Kawad Yatra: उत्तर प्रदेश(Uttar Pradesh) के नक्शेकदम पर चलते हुए, उत्तराखंड में हरिद्वार(Haridwar)पुलिस ने कांवड़ यात्रा(Kawad Yatra) मार्ग पर स्थित होटल और रेस्टोरेंट मालिकों को अपने प्रतिष्ठानों के बाहर अपना नाम एवं नंबर प्रमुखता से प्रदर्शित करने का निर्देश जारी किया है. इस कदम का उद्देश्य वार्षिक कावड़ तीर्थयात्रा के दौरान सुरक्षा और जवाबदेही बढ़ाना है, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं.
क्या है यह नियम?
हरिद्वार के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) प्रमेंद्र डोभाल ने नए नियम की घोषणा की, जिसमें विवादों को रोकने और तीर्थयात्रा के अनुभव को सुगम बनाने में इसके महत्व पर जोर दिया गया. निर्देश के अनुसार कांवड़ यात्रा(Kawad Yatra) मार्ग पर स्थित सभी होटल, ढाबा और रेस्टोरेंट मालिकों को अपने परिसर के बाहर स्पष्ट बोर्ड पर अपना नाम प्रदर्शित करना होगा. इसका पालन न करने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
अधिकारियों को सौंपे गए विशिष्ट कार्यों में स्वच्छता मानकों को सुनिश्चित करने के लिए राजमार्गों पर खाद्य प्रतिष्ठानों का समय समय पर निरीक्षण करना,खाने पीने की वस्तुओं की दर सूची लागू करना तीर्थयात्रियों के लिए पर्याप्त सुविधाएं स्थापित करना शामिल था.
अधिकारियों को पार्किंग व्यवस्था, बिजली आपूर्ति और बैरागी कैंप सहित प्रमुख स्थानों पर दमकल गाड़ियों की तैनाती जैसे रसद विवरणों को अंतिम रूप देने का निर्देश दिया गया.मानसून के मौसम को देखते हुए पुलिस कर्मियों के लिए रेनकोट और छाते जैसी आवश्यक वस्तुओं के प्रावधान पर भी चर्चा की गई.
नियम कुछ इस प्रकार है
- कांवड़ यात्रा मार्ग पर स्थित होटल, ढाबा और रेस्तरां मालिकों को अपने परिसर के बाहर स्पष्ट बोर्ड पर अपना नाम प्रदर्शित करना होगा.
- स्वच्छता मानकों को सुनिश्चित करने के लिए राजमार्गों पर खाद्य प्रतिष्ठानों का नियमित निरीक्षण.
- खाद्य प्रतिष्ठानों पर दर सूची प्रदर्शित करने का प्रवर्तन.
- तीर्थयात्रियों के लिए पार्किंग, बिजली और दमकल सहित आवश्यक सुविधाएं स्थापित करना.
- पुलिस कर्मियों के लिए रेनकोट और छाते का प्रावधान.
- अधिकारियों के बीच समन्वय और व्यवस्थाओं पर समय पर अपडेट.
उत्तर प्रदेश मे भी लागू है यह कानून
यह पहल उत्तर प्रदेश में एक समान शासनादेश को दर्शाती है, जहां पुलिस अधिकारी गश्त कर रहे हैं और होटल और ढाबा मालिकों के बीच अनुपालन सुनिश्चित कर रहे हैं, डीआईजी अजय कुमार साहनी द्वारा जारी निर्देश का उद्देश्य स्वच्छता बनाए रखना, दर सूची प्रदर्शित करना और मालिकों के नाम स्पष्ट रूप से दिखाई देना सुनिश्चित करना है,इस कदम को व्यवसाय मालिकों के बीच व्यापक स्वीकृति मिली है.
कांवड़ यात्रा मार्ग पर होटलों और रेस्तरां पर मालिकों के नाम प्रदर्शित करने का हरिद्वार पुलिस का निर्देश तीर्थयात्रा के दौरान सुरक्षा और जवाबदेही बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. यद्यपि इस पर बहस छिड़ गई है और कुछ राजनीतिक हलकों से इसकी आलोचना भी हुई है, फिर भी इस कदम को विवादों को रोकने तथा लाखों श्रद्धालुओं के लिए सुचारू और सुरक्षित तीर्थयात्रा सुनिश्चित करने के लिए एक आवश्यक कदम के रूप में देखा जा रहा है.
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