Tawang Marathon: दस हजार फीट की ऊंचाई पर होगा मैराथन, ऐसे बन सकते हैं हिस्सा

Tawang Marathon: तवांग, जो समुद्र तल से 10,000 फीट की ऊंचाई पर स्थित है, प्रतिभागियों को देश में बहुत कम और संभवतः सबसे चुनौतीपूर्ण उच्च ऊंचाई वाली दौड़ में से एक में भाग लेने का एक अनूठा अवसर देगा.

By Shaurya Punj | September 13, 2023 9:00 PM

Tawang Marathon: अरुणाचल प्रदेश समुद्र तल से 10,000 फीट की आश्चर्यजनक ऊंचाई पर मैराथन की मेजबानी करके इतिहास रचने के लिए तैयार है. तवांग, जो समुद्र तल से 10,000 फीट की ऊंचाई पर स्थित है, प्रतिभागियों को देश में बहुत कम और संभवतः सबसे चुनौतीपूर्ण उच्च ऊंचाई वाली दौड़ में से एक में भाग लेने का एक अनूठा अवसर देगा.

भारतीय सेना और अरुणाचल प्रदेश सरकार द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित यह अभूतपूर्व कार्यक्रम 1 अक्टूबर, 2023 को सीमावर्ती राज्य तवांग में होगा. मैराथन का प्राथमिक उद्देश्य तवांग को भारत के साहसिक खेलों और मैराथन मानचित्र पर मजबूती से स्थापित करना है, जिससे अंततः क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा.

यह अग्रणी पहल व्यापक दर्शकों के लिए अरुणाचल प्रदेश के लुभावने परिदृश्य और जीवंत संस्कृति को प्रदर्शित करने का वादा करती है, जो उत्साही और साहसी लोगों को इस उल्लेखनीय यात्रा में भाग लेने के लिए आमंत्रित करती है.

गुवाहाटी में रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल महेंद्र रावत ने बताया संभवत: यह पहला मौका होगा जहां प्रतियोगी इतनी ऊंचाई पर आयोजित होने वाले मैराथन में हिस्सा लेंगे. इस आयोजन का उद्देश्य क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए तवांग को साहसिक खेलों और मैराथन मानचित्र पर स्थापित करना है.

देश भर से कई मैराथन उत्साही लोगों के अलावा, भारतीय सेना, भारतीय नौसेना, भारतीय वायु सेना (आईएएफ), और भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) और सशस्त्र सीमा बल सहित अन्य सभी केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) (एसएसबी), इस आयोजन में मजबूत टीमें उतारेगा. तवांग मैराथन में मैराथन, हाफ-मैराथन, 10 किलोमीटर और 5 किलोमीटर की दौड़ शामिल होगी. विजेताओं को विभिन्न श्रेणियों में अच्छे नकद पुरस्कार मिलेंगे.

तवांग में घूमें इन जगहों पर

नूरानांग जलप्रपात

तवांग पर्यटन स्थल में घूमने वाली जगह नूरानांग जलप्रपात पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता हैं. तवांग के खूबसूरत जंगल में स्थित यह वॉटरफॉल देश के सबसे अच्छे झरनों में गिना जाता हैं और पर्यटक झरने के पास अक्सर पिकनिक मनाने के लिए आते हैं. झरने का पानी 100 मीटर की ऊँचाई से गिरता हैं.

वॉर मेमोरियल तवांग

तवांग वॉर मेमोरियल (युद्ध स्मारक) की संरचना 40 फीट ऊँची हैं और इस युद्ध स्मारक को सन 1962 में हुए चीन-भारत युद्ध के सभी शहीदों को समर्पित किया गया है. बता दें कि तवांग वॉर मेमोरियल से नवांग-चू घाटी दृश्य देखने लायक होता हैं.

सेला दर्रा

सेला दर्रा तवांग का प्रसिद्ध स्थान हैं जोकि हिमालयी विस्टा में सबसे खूबसूरत दृश्य प्रस्तुत करने के लिए जाना जाता है. सेला पास को अरुणांचल प्रदेश के लोगो की जीवन रेखा भी माना जाता हैं. दर्रा की रहस्यवादी सौंदर्यता यहाँ आने वाले पर्यटकों को मंत्रमुग्ध कर देती हैं. भारत के पूर्वोत्तर में यह प्रकृति के आकर्षण का सुन्दर नमूना है.

माधुरी झील

तवांग पर्यटन की प्रसिद्ध झीलों में माधुरी लेक का नाम भी शामिल हैं और यहाँ पर्यटक बड़ी संख्या में घूमने के लिए आते हैं. माधुरी झील को संगतेसर झील के नाम से भी जाना जाता हैं. बता दें कि माधुरी झील को बॉलीवुड फिल्म कोयला में फिल्माया गया था और तभी से यह झील लोगो के बीच अत्यधिक लोकप्रिय हो गई हैं.

पी टी त्सो झील

तवांग शहर का एक अन्य आकर्षण पी टी त्सो झील तवांग शहर से लगभग 25 किलोमीटर की दूरी पर स्थित हैं. पर्यटन के लिहाज से यह बेहद ही आकर्षित स्थान हैं और पिकनिक जैसी गतिविधियों के लिए जाना जाता हैं. पी टी त्सो झील के आसपास का खूबसूरत वातावरण पर्यटकों को मंत्रमुग्ध कर देता है.

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