Vastu Tips: वास्तु शास्त्र एक प्राचीन भारतीय विज्ञान है जो घर और कार्यस्थल के ठीक से नियंत्रित करने के लिए मार्गदर्शन प्रदान करता है. वास्तु शास्त्र के अनुसार घर के वास्तु में आपके किचन का बहुत महत्व होता है. घर- मकान वास्तु शास्त्र की दृष्टि से अगर नहीं बने हो तो जीवन में तरह-तरह की परेशानियां आ सकती हैं. रसोई को घर का हृदय माना जाता है, उसका वास्तु शास्त्र में भी एक महत्वपूर्ण स्थान है. एक सकारात्मक और अज्छी तरह से व्यव्सथित रसोई घर की तरक्की को बढ़ा सकता है. ये हैं बाबा बिमलेश (वास्तु शास्त्र विशेषज्ञ) के बताए गए कुछ टिप्स जो आपके रसोई को सकारात्मक ऊर्जा से भरपूर बना सकते हैं. रसोई का स्थान
किचन या रसोई का उत्तर या पूर्व की दिशा में होना बेहद ही शुभ माना जाता है. वास्तु शास्त्र के अनुसार किचन के इस दिशा में होने से सूर्य की किरणों का किचन में प्रवेश होता है, जो सेहत और आनंद को बढ़ावा देती हैं. रसोई में दीवारों का रंग
रसोई की दीवारों का रंग पीला, ऑरेंज या लाल होना चाहिए, क्योंकि ये रंग ऐसे हैं जो ऊर्जा को बढ़ावा देते हैं और घर में एक सकारात्मक माहौल बनाए रखते हैं.
अलमारियों का अरेंजमेंट
रसोई में सामग्री रखने के लिए अलमारी और रैक्स को साफ-सुथरा और व्यवस्थित रखें. ऐसा करने से आपके घर में धन और समृद्धि को बढ़ावा मिलेगा.
अग्निचुल्हे की जगह
अपने किचन में अग्निचुल्हे को पश्चिम दिशा में रखना वास्तु शास्त्र के अनुसार शुभ माना जाता है क्योंकि इससे रसोई की उर्जा में वृद्धि होती है और खाद्य तैयार करने में सहारा मिलता है. किचन के सिंक की दिशा
आपके किचन का सिंक उत्तर या पूर्व दिशा में होना चाहिए ताकि सफाई और उच्च स्तर की आदतें बनी रहें. वास्तु शास्त्र के अनुसार ऐसा करने से घर में समृद्धि और बरकत को बढ़ावा मिलता है.
रसोई की सफाई
रसोई को हमेशा साफ-सुथरा रखना चाहिए. ऐसा करने से आपके घर में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है.
विद्युत चीजों की स्थापना
रसोई में विद्युत उपकरणों की स्थापना सोच समझकर करें. इससे उच्च ऊर्जा द्रव्य का सही उपयोग होता है और विद्युत संबंधित समस्याओं से बचा जा सकता है.
अच्छा वातावरण बनाएं रखें
रसोई में ताजगी और शांति बनाए रखने के लिए पौधों या फूलों को स्थापित करें. यह वातावरण को हल्का और रसोई को सुखद बनाए रखने में मदद करेगा.