Gujarat Tourism: भारत के पांच सबसे बड़े हड़प्पा स्थलों में से एक है गुजरात का धोलावीरा, जो विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है. यह देश के सबसे प्रमुख पुरातात्विक स्थलों में से एक है, जो प्राचीन भारत का भव्य शहर माना जाता है. यह जगह इतिहास प्रेमी पर्यटकों के लिए आकर्षण का मुख्य केंद्र है, जो सिंधु घाटी सभ्यता के सबसे लोकप्रिय जगहों में से एक है. भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग की खुदाई में यहां से सिंधु घाटी सभ्यता से जुड़े कई साक्ष्य मिले हैं. धोलावीरा का इतिहास काफी समृद्ध और आकर्षक है.
Gujarat Tourism: कैसे जाएं धोलावीरा
गुजरात के कच्छ जिले में मौजूद है प्राचीन शहर है धोलावीरा. यह जगह कर्क रेखा पर स्थित सिंधु घाटी सभ्यता का एक भव्य नगर है. इस शहर का आकार आयातकर है जो 54 एकड़ में फैला हुआ है. अहमदाबाद से धोलावीरा की दूरी करीब 105 किमी है. आप यहां जल, सड़क, हवाई और रेल मार्ग से आ सकते हैं. इसका निकटतम रेलवे स्टेशन भावनगर स्टेशन है, जहां से इसकी दूरी महज 34 किलोमीटर है. इसका सबसे करीबी पोर्ट, पिपावाव पोर्ट है. प्राचीन धोलावीरा शहर भारतीय इतिहास की भव्यता का प्रतीक है.
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Gujarat Tourism: विश्व विख्यात है धोलावीरा
कच्छ में स्थित हड़प्पा काल के धोलावीरा को यूनेस्को ने विश्व धरोहर का दर्जा दिया है. इस प्राचीन शहर को सिंधु घाटी सभ्यता का सबसे सुंदर नगर माना जाता है. इस जगह में जल संग्रहण के प्राचीनतम साक्ष्य मिले हैं. इस जगह भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग ने खुदाई के दौरान , सोने और मोती के गहने,मछलीकृत हुक, टेराकोटा मिट्टी के बर्तन, जानवरों की मूर्तियां, मुहरे और कलश मिले हैं. इस शहर के प्रवेश द्वार पर मौजूद 10 बड़े पत्थरों में सिंधु लिपि में लिखे शिलालेख मौजूद है जो पर्यटकों के लिए आकर्षण का मुख्य केंद्र है. बड़ी संख्या में देश-विदेश से पर्यटक सिंधु घाटी सभ्यता के साक्ष्य देखने धोलावीरा आते हैं. यह प्राचीन शहर इतिहास का महत्वपूर्ण अंग है, जिसे देखने लोग दूर-दूर से आते हैं. धोलावीरा सिंधु घाटी सभ्यता से जुड़ा हुआ एक पुरातात्विक स्थल है जो पर्यटकों के बीच काफी लोकप्रिय है.
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