World’s Tallest Lord Shiva Statues: दुनिया की पांच सबसे ऊंची शिव प्रतिमाओं की करें खोज
भगवान शिव की ये विशाल मूर्तियां न केवल वास्तुकला के चमत्कार हैं, बल्कि पवित्र स्थल भी हैं जो दुनिया भर से लाखों भक्तों और पर्यटकों को आकर्षित करते हैं. प्रत्येक मूर्ति, अपनी अनूठी विशेषताओं और राजसी उपस्थिति के साथ, समृद्ध सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत की एक शक्तिशाली याद दिलाती है जो पीढ़ियों को प्रेरित करती रहती है
World’s Tallest Lord Shiva Statues: भगवान शिव, जिन्हें हिंदू त्रिदेव के रूप में पूजा जाता है, गहन आध्यात्मिकता, ध्यान और जीवन के ब्रह्मांडीय नृत्य के प्रतीक के रूप में विराजमान हैं.न सिर्फ भारतवर्ष में बल्कि दुनिया भर में, भगवान शिव की ऊंची-ऊंची मूर्तियां(World’s Tallest Lord Shiva Statues) बनाई गई हैं, जिनमें से प्रत्येक वास्तुकला की सरलता और धार्मिक भक्ति का प्रमाण है.
भगवान शिव को समर्पित ये प्रतिमाएं भक्तों के गहन विश्वास और सम्मान को दर्शाती है. यहां पर आपको विश्व की 5 सबसे बड़ी शिव प्रतिमा(World’s Tallest Lord Shiva Statues) के बारे में बताया गया है
1.विश्वास स्वरूपम, राजस्थान, 369 फीट
- स्थान:नाथद्वारा, राजस्थान, भारत
- ऊंचाई: 369 फीट
- विश्व की सबसे ऊंची शिव प्रतिमा, विश्वास स्वरूपम(Vishwas Swaroopam, Rajasthan) का उद्घाटन 2022 में पवित्र शहर नाथद्वारा में किया गया था. यह विशाल आकृति, जिसे विश्वास की प्रतिमा के रूप में भी जाना जाता है, भगवान शिव को ध्यान मुद्रा में दर्शाती है, जो शांति और आंतरिक शक्ति का प्रतीक है. इसकी विशाल उपस्थिति आस्था और भक्ति का प्रतीक है, जो मीलों दूर से दिखाई देती है, जो इसे एक प्रमुख स्थल और तीर्थ स्थल बनाती है.
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2. कैलाशनाथ महादेव, नेपाल – 143 मीटर
- स्थान: सां गा, नेपाल
- ऊंचाई:143 मीटर (लगभग 469 फीट)
- सांगा के शांत परिदृश्य के बीच स्थित कैलाशनाथ महादेव की मूर्ति (Kailashnath Mahadev, Nepal), दुनिया भर में दूसरी सबसे ऊंची शिव प्रतिमा है. हाथ में त्रिशूल और शांत भाव के साथ इसकी राजसी मुद्रा शिव के दिव्य सार का प्रतीक है. हिमालय पर्वतमाला की पृष्ठभूमि में स्थापित यह मूर्ति एक लुभावने दृश्य प्रस्तुत करती है और भक्तों और पर्यटकों के लिए एक आध्यात्मिक नखलिस्तान के रूप में कार्य करती है.
3. मुरुदेश्वर शिव प्रतिमा, कर्नाटक – 123 मीटर
- स्थान:मुरुदेश्वर, कर्नाटक, भारत
- ऊंचाई: 123 मीटर (लगभग 403 फीट)
- अरब सागर के तट पर स्थित, मुरुदेश्वर प्रतिमा बड़े मुरुदेश्वर मंदिर(Murudeshwar Shiva Statue, Karnataka) परिसर का हिस्सा है. यह प्रतिष्ठित प्रतिमा, जो एक बहती हुई पोशाक के साथ बैठी हुई मुद्रा में शिव का प्रतिनिधित्व करती है, एक शांत लेकिन शक्तिशाली उपस्थिति को दर्शाती है. सुंदर समुद्र तट की सेटिंग आध्यात्मिक माहौल को बढ़ाती है, जो तीर्थयात्रियों और यात्रियों को शांति और दिव्य आशीर्वाद की तलाश में आकर्षित करती है.
4. आदियोगी शिव प्रतिमा, तमिलनाडु – 112 मीटर
- स्थान: कोयंबटूर, तमिलनाडु, भारत
- ऊंचाई:112 मीटर (लगभग 367 फीट)
- गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स द्वारा “सबसे बड़ी प्रतिमा”(Adiyogi Shiva Statue, Tamil Nadu) के रूप में मान्यता प्राप्त आदियोगी शिव प्रतिमा, योग और ध्यान के स्रोत का प्रतीक है. ईशा योग केंद्र में स्थित, यह प्रतिमा शिव को पहले योगी (आदियोगी) के रूप में दर्शाती है और योग और आध्यात्मिक कल्याण को बढ़ावा देने में एक केंद्रीय व्यक्ति है. प्रतिमा की जटिल बारीकियां और शांत अभिव्यक्ति आंतरिक परिवर्तन और शांति को प्रेरित करती है.
5. मंगल महादेव, मॉरीशस – 108 मीटर
- स्थान: ग्रैंड बेसिन, मॉरीशस
- ऊंचाई: 108 मीटर (लगभग 354 फीट)
- पवित्र गंगा तालाब (ग्रैंड बेसिन) के पास स्थित, मंगल महादेव प्रतिमा मॉरीशस(Mangal Mahadev, Mauritius) और भारत के बीच मजबूत सांस्कृतिक और आध्यात्मिक संबंधों का प्रतीक है. त्रिशूल और आशीर्वाद देने वाले हाथ के साथ शिव को दर्शाती यह प्रतिमा झील को देखती है, जो महा शिवरात्रि उत्सव के दौरान एक प्रमुख तीर्थ स्थल है.
ये शानदार मूर्तियां न केवल भगवान शिव के दिव्य पहलुओं का प्रतिनिधित्व करती हैं, बल्कि अपने-अपने क्षेत्रों की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत को भी दर्शाती हैं.
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