Yoga Asanas for Back Pain: भारत में योगा का महत्व काफी ज्यादा है. यहां सदियों से लोग योग का इस्तेमाल कई तरह की शारीरिक समस्याओं से निपटने के लिए और खुद को सेहतमंद रखने के लिए करते हैं. ऐसे में आज हम आपको 8 ऐसे योगासनों के बारे में बताने वाले हैं जो आपकी मदद पीठ दर्द से छुटकारा पाने में कर सकते हैं. तो चलिए इन आसनों के बारे में जानते हैं.
मार्जरी आसन: कैट-काउ पोज़, जिसे मार्जरीआसन के नाम से भी जाना जाता है, एक हल्का बैकबेंड है जो रीढ़ को स्ट्रेच करता है और एक्टिव करता है. पीठ और कंधे की मसल्स भी खिंचती हैं.
भुजंगासन: पीठ दर्द के लिए सबसे अच्छे योगासनों में से एक है भुजंगासन. यह चेस्ट , शोल्डर्स और पेट को स्ट्रेच करता है. यह रीढ़ की हड्डी को भी मजबूत करता है और साइटिका से राहत दिलाता है.
सलभासन: जिसे लोकस्ट पोज़ के नाम से भी जाना जाता है, एक हल्का बैकबेंड है जो बाहों, पैरों और धड़ को टोन करता है. यह आसन पीठ के निचले हिस्से के दर्द और थकावट को कम करता है.
बालासन: बच्चों की मुद्रा, जिसे बालासन भी कहा जाता है, पीठ के निचले हिस्से के तनाव से राहत दिलाती है. इसमें रीढ़ की हड्डी को डीकंप्रेस करना और स्ट्रेच करना शामिल है.
Also Read: फिजियोथेरेपी क्या है और मॉडर्न लाइफस्टाइल के लिए क्यों है जरूरी? जानें क्या कहते हैं एक्सपर्टकपोतासन: इस मुद्रा में कूल्हे के जोड़ को खींचने से जोड़ अधिक लचीला और गतिशील हो जाता है. कबूतर मुद्रा पीठ के निचले हिस्से के मामूली दर्द और कूल्हे के दर्द को कम करने में मदद कर सकती है.
मलासन: मलासन आपकी पीठ के पूरे निचले हिस्से को फैलाता है, जिसमें धड़, कूल्हे, कमर और क्वाड्रिसेप्स शामिल हैं. यह पीठ दर्द को कम करता है और इन जगहों में रक्त के प्रवाह को पुनर्जीवित करता है.
त्रिकोणासन: खड़े होकर किया जाने वाला एक ट्रेडिशनल आसन, त्रिकोणासन गर्दन, पीठ और कटिस्नायुशूल के दर्द से राहत दिलाने में मदद करता है. इसके अलावा, यह कूल्हे, ग्रोइन और रीढ़ की हड्डी में खिंचाव की सुविधा देता है.
Also Read: Yoga Tips: 50 की उम्र में भी दिखना है फिट और यंग तो आज से ही शुरू कर दें ये योगासनअधो मुख संवासन: पीठ के निचले हिस्से की उचित मुद्रा बनाए रखने के लिए, यह मुद्रा पेट की डीप मसल्स को मजबूत करने का काम करती है. यह साइटिका और पीठ दर्द में मदद करता है.