Jharkhand Tourism: “गौतमधारा” नाम से मशहूर है Jharkhand का यह झरना

Jharkhand Tourism: झारखंड की खूबसूरत वादियों के बीच मौजूद है जोन्हा फॉल. यहां पर्यटक इस जलप्रपात की सुंदरता और इसके आसपास के मनमोहक दृश्यों को देखने पहुंचते हैं. तो चलिए आज आपको बताते हैं जोन्हा फॉल से जुड़े कुछ रोचक तथ्य.

By Rupali Das | July 9, 2024 11:41 AM

Jharkhand Tourism: झारखंड राज्य को प्रकृति की असीम कृपा मिली हुई है. यहां मौजूद हरियाली, घने जंगल, मनमोहक वादियां और खूबसूरत झरने इस जगह की शोभा बढ़ाते हैं. झारखंड को प्रकृति के खजाने से नवाजा गया है, जिसे देखने बड़ी तादाद में सैलानी आते हैं. यहां मौजूद हुंडरू, दशम और हिरणी जैसे जलप्रपातों से गिरता पानी मनोरम दृश्य बनाता है. इन्हीं जलप्रपातों में से एक है जोन्हा जलप्रपात, जो पिकनिक स्पॉट के लिए काफी लोकप्रिय है.

Jharkhand Tourism: कैसे पहुंचे जोन्हा फॉल

यह खूबसूरत जलप्रपात, झारखंड की राजधानी रांची से करीब 40 किलोमीटर दूर मौजूद है. आप यहां सड़क, रेलव और हवाई मार्ग से आ सकते हैं. इसका नजदीकी रेलवे स्टेशन रांची जंक्शन है. जोन्हा फॉल बिरसा मुंडा एयरपोर्ट से महज 45 किलोमीटर दूर है. यह जलप्रपात अपनी खूबसूरती और यहां मिलने वाले लकड़ी से बने सुंदर कलाकृतियों के लिए मशहूर है.

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Jharkhand Tourism: गौतमधारा, क्यों पड़ा नाम

भारत की सबसे खूबसूरत जलप्रपातों में शुमार जोन्हा फॉल एक शानदार झरना है. यहां 43 मीटर की ऊंचाई से गिरता पानी काफी आकर्षक नजर आता है. यह जगह न केवल एक पर्यटन स्थल के रूप में बल्कि तीर्थ स्थल के रूप में भी मशहूर है. माना जाता है कि गौतम बुद्ध ने जोन्हा फॉल में आकर स्नान किया था और ध्यान लगाया था, इस कारण इसे गौतमधारा भी कहा जाता है. जोन्हा में बौद्ध धर्म से जुड़े कई प्रतीक मौजूद हैं जिसमें पहाड़ी के ऊपर स्थित प्राचीन बुद्ध मंदिर भी शामिल है. यह जगह बौद्ध धर्म के लोगों के लिए तीर्थ स्थल के रूप में विख्यात है. यहां आपको झरने तक पहुंचने के लिए 772 सीढ़ियों पर चढ़कर जाना होगा. अगर आप सीढ़ियों का उपयोग किए बिना जलप्रपात तक जाना चाहते हैं, तो जोन्हा फॉल रिसोर्ट रोड सही माध्यम रहेगा. जोन्हा के स्थानीय लोग जलप्रपात में गाइड के रूप में मौजूद रहते हैं, जो घूमने में सैलानियों की मदद करते हैं. यह जलप्रपात एक लोकप्रिय घूमने की जगह है, जो अपने शांत वातावरण के लिए जाना जाता है.

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