Raksha Bandhan 2024: रक्षाबंधन के दिन घूमने के लिए खास है बिहार का यह मंदिर

Raksha Bandhan 2024: रक्षाबंधन के दिन घूमने के लिए खास है बिहार के सिवान में मौजूद भैया बहिनी मंदिर. इस रहस्यमय मंदिर में भगवान की मूर्ति और तस्वीर नहीं है. तो आइए आपको बताते हैं भैया-बहिनी मंदिर का इतिहास और विशेषता.

By Rupali Das | August 19, 2024 7:51 AM

Raksha Bandhan 2024: रक्षाबंधन का त्यौहार भाई और बहन के बीच मौजूद प्रेम, स्नेह और विश्वास का प्रतीक है. इस बार 19 अगस्त 2024 को रक्षाबंधन का त्यौहार मनाया जा रहा है. इस दिन बहनें अपने भाइयों के हाथों में राखी बांधती है. भाई भी रक्षाबंधन के मौके पर बहनों के लिए सरप्राइज प्लान करते हैं और गिफ्ट लाते हैं. भाई-बहन के इस खूबसूरत रिश्ते को सेलिब्रेट करने के लिए आप रक्षाबंधन के दिन बिहार के इस खास मंदिर में पूजा-अर्चना और दर्शन कर सकते हैं. इस सालों पुराने मंदिर में रक्षाबंधन के दिन दर्शन पूजन करने हजारों की संख्या में भक्त पहुंचते हैं. रक्षाबंधन के शुभ अवसर पर अपने भाई बहनों के साथ जरूर आएं सिवान में स्थित भैया-बहिनी मंदिर.

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भाई-बहन के रिश्ते का है प्रतीक

कहा जाता है बिहार के सिवान जिले का अनोखा मंदिर भाई-बहन के रिश्ते का प्रतीक है. इस मंदिर में रक्षाबंधन के दिन दर्शन के लिए भक्तों की भीड़ आती है. भैया-बहिनी मंदिर के बारे में कहा जाता है कि प्राचीन काल में मुगल शासन के दौरान के दौरान यह मंदिर बना था. एक भाई अपनी बहन के साथ कैमूर से उसके ससुराल जा रहा था. तभी मुगल सिपाहियों की बुरी नजर बहन पर पड़ी और उनकी नियत बिगड़ गई. परिस्थिति को विपरीत होता देख दोनों भाई-बहन डर गए. जब भाई ने देखा बहन की इज्जत खतरे में है, तो दोनों ने भगवान से प्रार्थना की. प्रार्थना करते वक्त जमीन फटी और दोनों भाई-बहन उसमें समा गए.

भाई-बहन के जमीन में समाने की बात धीरे-धीरे पूरे गांव में फैल गई. घटना के कुछ दिन बाद उस स्थान पर बरगद के दो पेड़ निकल आए. इसके बाद हिंदुओं ने उसी स्थान पर मंदिर का निर्माण करवाया. इस खास मंदिर में भगवान की तस्वीर या मूर्ति की पूजा नहीं की जाती है. भैया-बहिनी मंदिर में मिट्टी के पिंड और बरगद के पेड़ की पूजा की जाती है. मान्यता है, इस मंदिर में भाई-बहन अगर साथ में पूजा अर्चना करते हैं, तो उनका स्नेह और विश्वास सदा बना रहेगा. भैया-बहिनी मंदिर में बहनें अपने भाई की लंबी उम्र और सलामती के लिए मनोकामना मांगने आती हैं.

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कैसे पहुंचे भैया-बहिनी मंदिर

अगर आप रक्षाबंधन के मौके पर भैया बहिनी मंदिर आ रहे हैं, तो रेल, सड़क और हवाई मार्ग से आ सकते हैं.

सड़क मार्ग – आप सड़क के माध्यम से भैया-बहिनी मंदिर तक आ सकते हैं. मंदिर तक आने के लिए मौजूद सड़क मार्ग आपको बिहार के प्रमुख शहरों से जोड़ता है.

हवाई मार्ग – भाई बहन को समर्पित इस मंदिर का सबसे नजदीकी हवाई अड्डा पटना एयरपोर्ट है. पटना हवाई अड्डा से आप क्या निजी गाड़ी के माध्यम से मंदिर तक पहुंच सकते हैं.

रेल मार्ग – आप रेल मार्ग से भी भैया बहिनी मंदिर तक आ सकते हैं. इस मंदिर का निकटतम रेलवे स्टेशन बक्सर स्टेशन है, जिसकी मंदिर से दूरी महज 5 किलोमीटर है.

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