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Jharkhand Tourism: सावन में इस प्रसिद्ध मंदिर में बाबा के दर्शन करने उमड़ती है भक्तों की भीड़

Jharkhand Tourism: झारखंड के कोडरमा में स्थित ध्वजाधारी धाम भगवान भोलेनाथ का प्राचीन मंदिर है. इस पवित्र धाम में महादेव ने ऋषि कर्दम को साक्षात दर्शन दिए थे. तो चलिए आपको बताते हैं ध्वजाधारी धाम के बारे में.

By Rupali Das | August 13, 2024 2:14 PM
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Jharkhand Tourism: भारत के प्रमुख पर्यटन केंद्रों में से एक है, झारखंड राज्य. यह राज्य अपनी प्राकृतिक सुंदरता, समृद्ध इतिहास और प्राचीन मंदिरों के लिए प्रसिद्ध है. हर साल बड़ी संख्या में लोग इन प्राचीन मंदिरों में दर्शन पूजन करने आते हैं. सावन के दौरान हजारों-लाखों की संख्या में श्रद्धालु भोलेनाथ का जलाभिषेक करने शिवालय पहुंचते हैं. झारखंड में मौजूद इन्हीं प्राचीन शिवालयों में से एक है ध्वजाधारी धाम. इस पवित्र धाम में भोलेनाथ, माता पार्वती और भगवान हनुमान का मंदिर मौजूद है. अगर इस सावन आप भी झारखंड के प्राचीन शिवालयों में जाने का प्लान बना रहे हैं, तो जरुर विजिट करें ध्वजाधारी धाम.

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पहाड़ पर स्थित है ध्वजाधारी धाम

झारखंड के कोडरमा जिला मुख्यालय से करीब 0.5 किलोमीटर दूर ध्वजाधारी पहाड़ पर स्थित है यह पवित्र धाम. इस प्राचीन मंदिर के प्रति श्रद्धालुओं में अपार आस्था है. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार कहा जाता है कि इस जगह भगवान भोलेनाथ ने ऋषि कर्दम के सालों की तपस्या से प्रसन्न होकर उन्हें साक्षात दर्शन दिए थे. इसी कारण कहा जाता है कि ध्वजाधारी धाम में भगवान शिव का वास है. खूबसूरत पहाड़ पर स्थित ध्वजाधारी धाम चारों ओर से जंगल से घिरा आकर्षक धार्मिक स्थल है. यहां देवाधिदेव महादेव के साथ माता पार्वती और भगवान हनुमान के भी मंदिर मौजूद हैं.

इस मंदिर में सावन और महाशिवरात्रि के दौरान भोलेनाथ की विशेष पूजा अर्चना की जाती है. इस दौरान पहाड़ पर मेले का भी आयोजन होता है. हर साल सावन माह में बड़ी संख्या में भक्त ध्वजाधारी धाम पहुंचते हैं. ध्वजाधारी धाम में बाबा का जलाभिषेक करने के लिए लोग करीब 777 सीढ़ियां चढ़ते हैं. कहा जाता है ध्वजाधारी धाम में बाबा का जलाभिषेक करने से लोगों की मनोकामनाएं पूरी होती है. ध्वजाधारी धाम झारखंड में स्थित एक प्राचीन शिवालय है, जो हिंदू धर्म के आस्था और विश्वास का प्रतीक है.

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कहां है ध्वजाधारी धाम

ध्वजाधारी धाम झारखंड के कोडरमा जिले में ध्वजाधारी पहाड़ पर स्थित है. यहां मौजूद मंदिरों में दर्शन करने के लिए आपको लगभग 777 सीढ़ियां चढ़कर आना होगा. ध्वजाधारी धाम आने के लिए आगंतुक रेल,हवाई और सड़क मार्ग का इस्तेमाल कर सकते हैं.

वायु मार्ग – आप हवाई मार्ग से ध्वजाधारी धाम तक आ सकते हैं. कोडरमा आने के लिए सबसे नजदीकी एयरपोर्ट पटना का लोकनायक जयप्रकाश हवाई अड्डा है, जो लगभग 165 किलोमीटर पर मौजूद है. झारखंड के बिरसा मुंडा एयरपोर्ट से कोडरमा की दूरी करीब 178 किलोमीटर है.

सड़क मार्ग – कोडरमा रेलवे स्टेशन से महज 10 किलोमीटर और डीसी ऑफिस से केवल 0.5 किलोमीटर दूर है ध्वजाधारी धाम. यहां आप ऑटो या कैब के माध्यम से आ सकते हैं.

रेल मार्ग – ध्वजाधारी धाम का सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन कोडरमा स्टेशन है, जो देश के सभी प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है.

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