Odisha Tourism: ओडिशा का ‘मिलेनियम सिटी’ के नाम से मशहूर है कटक

Odisha Tourism: ओडिशा का कटक शहर मिलेनियम सिटी और सिल्वर सिटी के नाम से मशहूर है. यहां लगने वाला बाली जतरा मेला एशिया का दूसरा सबसे बड़ा व्यापार मेला है. तो चलिए आज जानते हैं कटक शहर की खासियत.

By Rupali Das | July 15, 2024 12:19 PM

Odisha Tourism: ओडिशा राज्य अपने प्राचीन मंदिरों, खूबसूरत संरचनाओं, ऐतिहासिक विरासतों और धरोहरों के लिए विश्व विख्यात है. अपने समृद्ध ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व के कारण ओडिशा दुनिया भर में मशहूर है. यहां देश-विदेश से सैलानी घूमने आते हैं. इस राज्य में मौजूद कटक शहर भी सैलानियों के बीच काफी लोकप्रिय है. कटक भारत का एक महत्वपूर्ण वाणिज्यिक केंद्र है. कटक में लगने वाला बाली जतरा मेला भारत और इंडोनेशिया के बीच सालों पुराने व्यापार का जश्न मनाता है. यह विश्व प्रसिद्ध मेला भारत का सबसे बड़ा व्यापार मेला है. कटक शहर अपने चांदी के आभूषणों के लिए भी विख्यात है. यहां हर साल हजारों सैलानी घूमने और फिलीग्री आर्ट देखने आते हैं. अगर आप भी ओडिशा जाने का प्लान बना रहे हैं तो जरुर विजिट करें कटक शहर.

Odisha Tourism: क्या है कटक शहर की विशेषता

कटक शहर ओडिशा के प्रमुख पर्यटन केंद्रों में से एक है. यह शहर कई मायनों में खास है. महानदी के किनारे बसे कटक शहर का इतिहास 1000 साल पुराना है. यहां मौजूद काठजोड़ी का तटबंध, बाराबती किले के खंडहर, चंडी मंदिर और नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेमोरियल जन्म स्थान संग्रहालय कटक को पर्यटकों के बीच लोकप्रिय बनाते हैं. यह शहर चांदी के बारीक और महीन काम के लिए मशहूर है. इस शहर की मनमोहक हरी-भरी घाटी लगभग हर दिन खेल आयोजनों और सांस्कृतिक कार्यक्रमों से गुलजार रहती है.

Also Read: Odisha Tourism: जैन समुदाय के लिए खास है ये गुफाएं

Odisha Tourism: क्यों कहते हैं इसे ‘मिलेनियम सिटी’

ओडिशा का कटक शहर अपने 1000 साल पुराने समृद्ध इतिहास और चांदी के बारीक कामों के लिए “मिलेनियम सिटी” और “सिल्वर सिटी” के नाम से मशहूर है. यह शहर ओडिशा की न्यायिक राजधानी के रूप में जानी जाती है. यहां मौजूद रसायन, हस्तशिल्प, कपड़ा और चमड़ा उद्योग, कटक शहर को वाणिज्यिक केंद्र के रूप में स्थापित करते हैं. कटक शहर के स्मारक और मूर्तियां पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं. कटक भारत का प्रमुख पर्यटन और व्यापार केन्द्र है.

Also Read: Odisha Tourism: भगवान जगन्नाथ की नगरी से बस 36 किमी दूर है विश्व प्रसिद्ध कोणार्क मंदिर, अनूठी वास्तुकला का है प्रतीक

Next Article

Exit mobile version