New Cities of India: भारत की आजादी के बाद बसाए गए ये 11 नए शहर, जानें क्यों पड़ी जरूरत

New Cities of India: भारत की औद्योगिक, सांस्कृतिक, प्रशासनिक और आर्थिक विकास के लिए योजनाबद्ध तरीके से नए शहरों को बसाया गया.

By Shashank Baranwal | December 6, 2024 11:53 PM

New Cities of India: आजादी के बाद भारत का तेजी से शहरीकरण होना शुरू हुआ. ऐसे में कई जरुरतों को पूरा करने के लिए नए शहर बसाने की योजना शुरू हुई. इन शहरों को भारत की औद्योगिक, सांस्कृतिक, प्रशासनिक और आर्थिक विकास के लिए योजनाबद्ध तरीके से बसाया गया, जो कि आगे चलकर देश के लिए अलग पहचान बन गए. ऐसे में आइए भारत के उन 11 शहरों के नाम जानते हैं, जिन्हें आजादी के बाद बसाया गया.

Also Read: Travel Tips: राजस्थान का इकलौता हिल स्टेशन, कपल्स के लिए हैं कई रोमांटिक जगहें, ठंड में जरूर करें यहां की सैर

Also Read: Bhismaknagar Fort: सबसे पुराने पुरातात्विक स्थल के तौर पर जाना जाता है भीष्मकनगर किला

चंडीगढ़

हरियाणा और पंजाब की संयुक्त राजधानी और केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़, भारत का पहला योजनाबद्ध शहर है. इस शहर को बसाने की आधारशिला साल 1952 में रखी गई थी. चंडीगढ़ शहर को बसाने का मास्टर प्लान फ्रांसीसी वास्तुकार ले कॉर्बुजियर द्वारा तैयार किया गया था.

भुवनेश्वर, ओडिशा

पहले ओडिशा की राजधानी कटक हुआ करती थी, जो कि बाद में साल 1949 में भुवनेश्वर को कर दिया गया. इस शहर को बाद में एक योजनाबद्ध तरीके से बसाया गया. इस शहर को सांस्कृतिक धरोहर और आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर का संगम माना जाता है. यह देश के सुंदर और नियोजित शहरों में से एक है.

गांधीनगर, गुजरात

साल 1970 में गुजरात की राजधानी अहमदाबाद से गांधीनगर स्थानांतरित कर दी गई. आजादी के बाद ही इसे योजनाबद्ध तरीके से बसाया गया था. गांधीनगर भारत में बसाए गए नए शहरों में अब भी एक नए उदाहरण की तौर पर है. इस शहर का विकास सुव्यवस्थित और हरित राजधानी के रूप में हुआ है.

नोएडा (New Okhla Industrial Development Authority)

नोएडा को साल 1976 में राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) के रूप में विकसित किया गया था. इस शहर को दिल्ली में बढ़ती आबादी और कामकाज के दबाव के बाद दिल्ली से सटे राज्य यूपी में बनाने की योजना बनाई गई. इस शहर को बसाने की योजना प्रमुख रूप से यूपी तत्कालीन के मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी और संजय गांधी ने की थी.

नवी मुंबई, महाराष्ट्र

महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में बढ़ती जनसंख्या के दबाव को कम करने के लिए साल 1971 में नवी मुंबई को बनाया गया. यह शहर एशिया का सबसे बड़े योजनाबद्ध शहरों में से एक माना जाता है.

इलेक्ट्रानिक सिटी, बेंगलुरु

इलेक्ट्रानिक सिटी को कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु के पास साल 1980 में विकसित किया गया. इलेक्ट्रानिक सिटी को भारत का सिलिकॉन वैली कहा जाता है.

ग्रेटर नोएड, उत्तर प्रदेश

जब राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में आबादी और भी ज्यादा बढ़ती गई तो साल 1991 में नोएडा का विस्तार किया गया. ग्रेटर नोएडा को औद्योगिक विकास को समायोजित करने और आसवासीय विकल्प के लिए बसाया गया था.

गुरुग्राम, हरियाणा

हरियाणा का जिला गुरुग्राम को भी योजनाबद्ध तरीके से 1970 के दशक में विकसित किया गया था. लेकिन इस शहर का नियोजन और विकास 1990 के दशक के आखिर और 2000 के दशक की शुरूआत में हुआ. वर्तमान में इस साइबर सिटी के नाम से भी जानते हैं.

नवा रायपुर, छत्तीसगढ़

साल 2000 में मध्य प्रदेश से अलग कर छत्तीसगढ़ नाम का एक नए राज्य का गठन किया गया. जिसके बाद राज्य की राजधानी को योजनाबद्ध तरीके से बसाया गया. इस शहर का आधिकारिक नाम अटल नगर- नवा रायपुर है.

भिलाई, छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ के भिलाई जिले को भी योजनाबद्ध तरीके से बसाया गया है. भिलाई स्टील प्लांट के लिए काफी प्रसिद्ध है. इस शहर को स्टील उत्पादन और औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने के लिए विकसित किया गया है.

दुर्गापुर, पश्चिम बंगाल

पश्चिम बंगाल राज्य का दुर्गापुर जिला भारत के प्रमुख औद्योगिक नगरों में से एक माना जाता है. इस शहर को इंजीनियरिंग और उद्योग के नजरिए से बसाया गया है.

Also Read: Mahabalipuram: ग्रेनाइट से बने प्राचीन मंदिर और गुफाएं एक्सप्लोर करने के लिए आकर्षक है ‘महाबलीपुरम’

Next Article

Exit mobile version