Ram Mandir Ayodhya: अयोध्या के राम मंदिर में रामलला को विराजे पूरे एक महीना हो गया है. 22 जनवरी 2024 को प्राण प्रतिष्ठा होने के बाद रामलला के दर्शन के लिए प्रतिदिन औसतन 2 लाख भक्त आते हैं. रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड और राजमार्गों से भक्तों का आना अभी भी जारी है. पूरे एक माह में अब तक करीब 62 लाख श्रद्धालुओं ने रामलला के दर्शन किए और 50 करोड़ रुपये का चढ़ावा आया है. सूत्रों की माने तो सभी को मिलाकर मंदिर निर्माण से लेकर दर्शन तक कुल 50 हजार करोड़ की राशि भगवान रामलला को अर्पित की जा चुकी है. बहुत तेजी के साथ टूरिज्म के मामले में अयोध्या का विकास हो रहा है. चलिए जानते हैं अयोध्या के दर्शनीय स्थल और यहां कैसे पहुंचे..
अयोध्या दर्शनीय स्थल
हनुमान गढ़ी
अयोध्या घूमने का अगर आप प्लान बना रहे हैं तो हनुमान गढ़ी जरूर जाएं. इस मंदिर को अवध के नवाब द्वारा बनवाया गया है जो पर्वत की चोटी पर स्थित है. हनुमान जी के दर्शन के लिए यहां आपको 76 सीढ़ियां चढ़कर जाना होगा. यहां मंदिर में भगवान राम की 6 इंच की मूर्ति है साथ ही हनुमान की उनकी माँ के साथ भी मूर्ति है. रामलला के दर्शन से पहले भक्त हनुमान गढ़ी में माथा टेकते हैं.
दंतधावन कुंड
हनुमानगढ़ी के पास दंतधावन कुंड है. इसे राम दतौन भी कहा जाता है. ऐसी मान्यता है कि भगवान श्रीराम इसी कुंड के पानी से अपने दांत साफ किया करते थे. जब भी आप अयोध्या घूमने के लिए जाए तो इस कुंड को भी जरूर देखने जाएं.
सीता की रसोई
अयोध्या के उत्तर-पश्चिमी की ओर सीता की रसोई स्थित है जो एक मंदिर है जिसे रसोई में तब्दील किया गया है. माता सीता को अन्नपूर्णा व अन्न की देवी कहा जाता है इस बात को ध्यान में रखते हुए सीता की रसोई का निर्माण किया गया है. इस मंदिर के एक हिस्से में भगवान राम, उनके भाईयों व उनकी पत्नियों की मूर्तियां है. रामलला और हनुमान गढ़ी दर्शन करने के बाद सीता की रसोई जरूर विजिट करें.
तुलसी स्मारक भवन संग्राहालय
अयोध्या में तुलसी स्मारक भवन संग्राहलय है. जिसे गोस्वामी तुलसी दास की स्मृति में बनवाया गया है. अगर आप साहित्य में रुचि रखते हैं तो यहां जरूर जाना चाहिए क्योंकि यहाँ एक लाईब्रेरी है जो साहित्य के इतिहास से आपको रूबरू करवाएगी.
कनक भवन मंदिर
कनक भवन मंदिर को बारहवीं शताब्दी में बनाया गया था. मंदिर के नाम का “कनक” शब्द भगवान राम की विशेषता को दर्शाता है क्योंकि इस मंदिर के मूर्तियां स्वर्णिम चित्रकारी से सजायी गई है. कनक भवन मंदिर में भगवान राम और सीता जी की मूर्तियां स्थापित हैं. अयोध्या अगर आप घूमने के लिए जा रहे हैं तो कनक भवन मंदिर जरूर दर्शन के लिए जाएं.
सरयू नदी
अयोध्या अगर आप जा रहे हैं तो सरयू नदी के दर्शन करना न भूलें. यहां पर भक्त सबसे पहले नहाते हैं इसके बाद मंदिर में दर्शन के लिए जाते हैं. क्योंकि सरयू नदी में नहाने से सभी पापों से मुक्ति मिल जाती है.
कैसे पहुंचे अयोध्या
अगर आप भी अयोध्या जाने का प्लान बना रहे हैं तो हम आपको यहां बताएंगे कि फ्लाइट, ट्रेन या सड़क मार्ग से आप कैसे राम लला के दर्शन के लिए पहुंच सकते हैं.
फ्लाइट से
अगर आप रामनगरी आना चाहते हैं तो फ्लाइट द्वारा भी आ सकते हैं. महर्षि वाल्मीकि इंटरनेशनल एयरपोर्ट खुल चुका है. आप अपने शहर से अयोध्या के लिए फ्लाइट ले सकते हैं. इसके अलावा सबसे नजदीक गोरखपुर एयरपोर्ट, लखनऊ एयरपोर्ट पड़ता है. संबंधित शहर से गोरखपुर और लखनऊ एयरपोर्ट के लिए फ्लाइट ले सकते हैं. यहां से कार या बस के जरिए 118 किलोमीटर का सफर तय कर अयोध्या पहुंच सकते हैं.
ट्रेन द्वारा
देशभर के विभिन्न शहरों से अयोध्या के लिए ट्रेन चलती है. अयोध्या जंक्शन से राम मंदिर की दूरी लगभग 6 किलोमीटर है. फैजाबाद जंक्शन के लिए भी ट्रेन आप पकड़ सकते हैं.
बस और सड़क मार्ग
अयोध्या आप बस या फिर अपने वाहन से आ सकते हैं. बात करें सड़क मार्ग की तो उत्तर प्रदेश ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन की बसें अयोध्या के लिए 24 घंटे चलती हैं. ये बसें यूपी के अलग-अलग शहरों से अयोध्या पहुंचा देती हैं. लखनऊ, गोरखपुर, वाराणसी, प्रयागराज और दिल्ली से आसानी से आप बसों के जरिए अयोध्या पहुंच सकते हैं.