Vastu Tips For House: घर में है वास्तु दोष तो सुधारने के लिए करें ये ज्योतिषीय उपाय
Vastu Tips For House: वास्तु शास्त्र में ऊर्जा और दिशाओं के बारे में काफी अच्छे से बताया गया है. आइए जानें घर में वास्तु के किन दोषों से बचना चाहिए.
Vastu Tips For House: वास्तु शास्त्र, सदियों से चली आ रही एक प्राचीन भारतीय परंपरा है, जो भवन निर्माण और डिजाइन में ऊर्जा के संतुलन और सामंजस्य पर केंद्रित है. माना जाता है कि यह सकारात्मक ऊर्जा प्रवाह को बढ़ावा देकर स्वास्थ्य, समृद्धि और समग्र जीवनशैली में सुधार ला सकता है.
नल से टपकता पानी
समस्या: घर में टपकते नल न केवल जल बर्बादी करते हैं, बल्कि वास्तु शास्त्र के अनुसार, नकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह भी बढ़ा सकते हैं.
नकारात्मक प्रभाव
धन हानि: टपकते नल से धन का रिसाव माना जाता है, जिसके कारण आर्थिक तंगी हो सकती है.
नकारात्मक ऊर्जा: टपकते पानी की आवाज अशांति और तनाव पैदा कर सकती है, जिससे घर में नकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ सकता है.
स्वास्थ्य समस्याएं: वास्तु शास्त्र के अनुसार, टपकते नल का संबंध स्वास्थ्य समस्याओं, खासकर पेट से संबंधित बीमारियों से हो सकता है.
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समाधान
तुरंत मरम्मत: तुरंत सभी टपकते नलों की मरम्मत या बदलवाएं.
नियमित जांच: नियमित रूप से नलों की जांच करें और किसी भी संभावित रिसाव को जल्द से जल्द ठीक करें.
पानी का संरक्षण: पानी बचाने के लिए टपकने से रोकने वाले नल लगाएं.
सकारात्मक ऊर्जा: टपकते नल को ठीक करने के बाद, उस स्थान को साफ करें और सकारात्मक ऊर्जा लाने के लिए एक छोटा सा पौधा या क्रिस्टल रखें.
उत्तर और उत्तर-पूर्व दिशा
महत्व: उत्तर और उत्तर-पूर्व दिशा को सूर्य के प्रकाश और प्राकृतिक ऊर्जा का प्रवेश द्वार माना जाता है.
सकारात्मक प्रभाव
मानसिक स्वास्थ्य: उत्तर दिशा ग्रह राहु से जुड़ी है, जो ज्ञान और बुद्धि से संबंधित है. इस दिशा में खुलापन मानसिक स्वास्थ्य और एकाग्रता में सुधार कर सकता है.
सौभाग्य: उत्तर-पूर्व दिशा ग्रह कुबेर से जुड़ी है, जो धन और समृद्धि का देवता है. इस दिशा में खुलापन सौभाग्य और समृद्धि ला सकता है.
सुझाव
खिड़कियां और दरवाजे: इन दिशाओं में खिड़कियां या दरवाजे अवश्य रखें.
प्रकाश व्यवस्था: इन दिशाओं में पर्याप्त प्रकाश व्यवस्था सुनिश्चित करें.
अव्यवस्था: इन दिशाओं में भारी फर्नीचर या अवरोधों से बचें जो प्राकृतिक प्रकाश को अवरुद्ध कर सकते हैं.
पौधे: इन दिशाओं में हरे रंग के पौधे लगाएं.
दक्षिण दिशा
महत्व: दक्षिण दिशा को ‘अग्नि दिशा’ माना जाता है, जो ऊर्जा और प्रेरणा से जुड़ी है.
सकारात्मक प्रभाव
आत्मविश्वास: दक्षिण दिशा ग्रह मंगल से जुड़ी है, जो साहस और आत्मविश्वास का ग्रह है. इस दिशा में सकारात्मक ऊर्जा आत्मविश्वास और प्रेरणा को बढ़ा सकती है.
यश: दक्षिण दिशा ग्रह यम से भी जुड़ी है, जो व्यवसाय और करियर से संबंधित है. इस दिशा में सकारात्मक ऊर्जा यश और सफलता प्राप्त करने में मदद कर सकती है.
सुझाव
खिड़कियां: अगर आपकी खिड़की दक्षिण की ओर है, तो बाहर नीम का पेड़ लगाने पर विचार करें (अगर यह आपके मौसम के लिए उपयुक्त है). पारंपरिक रूप से माना जाता है कि नीम के पेड़ों में वायु-शोधन गुण होते हैं.
जन्मकुंडली से सम्बंधित किसी भी तरह से जानकारी प्राप्त करने हेतु दिए गए नंबर पर फोन करके जानकारी प्राप्त कर सकते है .
ज्योतिषाचार्य संजीत कुमार मिश्रा
ज्योतिष वास्तु एवं रत्न विशेषज्ञ
8080426594/9545290847