Sawan 2024 Nalheshvar Shiv Mandir: ग्वालियर के जंगल में बसा 800 साल पुराना मंदिर काफी चर्चा में रहता है. नलकेश्वर महादेव मंदिर भगवान शिव को समर्पित है. इसलिए सावन के महीने में इस मंदिर की अहमियत बढ़ जाती है. सावन का महीना शुरू होने जा रहा है, इस माह में इस मंदिर का दर्शन खास माना जाएगा.
इस साफ पानी से होता है जलाभिषेक
इस मंदिर के पास गौमुख से साफ और स्वच्छ पानी बहता है, इस पानी को गंगा की तरह पवित्र माना जाता है, जिससे लोग आज भी इसी पानी से भगवान शिव का अभिषेक करते हैं. बड़ी संख्या में लोग जहां पर दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं.
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नलकेश्वर महादेव के दर्शन के लिए ऐसे पहुंचे
तिघरा बांध सेनाओं में चलकर राई गांव तक पहुंच कर लगभग 3 किलोमीटर पैदल यात्रा कर मंदिर तक पहुंचा जा सकता है.
तिघरा बांध के सामने से कैथा गांव वाले रास्ते से चार पहिया वाहन से पहुंचा जा सकता है.
बड़े गांव के रास्ते से भी नलकेश्वर महादेव तक चार पहिया वाहन से पहुंचा जा सकता है.
800 साल पुराना है मंदिर का इतिहास
कहा जाता है 15वीं शताब्दी में ग्वालियर किले पर राजा मानसिंह तोमर का शासन हुआ करता था. मानसिंह तोमर ने जंगल में रानी मृगनयनी को देखा, इसके बाद राजा उनसे विवाह करने का प्रस्ताव भी रखा. रानी मृगनयनी ने राजा मानसिंह तोमर से कहा था कि नलकेश्वर से निकली जलधारा का ही बह पानी में पीती हैं. इसलिए अगर राजा इस जलधारा का पानी ग्वालियर किले तक ले आए तो बह उनसे शादी करने के लिए तैयार हो जाएंगी. राजा मानसिंह तोमर ने रानी मृगनयनी से शादी के लिए नलकेश्वर से लेकर ग्वालियर किले तक पाइपलाइन भी डलवाई थी इस पाइपलाइन के अवशेष आज भी नलकेश्वर पर मौजूद हैं.