Tulsi Plant Care: सर्दियों में भी रखें तुलसी के पौधे को हरा-भरा, अपनाएं ये आसान तरीके

Tulsi Plant Care: सर्दियों जिस तरह इंसान की त्वचा रूखी और बेरंग हो जाती है. उसी तरह अन्य पेड़-पौधे की तरह तुलसी का पौधा भी सूखने लगता है.

By Shashank Baranwal | January 10, 2025 5:34 PM

Tulsi Plant Care: हिन्दू धर्म में कई पेड़-पौधों को पूजने की मान्यता है. लेकिन तुलसी का पौधा ही एकमात्र है, जिसकी पूजा घर में की जा सकती है. सर्दियों जिस तरह इंसान की त्वचा रूखी और बेरंग हो जाती है. उसी तरह अन्य पेड़-पौधे की तरह तुलसी का पौधा भी सूखने लगता है. ठंडी-ठंडी ओस की बूंदों से तुलसी की पत्तियों में सूखने के साथ झड़ने की संभावना ज्यादा हो जाती है. जिसकी वजह से तुलसी के पौधे की अच्छे से देखभाल की जरूरत होती है, क्योंकि तुलसी का पौधा न सिर्फ पूजनीय है, बल्कि इसमें कई सारे औषधीय गुण भी रहते हैं, जो कि सेहत के लिए काफी फायदेमंद साबित होते हैं. ऐसे में आइए जानते हैं कि तुलसी के पौधे को सर्दियों में भी कैसे हरा-भरा रखा जा सकता है.

सूती कपड़ों से ढकें

सर्दियों में जब शाम को तापमान कम होने लगे और ओस की बूंद गिरने लगे तो तुलसी के पौधे को सूती कपड़े से ढक देना चाहिए. ऐसा करने से ओस की बूंद तुलसी के पौधे पर नहीं पड़ती है. जिससे पौधा सूखने से बच जाता है और हरा-भरा रहता है.

ठंडे पानी से जल न डालें

सर्दियों में जिस तरह इंसान ठंडे पानी से नहाने पर कंपकंपा जाता है. उसी तरह पेड़-पौधे भी नाजुक होते हैं. ऐसे में इन दिनों ठंडे पानी से जल डालने से बचना चाहिए. अगर तुलसी के पौधे पर जल डाल रहे हैं तो ताजा पानी का इस्तेमाल करें, क्योंकि ताजे पानी में गर्माहट भी होती है.

मिट्टी सूखने के बाद जल चढ़ाएं

सर्दियों में तुलसी के पौधे को हरा-भरा रखने के लिए लोटा भर जल चढ़ाने से बचना चाहिए. इसके लिए जल चढ़ाते वक्त ज्यादा पानी न पौधे पर न डालें. इसके अलावा, इस बात का भी ध्यान रखें कि जब मिट्टी सूख जाए तो ही पौधे पर जल चढ़ाएं, क्योंकि ज्यादा पानी से कवक संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है.

गोबर की खाद का करें इस्तेमाल

तुलसी के पौधे को हरा-भरा रखने के लिए गोबर की खाद का भी इस्तेमाल किया जा सकता है. इसके लिए सबसे पहले आपको गोबर को थोड़ा सुखा लेना पड़ेगा. इसके बाद पौधे के जड़ के पास मिट्टी खोदकर उसमें खाद को डाल दें.

यह भी पढ़ें- Swapna Shastra: सपने में सांप दिखना किन परिस्थितियों में होता है शुभ और कब अशुभ? यहां जानें

Disclaimer: यह आर्टिकल सामान्य जानकारियों और मान्यताओं पर आधारित है. प्रभात खबर किसी भी तरह से इनकी पुष्टि नहीं करता है.

Next Article

Exit mobile version