तूप का निर्माण जापानी वास्तुकला में किया गया है जो पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है. विश्व शांति स्तूप सफेद संगमरमर से बना खूबसूरत स्मारक है, जो चारों ओर से हरियाली से घिरा हुआ है. यहां आकर पर्यटकों को शांति भाव महसूस होता है.

अशोक स्तंभ

विश्व प्रसिद्ध अशोक स्तंभ का निर्माण सम्राट अशोक ने कलिंग नरसंहार के बाद करवाया था. कलिंग संग्राम के बाद अशोक बौद्ध धर्म के अनुयायी बन गए थे. इस कारण भगवान बुद्ध के अंतिम उपदेश को याद करने के लिए उन्होंने अशोक स्तंभ का निर्माण करवाया था. इस प्रसिद्ध स्तंभ के शीर्ष पर शेर मौजूद हैं.

Also Read: Bihar Tourism: रामायण काल से जुड़ा है कुशेश्वर धाम का इतिहास, जानिए इसका धार्मिक महत्व

भगवान महावीर जन्मस्थली

वैशाली का प्रमुख धार्मिक स्थल है भगवान महावीर जन्मस्थली. वासोकुंड में स्थित इस धार्मिक स्थल में महावीर की प्रतिमा स्थापित है. यहां मौजूद मंदिर की नक्काशी काफी खूबसूरत है.

चौमुखी महादेव मंदिर

वैशाली जिले में भगवान शिव को समर्पित एक प्राचीन प्रसिद्ध मंदिर भी मौजूद है. इस मंदिर को चौमुखी महादेव मंदिर के नाम से जाना जाता है. यहां स्थापित शिवलिंग के चार मुख हैं. इस मंदिर में सावन और महाशिवरात्रि के मौके पर भक्तों का तांता लगा रहता है.

वैशाली पुरातत्व संग्रहालय

साल 1971 में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने वैशाली पुरातत्व संग्रहालय की स्थापना की थी. इस संग्रहालय में मौर्य, कुषाण, गुप्त और मध्ययुगीन संस्कृतियों से जुड़ी प्राचीन वस्तुओं को संग्रहित कर रखा गया है.

Also Read: Bihar Tourism: सावन में आ रहे हैं बिहार, तो जरूर करें इन प्रसिद्ध शिवालयों के दर्शन

जरूर देखें:

Next Article

Exit mobile version