400 मीटर की ऊंचाई से जबर्दस्त दिखता है राजगीर, दिल को सुकून देने वाला है माहौल
Bihar Tourism: विश्व शांति स्तूप बिहार के नालंदा जिले के राजगीर में स्थित एक मशहूर पर्यटन स्थल है. यह स्थान अपने समृद्ध इतिहास और अनूठे वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है. तो चलिए आज आपको बताते हैं विश्व शांति स्तूप के बारे में.
Bihar Tourism: बिहार पुरातात्विक अवशेषों और विभिन्न धर्मों के प्रमुख केंद्रों के लिए प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है. बिहार में मौजूद विश्व शांति स्तूप, शांति और प्रेम का प्रतीक माना जाता है. रत्नागिरी पहाड़ी पर बना यह स्मारक अपने अद्वितीय सौंदर्य के लिए दुनिया भर में मशहूर है. हर वर्ष बड़ी तादाद में लोग इस स्मारक का दीदार करने आते हैं. अगर आप भी बिहार घूमने आ रहे हैं, तो विश्व शांति स्तूप जरूर विजिट करें.
कहां स्थित है बुद्ध का यह स्मारक
विश्व शांति स्तूप बिहार के राजगीर जिले में स्थित एक विशाल स्तूप है, जो बुद्ध को समर्पित स्मारक है. यह स्थान बौद्ध धर्मावलम्बियों का प्रमुख दार्शनिक और आध्यात्मिक केंद्र है. बोधगया से करीब 70 किलोमीटर दूर यह पवित्र स्थान पर्यटकों के बीच प्रसिद्ध है. इसका निकटतम रेलवे स्टेशन राजगीर स्टेशन है, जो विश्व शांति स्तूप से करीब 8 किमी दूर है. शांत और मनोरम वातावरण के बीच स्थित स्तूप अत्यंत खूबसूरत है.
विश्व शांति के लिए इस जगह होती है प्रार्थना
बिहार के राजगीर में मौजूद विश्व शांति स्तूप का निर्माण नव-बौद्ध संगठन निप्पोनजन मायोहोजी ने करवाया है. यह स्तूप करीब 400 मीटर ऊंचे रत्नागिरी पहाड़ पर स्थित है, जहां से इसके चारों ओर का दृश्य अत्यंत सुंदर दिखाई पड़ता है. संगमरमर से बनी हुई इस खूबसूरत संरचना के ऊपरी भाग पर बुद्ध की चार स्वर्ण प्रतिमाएं हैं, जो बुद्ध के जीवन काल के पड़ावों- जन्म, ज्ञानोदय, उपदेश और मृत्यु को दर्शाती हैं. इस स्तूप के पास एक मंदिर मौजूद है, जहां विश्व शांति के लिए प्रार्थनाएं की जाती हैं. यहां आने वाले पर्यटकों को असीम शांति की अनुभूति होती है. इसी कारण इस स्तूप को शांति शिवालय भी कहा जाता है. विश्व शांति स्तूप का उद्देश्य दुनिया में शांति और समृद्धि को बढ़ावा देना है.
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