Travel Tip For Monsoon: मानसून में अनपेक्षित मौसम की शुरुआत होती है, यह वह समय है जब मौसम कब,कहा, कैसे रंग बदल ले कुछ कहना मुश्किल है, जिसमें कभी गर्मी, उमस, और कभी-कभी बिन मौसम बारिश होती है, इस समय हमारे चारो ओर कई तरह के छोटे कीटों का हवाओं में घूमना नजर आने लगता है इसलिए मधुमक्खियों और छोटे-छोटे कीट, मौसम से संबंधित खतरों और संभावित आंखों की समस्याओं से खुद को बचाने के लिए सक्रिय उपाय करना आवश्यक है.
बदलते मौसम के अनुसार कुछ बदलाव और सावधानी बरतनी भी जरुरी है
यह आर्टिकल बदलते मौसम के दौरान सुरक्षित और स्वस्थ रहने के लिए सलाह प्रदान करता है.इन मौसमी खतरों से खुद को बचाने और इस संक्रमण काल में अपनी सेहत को बनाए रखने में अपनाये यह तरीके-
छोटे कीटों से खुद को बचाना
मध्य जून की गर्म और नमी वाली परिस्थितिया मधुमक्खियों और मच्छर जैसे छोटे कीटों के लिए अनुकूल वातावरण बनाती हैं और एलर्जी वाले लोगों के लिए प्रतिकूल. ये कीट पारिस्थितिकी तंत्र के लिए ज़रूरी होते हुए भी परेशानी का सबब बन सकते हैं और एलर्जीक लोगों के लिए जोखिम भी पैदा कर सकते हैं, जिससे उन्हें स्किन इन्फेक्शन, खुजली, छींक जैसी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है.
मधुमक्खियों, मच्छरों और कीटों से निपटना
इस मौसम में मधुमक्खि और मच्छर ज़्यादा सक्रिय होती हैं, खिलते हुए फूलों और बढ़ी हुई नमी इन्हे अपनी ओर आकर्षित करती हैं. मधुमक्खियों के डंक से बचने के लिए, हल्के रंग के कपड़े पहनने और तेज खुशबू वाले पदार्थों का इस्तेमाल करने से बचे. अगर आप बाहर हैं, तो शांत रहें और अगर कोई मधुमक्खी आपके पास आती है, तो धीरे-धीरे दूर हट जाए.
खिड़की एवं दरवाजे बंद रखे
दूसरी ओर, छोटे कीट सम्पर्क में आने पर त्वचा में जलन और चकत्ते(स्पॉट) पैदा कर सकते हैं. यदि आपके घर पर पेड़-पौधों है तो समय- समय पर स्प्रे करते रहे. शाम के समय खिड़की एवं दरवाजे बंद रखे. बागवानी करते समय या घास फूस वाली जगहों में समय बिताते समय पुरे कपड़े जैसे कि लंबी आस्तीन और पैंट पहनना कीटों के संपर्क को रोकने में मदद कर सकता है. इसके अलावा ‘बग स्प्रे’ लगाने से ये कीट बहुत हद करीब आने से बच सकते हैं. किसी भी स्थान पर अनावश्यक पानी न भरने दे ऐसे ने मच्छरों के पनपने की सम्भावना बढ़ जाती जाती है. खुले डस्टबिन का उपयोग ना करे साथ ही साफ़-सफाई का विशेष ध्यान रखे.
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मौसम संबंधी खतरे
इस समय गरज के साथ बारिश और अचानक मौसम में बदलाव आम बात है, जो अपने साथ कई चुनौतियाँ लेकर आता है. इन मौसम से जुड़े जोखिमों को कम करने के लिए समय समय पर हो रहे मौसम के बदलाव की जानकारी रहना ज़रूरी है.
गरज के साथ बारिश और तूफान से सुरक्षा
गरज के साथ बारिश तेज़ी से हो सकती है, जिससे तेज धूल भरी हवाएं और बिजली गिरने की संभावना अधिक होती है. कई बार धूल और धुंआदार हवाओ का सामना भी करना पद सकता है. अगर आप डस्ट एलर्जिक है तो मास्क का उपयोग करे और बहार निकलते समय चेहरे को साफ़ कपड़े से कवर करे और आँखों की सुरक्षा हेतु चस्मा हा हेलमेट का प्रयोग करे. बारिश में भीगने से बचे.
सुरक्षित रहने के लिए, मौसम के पूर्वानुमान पर नजर रखें और जैसे ही आपको गरज सुनाई दे, तुरंत आश्रय लें. बारिश में भीगने से बचे.
मौसमी बदलावों के दौरान कैसे करें आंखों की देखभाल
गर्मी, नमी और एलर्जी के कारण आँखों की कई तरह की समस्याएँ हो सकती हैं. आँखों से लेकर संक्रमण तक, इस मौसम में अपनी आँखों की देखभाल करना बहुत ज़रूरी है.
आंखों की समस्याओं को रोकना
अधिक पराग कण (मधुमक्खि, मच्छर और कीट) एलर्जी पैदा कर सकते हैं, जिससे आँखों में खुजली और पानी आने लगता है. धूप का चश्मा पहनने से आपकी आँखों को पराग, धूल और UV किरणों से बचाने में मदद मिल सकती है. अधिक पराग वाले दिनों में खिड़कियां बंद रखना और घर के अंदर हवा को फ़िल्टर करने के लिए एयर कंडीशनिंग का इस्तेमाल करना भी फायदेमंद होता है.
मुख्य बिंदु:
- वक्तिगत सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए गर्मी, बारिश और बदलते मौसम की स्थिति के बारे में जानकारी रखें.
- हल्के रंग के कपड़े पहनकर, तेज़ सुगंधों से बचकर और ‘बग स्प्रे”का उपयोग करके मधुमक्खियों और कीटो मच्छरों से खुद को सुरक्षित रखें.
- मौसम के पूर्वानुमान की निगरानी करें, गरज के दौरान आश्रय लें, खुले मैदानों से बचें और आपातकालीन किट तैयार रखें.
- पराग, धूल और यूवी किरणों से आंखों को बचाने के लिए धूप का चश्मा पहनें और उच्च पराग वाले दिनों में खिड़कि बंद रखें.
- सूखी आंखों को रोकने के लिए कृत्रिम आँसू का उपयोग करें और हाइड्रेटेड रहें, और कॉन्टैक्ट लेंस के लिए उचित स्वच्छता बनाए रखें.
- घर के अंदर एयर कंडीशनिंग का उपयोग करके और एलर्जी प्रतिक्रियाओं को कम करने के लिए निवारक उपाय करके एलर्जी के संपर्क को कम करें.
छोटे कीटों, मौसम के खतरों और आंखों की देखभाल के प्रति सचेत रहकर, आप इस मौसम को आत्मविश्वास और आराम से पार कर सकते हैं. सूचित रहें, निवारक उपाय करें और साल के इस बदलते मौसम की सुंदरता का आनंद लें.
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