Sawan 2024: सावन के पहले दिन करें महाकालेश्वर और ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन

Sawan 2024: भगवान शिव के प्रिय महीने सावन में करें मध्य प्रदेश में स्थित दो प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंगों के दर्शन. यहां द्वादश ज्योतिर्लिंगों में से महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग और ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग स्थित है. ये दोनों मंदिर धार्मिक दृष्टिकोण से काफी महत्वपूर्ण है. आइए जानते हैं कैसे करें इन ज्योतिर्लिंगों के दर्शन.

By Rupali Das | July 22, 2024 8:58 AM

Sawan 2024: 22 जुलाई से शुरू हो गया है भगवान शिव का पावन महीना सावन. श्रावण मास भगवान शिव को प्रिय है, इस कारण सावन के महीने में भगवान शिव को आसानी से प्रसन्न किया जा सकता है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, सावन के महीने में रुद्राभिषेक करने, भगवान भोलेनाथ के शिवालयों के दर्शन करने और सोमवार के दिन व्रत रखने से मनोकामनाएं पूरी होती हैं. यही कारण है सावन माह में कांवड़ यात्रा निकाली जाती है और दूर-दूर से लोग भगवान शिव के प्रसिद्ध मंदिरों और ज्योतिर्लिंग के दर्शन करने पहुंचते हैं. अगर आप भी सावन माह में प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंगों के दर्शन करना चाहते हैं तो मध्य प्रदेश में स्थित महाकालेश्वर और ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग से आरंभ कर सकते हैं.

Sawan 2024: ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग

Omkareshwar jyotirlinga

मध्य प्रदेश में नर्मदा नदी के किनारे स्थित पवित्र धाम है ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग. यह खंडवा जिले में बसा भगवान शिव को समर्पित प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग है. द्वादश ज्योतिर्लिंगों में से एक इस मंदिर का आकार ओम जैसे होने के कारण ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग पड़ा. ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग को लेकर हिंदू धर्म के लोगों में असीम आस्था और श्रद्धा है. यहां भगवान शिव के प्रिय सावन माह में मंदिर को सजाया जाता है और बाबा की विशेष पूजा अर्चना की जाती है. इस दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु बाबा का दर्शन पूजन करने ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग पहुंचते हैं.

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Sawan 2024: महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग

Mahakaleshwar jyotirlinga

मध्य प्रदेश के उज्जैन में स्थित है महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग. महाकालेश्वर भगवान शिव के सबसे पवित्र रूपों में से एक है. यह विश्व प्रसिद्ध मंदिर क्षिप्रा नदी के तट पर बना हुआ है, जहां सुबह 4:00 बजे भस्म आरती की जाती है. मंदिर प्रांगण में प्रसाद और पूजा की व्यवस्था सुदृढ़ है. महाकाल में विशेष पूजा का आयोजन करने के लिए मंदिर कार्यालय में पहले से बुकिंग कराई जा सकती है. महाकाल मंदिर में भस्म आरती के दौरान पुरुषों को धोती और महिलाओं को साड़ी पहनना अनिवार्य होता है. पूरे वर्ष भक्तों से पटे रहने वाले महाकालेश्वर मंदिर में सावन के दौरान भक्तों की विशेष भीड़ उमड़ती है. श्रद्धालु बाबा की एक झलक दर्शन करने और जल चढ़ाने के लिए घंटों लाइन में लगकर इंतजार करते हैं. इस दौरान पूरा मंदिर परिसर बोल बम और शिव के जयकारों से गूंज उठता है.

Sawan 2024: कैसे करें दोनों ज्योतिर्लिंगों के दर्शन

सावन के पहले दिन आप मध्य प्रदेश में स्थित दो पवित्र ज्योतिर्लिंगों – महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग और ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन कर सकते हैं. महाकालेश्वर मंदिर आने के लिए आप रेल, हवाई या सड़क मार्ग का उपयोग कर सकते हैं. इंदौर के देवी अहिल्याबाई होलकर एयरपोर्ट से इस मंदिर की दूरी लगभग 58 किमी है. उज्जैन बस अड्डा और रेलवे स्टेशन भी मंदिर के पास ही मौजूद है. आप एक दिन पहले आकर सुबह-सुबह महाकालेश्वर मंदिर में ज्योतिर्लिंग के दर्शन कर सकते हैं. यहां दर्शन करने के बाद आप सड़क मार्ग से खंडवा स्थित ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग के लिए रवाना हो सकते हैं. सड़क मार्ग से महाकाल मंदिर से ओंकारेश्वर जाने में केवल ढाई से तीन घंटे का समय लगता है. इसके बाद आप शाम तक ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन भी कर लेंगे. इस तरह आप सावन के पहले दिन द्वादश ज्योतिर्लिंगों में से दो ज्योतिर्लिंग के दर्शन कर पाएंगे.

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