भारतीय यात्रियों द्वारा की जाने वाली सामान्य ट्रैवल इंश्योरेंस गलतियाँ

भारतीय यात्रियों की सबसे बड़ी गलती यही होती है कि वे यह मान लेते हैं कि उनकी यात्रा के दौरान सब कुछ ठीक रहेगा. कई यात्री सोचते हैं कि ट्रैवल इंश्योरेंस की कोई जरूरत नहीं है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 30, 2024 3:58 PM


घूमने का शौक भारतीयों में तेजी से बढ़ रहा है. चाहे घरेलू यात्रा हो या अंतरराष्ट्रीय, हर साल लाखों भारतीय नई जगहों की खोज में निकलते हैं. परिवार, दोस्तों या अकेले यात्रा करने का जोश हर किसी में होता है. यात्रा से पहले फ्लाइट टिकट, होटल बुकिंग और वीज़ा जैसी चीजों की प्लानिंग पर खासा ध्यान दिया जाता है. लेकिन, इसी बीच एक बहुत ही महत्वपूर्ण चीज़ को अक्सर नज़रअंदाज कर दिया जाता है, और वह है – ट्रैवल इंश्योरेंस.

ट्रैवल इंश्योरेंस न केवल यात्रा को सुरक्षित बनाता है, बल्कि अप्रत्याशित घटनाओं से आर्थिक सुरक्षा भी देता है. इसके बावजूद, कई भारतीय इसे गैर-जरूरी मानते हैं. इस मानसिकता के कारण वे ट्रैवल इंश्योरेंस को नजरअंदाज करते हैं और कई बार बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. ऐसे में यह समझना बेहद जरूरी है कि ट्रैवल इंश्योरेंस क्यों महत्वपूर्ण है और इसे लेने में भारतीय यात्री कहां-कहां गलतियां कर बैठते हैं.

यात्रा के दौरान समस्याओं की अनदेखी करना

भारतीय यात्रियों की सबसे बड़ी गलती यही होती है कि वे यह मान लेते हैं कि उनकी यात्रा के दौरान सब कुछ ठीक रहेगा. कई यात्री सोचते हैं कि ट्रैवल इंश्योरेंस की कोई जरूरत नहीं है. यह सोच खासतौर पर उन लोगों में देखने को मिलती है, जो घरेलू यात्राएं करते हैं.

लेकिन आंकड़े बताते हैं कि यात्रा के दौरान अप्रत्याशित घटनाएं काफी आम हैं. फ्लाइट कैंसिलेशन, सामान गुम होना, मेडिकल इमरजेंसी या यात्रा में किसी तरह की देरी – यह सब कभी भी हो सकता है. ऐसे में ट्रैवल इंश्योरेंस लेना आपकी यात्रा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होना चाहिए. यदि किसी कारणवश आपकी यात्रा रद्द होती है, तो ट्रैवल इंश्योरेंस आपकी लागत को कवर कर सकता है.

सस्ते प्लान्स का मोह

जब बात ट्रैवल इंश्योरेंस की होती है, तो भारतीय यात्री सस्ते प्लान्स को प्राथमिकता देते हैं. उनकी धारणा होती है कि सस्ते प्रीमियम के साथ भी वे अपनी यात्रा के लिए सुरक्षित हैं. लेकिन सस्ते प्लान्स में अक्सर कई महत्वपूर्ण कवरेज नहीं होते, जैसे मेडिकल इमरजेंसी, सामान गुम होना, फ्लाइट कैंसिलेशन आदि.

उदाहरण के तौर पर, एक यात्री ने केवल 500 रुपये का सस्ता प्लान लिया, लेकिन जब उनकी फ्लाइट डिले हुई और उन्हें नई फ्लाइट लेनी पड़ी, तो उन्हें पूरी लागत खुद वहन करनी पड़ी, क्योंकि उनके प्लान में यह कवरेज शामिल नहीं था. सस्ते प्लान्स से बचते हुए यह सुनिश्चित करना जरूरी है कि आपकी पॉलिसी आपकी यात्रा की जरूरतों को पूरी तरह कवर करे.

पॉलिसी के नियमों को बिना पढ़े खरीदना

ट्रैवल इंश्योरेंस लेते समय एक आम गलती यह होती है कि यात्री पॉलिसी की शर्तों को पढ़े बिना ही उसे खरीद लेते हैं. कई बार यह जल्दबाजी में किया जाता है, तो कई बार यह सोचकर कि इसमें कुछ खास देखने की जरूरत नहीं है.

इसका नतीजा यह होता है कि क्लेम करते समय उन्हें पता चलता है कि उनकी पॉलिसी में वह कवरेज है ही नहीं, जिसकी उन्हें जरूरत थी. उदाहरण के तौर पर, बहुत सी पॉलिसी पहले से मौजूद बीमारियों (Pre-Existing Conditions) को कवर नहीं करती हैं. इसी तरह, कुछ पॉलिसी में फ्लाइट कैंसिलेशन या सामान गुम होने का कवर नहीं होता.

यात्रियों को चाहिए कि पॉलिसी खरीदने से पहले उसकी सभी शर्तों को ध्यानपूर्वक पढ़ें और यह सुनिश्चित करें कि वह उनकी यात्रा की सभी संभावित समस्याओं को कवर करती है.

अंतरराष्ट्रीय यात्रा में इंश्योरेंस की अनदेखी

अंतरराष्ट्रीय यात्राएं अक्सर लंबी और महंगी होती हैं. इसके बावजूद, भारतीय यात्री अंतरराष्ट्रीय यात्रा करते समय ट्रैवल इंश्योरेंस को उतनी प्राथमिकता नहीं देते. कई यात्री इसे केवल एक औपचारिकता मानते हैं.

विदेश में मेडिकल इमरजेंसी का खर्च भारत की तुलना में कई गुना ज्यादा होता है. उदाहरण के लिए, अमेरिका में किसी साधारण चोट के इलाज का खर्च भी हजारों डॉलर तक पहुंच सकता है. यदि आपके पास ट्रैवल इंश्योरेंस नहीं है, तो यह खर्च आपकी पूरी यात्रा के बजट को बर्बाद कर सकता है.

इंटरनेशनल ट्रैवल इंश्योरेंस न केवल मेडिकल कवरेज देता है, बल्कि फ्लाइट डिले, सामान गुम होना और यात्रा में अन्य समस्याओं से भी सुरक्षा प्रदान करता है.

फ्लाइट कैंसिलेशन और सामान गुम होने का कवर न लेना

फ्लाइट कैंसिलेशन या सामान गुम हो जाना यात्रा के दौरान बहुत ही आम समस्याएं हैं. इसके बावजूद, कई यात्री ट्रैवल इंश्योरेंस लेते समय इन कवरेज को नज़रअंदाज कर देते हैं. यदि आपकी फ्लाइट कैंसिल हो जाती है, तो आपको होटल का खर्च, नई फ्लाइट का टिकट और अन्य व्यवस्थाएं खुद करनी पड़ सकती हैं. इसी तरह, यदि आपका सामान गुम हो जाता है, तो इसका खर्च भी आपकी जेब से जाता है.

यात्रा को तनावमुक्त बनाने के लिए यह जरूरी है कि इंटरनेशनल ट्रैवल इंश्योरेंस में फ्लाइट कैंसिलेशन और सामान गुम होने का कवरेज जरूर शामिल हो.

एडवेंचर एक्टिविटीज के लिए कवरेज की अनदेखी

आजकल कई लोग एडवेंचर स्पोर्ट्स के लिए यात्रा करते हैं, जैसे स्कूबा डाइविंग, ट्रेकिंग या पैराग्लाइडिंग. लेकिन, इन यात्राओं में एडवेंचर स्पोर्ट्स के लिए कवरेज लेना जरूरी होता है, जिसे अक्सर यात्री अनदेखा कर देते हैं.

एडवेंचर स्पोर्ट्स में चोट लगने या दुर्घटना की संभावना ज्यादा होती है। ऐसे में, यदि आपके पास सही ट्रैवल इंश्योरेंस नहीं है, तो आपको इसका पूरा खर्च खुद वहन करना पड़ सकता है. एडवेंचर ट्रिप्स पर जाने वाले यात्रियों को इस कवरेज पर विशेष ध्यान देना चाहिए.

पॉलिसी खरीदने में देरी करना

अक्सर यात्री ट्रैवल इंश्योरेंस को अंतिम समय पर खरीदते हैं. लेकिन, इसमें देरी करना एक बड़ी गलती हो सकती है. यदि आपकी पॉलिसी यात्रा शुरू होने से पहले एक्टिव नहीं है, तो क्लेम करना संभव नहीं होगा.

यात्रा की योजना बनाते समय ही इंटरनेशनल ट्रैवल इंश्योरेंस खरीद लेना चाहिए. यह सुनिश्चित करें कि आपकी पॉलिसी आपकी यात्रा शुरू होने से पहले पूरी तरह से एक्टिव हो.

यात्रा को सुरक्षित बनाने की जरूरत

भारतीय यात्रियों के बीच ट्रैवल इंश्योरेंस को लेकर जागरूकता की कमी है. इसे केवल एक औपचारिकता के रूप में देखने की बजाय, इसे अपनी यात्रा का अभिन्न हिस्सा बनाना चाहिए. ट्रैवल इंश्योरेंस न केवल अप्रत्याशित समस्याओं से सुरक्षा देता है, बल्कि यात्रा को तनावमुक्त भी बनाता है.

यात्रा की योजना बनाते समय ट्रैवल इंश्योरेंस को प्राथमिकता देना न केवल आपकी सुरक्षा के लिए, बल्कि आपकी मानसिक शांति के लिए भी जरूरी है. आपकी यात्रा चाहे कितनी भी छोटी या बड़ी क्यों न हो, सही ट्रैवल इंश्योरेंस के बिना उसे पूरी तरह सुरक्षित नहीं कहा जा सकता.

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