Union Budget 2022: बजट की खास बातें जो आप शायद ही जानते हों
Union budget 2022: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज यानी 1 फरवरी 2022 को बजट पेश करेंगी. आप जिस तरह अपने घर का बजट बनाते हैं, उसी तरह सरकार हर साल अपना बजट बनाती है. भारतीय इतिहास में बजट से जुड़ी कई ऐसी घटनाएं हैं जिनके बारे में आप शायद ही जानते हों. आइए डालते हैं इन्हीं तथ्यों पर एक नजर...
1. बजट (Budget) की उत्पति
बजट शब्द वास्तव में लैटिन शब्द बुल्गा से लिया गया है. बुल्गा का अर्थ होता है चमड़े का थैला. इसके बाद यह शब्द फ्रांस की भाषा में बोऊगेट बना. इसके बाद थोड़े से अपभ्रंश के बाद अंग्रेजी में यह शब्द बोगेट या बोजेट बना. बाद में यही शब्द बजट बन गया.
2. आजादी के बाद का पहला बजट
आजादी के बाद पहले वित्त मंत्री आर. शन्मुखम चेट्टी ने 26 नवंबर 1947 को शाम 5 बजे स्वतंत्र भारत देश का पहला बजट पेश किया था. यह पूर्ण बजट नहीं था.
3. 11 बजे ही क्यों पेश होता है बजट
अब बजट दोपहर में 11 बजे पेश किया जाता है. इससे पहले ब्रिटिश काल में बजट शाम 5 बजे पेश किया जाता था. ऐसा इसलिए किया जाता था, ताकि रात भर बजट पर काम करने वाले अधिकारियों को थोड़ा आराम मिल सके. 1955 तक बजट सिर्फ अंग्रेजी में प्रकाशित किया जाता था, लेकिन 1955-56 से सरकार ने इसे हिंदी में भी प्रकाशित करना शुरू कर दिया.
4. बजट (Budget) की छपाई
बजट (Budget) पेपर पहले राष्ट्रपति भवन में ही छापे जाते थे. लेकिन साल 1950 में Budget पेपर लीक हो जाने के बाद से इन्हें दिल्ली के मिंटो रोड स्थित सिक्योरिटी प्रेस में छापा जाने लगा. साल 1980 से बजट (Budget)पेपर नॉर्थ ब्लॉक से प्रिंट होने लगे. शुरुआत में बजट (Budget)अंग्रेजी में बनाया जाता था. लेकिन साल 1955-56 से बजट (Budget)दस्तावेज हिन्दी में भी तैयार किए जाने लगे. साल 1955-56 में बजट (Budget) में पहली बार कालाधन उजागर करने की योजना शुरू की गई थी.
5.अंतरिम बजट
‘अंतरिम बजट’ शब्द का प्रयोग पहली बार आर. शन्मुखम चेट्टी ने 1948-49 के अपने बजट भाषण में किया था. इसके बाद से ही छोटी अवधि के बजट के लिए अंतरिम शब्द का प्रयोग किया जाने लगा.
6. बजट पेश करने वाली महिलाएं
पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी (Indira Gandhi) आजाद भारत का बजट पेश करने वाली पहली महिला बनीं. प्रधानमंत्री के तौर पर उन्होंने वित्त विभाग भी संभाला. हालांकि, 5 जुलाई, 2019 को निर्मला सीतारमण देश का बजट पेश करने वाली भारत की पहली पूर्णकालिक महिला वित्त मंत्री बनीं. मतलब निर्मला सीतारमण से पहले कोई ऐसी महिला नहीं थीं, जो केवल वित्त मंत्री रही हों.
7. सबसे अधिक बजट पेश करने का रिकॉर्ड
देश के पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई ने अब तक सबसे अधिक 10 बार बजट पेश किया. वे 6 बार वित्त मंत्री और 4 बार उप प्रधानमंत्री रहे. इनमें 2 अंतरिम बजट (Interim Budget) भी शामिल हैं. अपने जन्मदिन पर 2 बार बजट (Budget) पेश करने वाले भी वे देश के एकमात्र वित्त मंत्री रहे.
8. पहले वित्त मंत्री सीडी देशमुख
सीडी देशमुख भारत के पहले ऐसे वित्त मंत्री थे, जो मंत्री बनने से पहले रिजर्व बैंक के गवर्नर भी रह चुके थे. बता दें वह रिजर्व बैंक के पहले गवर्नर थे.