Karnataka Tourism:भारत का सबसे ऊंचा जलप्रपात, कुंचिकल जलप्रपात न केवल ऊंचाई बल्कि इन कारणों से भी है महत्वपूर्ण

मानसून में अपनी खूबसूरती के रंग बिखेरने वाले ये झरने ओर भी कई कारणों से महत्वपूर्ण होते है आइए जानते है भारत के सबसे ऊंचाई से गिरने वाले जलप्रपात से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण तथ्य..

By Pratishtha Pawar | July 3, 2024 5:47 PM

Highest Waterfall of India Kunchikal Waterfall, Karnataka Tourism:कर्नाटक के पश्चिमी घाट में बसा कुंचिकल जलप्रपात (Kunchikal Waterfall) भारत का सबसे ऊंचा जलप्रपात है, जो 455 मीटर (1,493 फीट) की ऊंचाई से गिरता है. यह प्राकृतिक जलप्रपात कर्नाटक के अगुम्बे और शिमोगा क्षेत्र में स्थित है, जो अपने घने वर्षावनों और जीवंत जैव विविधता (biodiversity) के लिए विश्व-प्रसिद्ध है. इसे कुंचिकल अब्बे के नाम से भी जाना जाता है.

Kunchikal Waterfall:मानसून में इसकी खूबसूरती हो जाती है डबल

Kunchikal waterfall,karnataka,india (image source-social media)

मानसून में कुंचिकल जलप्रपात की सुंदरता दोगुनी हो जाती है, हर तरफ हरियाली और हरे-भरे घने वृक्षों से सराबोर यह जलप्रपात को देखना यात्रियों के मन को शांति ओर सुकून देने वाला होता है. खासकर मानसून के मौसम में जब झरने अपने शानदार रूप में बहते हैं. 

जून से सितंबर तक चलने वाला मानसून का मौसम कुंचिकल जलप्रपात(Kunchikal Waterfall) को एक बार फिर से जीवंत कर देता है, इतनी ऊंचाई से गिरते हुए झरने की आवाज दूर-दूर तक सुनाई देती है जो यात्रियों को अपनी ओर आकर्षित करती है.   

जुलाई, विशेष रूप से, कुंचिकल जलप्रपात(Kunchikal Waterfall) को देखने  के लिए एक अच्छा महीना है क्योंकि इस समय बारिश लगातार होती है, फिर भी मानसून के चरम पर मूसलाधार नहीं होती है. हरे-भरे परिवेश, धुंध से भरी ताजी हवा और झरने के पानी की गड़गड़ाहट मन को सुकून देने वाला अनुभव प्रदान करती है, जो इसे प्रकृति प्रेमियों और ऐडवेंचर के शौकीनों के लिए एक परफेक्ट डेस्टिनेशन बनाती है.

Kunchikal Waterfall: ऐडवेंचर के शौकीनों के लिए है बेहतर विकल्प

Kunchikal waterfall,karnataka,india (image source-social media)

ऐडवेंचर के शौकीनों, खास तौर पर बाइक सवारों के लिए, कुंचिकल जलप्रपात(Kunchikal Waterfall) की यात्रा एक रोमांचकारी यात्रा है. पश्चिमी घाटों (Western Ghats) से होकर गुज़रने वाली घुमावदार सड़कें हर मोड़ पर सुंदर नज़ारों के साथ परफेक्ट ऐडवेंचरस सवारी प्रदान करती हैं. कुंचिकल जलप्रपात(Kunchikal Waterfall) के नजारे ही ऐसे है कि आपको यहां तक जाने वाले रास्ते भी बेहद मजेदार लगेंगे. अगुम्बे का मार्ग विशेष रूप से बाइकिंग के लिए अपने घुमावदार सड़कों वाले रास्ते बाइक राइडिंग के लिए रोमच से भर हुआ है.

Homestays & Hotel: ठहरने के कई तरह के विकल्प मौजूद

Hotel & homestays near kunchikal waterfall,karnataka,india

कुंचिकल जलप्रपात(Kunchikal Waterfall) के पास ठहरने के कई तरह के विकल्प मौजूद है , जिसमें होमस्टे से लेकर होटल तक शामिल हैं. अगुम्बे के आस-पास का क्षेत्र कई आरामदायक होमस्टे है, जो स्थानीय संस्कृति और जीवनशैली का अनुभव प्रदान करते हैं. 

ये होमस्टे अक्सर हरे-भरे इलाकों के बीच बसे हुए हैं, जो पश्चिमी घाटों के शानदार नज़ारे पेश करते हैं. होमस्टे में रहना न केवल एक आरामदायक ठहरने का विकल्प प्रदान करता है, बल्कि स्थानीय व्यंजनों और आतिथ्य का आनंद लेने का अवसर भी प्रदान करता है. जो लोग ज़्यादा पारंपरिक तरीके से रहना पसंद करते हैं, उनके लिए तीर्थहल्ली और उडुपी (Thirthahalli and Udupi) के नज़दीकी शहरों में कई होटल और गेस्टहाउस हैं. 

ये जगहें रहने के लिए कई तरह की सुविधाए देती है कई होटल कुंचिकल जलप्रपात(Kunchikal Waterfall) और आस-पास के अन्य आकर्षणों को घूमने के लिए भी सुविधाजनक है.मानसून के मौसम में, विशेष रूप से जुलाई में, कुंचिकल जलप्रपात(Kunchikal Waterfall) का सफर आपको भुला सकने वाली यादें देती है, अपनी आखों से एटनी ऊंचाई से गिरते सबसे ऊंचे जलप्रपात को देखना अपने आप  में एक अनोखा अनुभव है. मानसून की बारिश कुंचिकल जलप्रपात(Kunchikal Waterfall) की सुंदरता को बढ़ाती है.

महत्वपूर्ण तथ्य:

कुंचिकल जलप्रपात, इस उल्लेखनीय जलप्रपात के बारे में कुछ तथ्य इस प्रकार हैं जो यहां जाने वाले हर यात्री को पता होना चाहिए:

  • कुंचिकल जलप्रपात भारत का सबसे ऊंचा जलप्रपात है और दुनिया के सबसे ऊंचे जलप्रपातों में से एक है, जिसकी ऊंचाई लगभग 455 मीटर (1,493 फीट) है.
  • यह जलप्रपात वराही नदी से जल प्राप्त करता है, जो पश्चिमी घाट से निकलती है. नदी क्षेत्र के घने जंगलों से होकर बहती है, जो विशेष रूप से मानसून के मौसम में जलप्रपात के विशाल जलस्तर में योगदान  देती है.
  • हाइड्रो इलेक्ट्रॉनिक पावर Hydroelectric Power: कुंचिकल जलप्रपात वराही जलविद्युत परियोजना (Hydro Electric Project) का एक अभिन्न अंग है.  जलप्रपात के पानी का उपयोग बिजली बनाने के लिए किया जाता है, जो स्थानीय बिजली आपूर्ति में योगदान देता है.  झरने की यह दोहरी भूमिका – एक प्राकृतिक दृश्य और एक ऊर्जा स्रोत – इसकी विशिष्टता को और बढ़ाती है.
  • कुंचिकल जलप्रपात पश्चिमी घाट में स्थित हैं, जो यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल  (UNESCO World Heritage site) और दुनिया के आठ “जैविक विविधता के सबसे गर्म हॉटस्पॉट”( “hottest hotspots” of biological diversity) में से एक है.  

इस मानसून कुंचिकल जलप्रपात (Kunchikal Waterfall) की ओर जरूर रुख करे..

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