Vastu Tips: चैत्र नवरात्र का हिंदुओं में बड़ा महत्व है, कुछ ही दिनों में नौ दिनों का ये भव्य त्योहार शुरू होने वाला है, इस दौरान पूजा अर्चना बड़े ही नियमों के साथ होती हैं. ऐसे में जानें बाबा बिमलेश (वास्तु शास्त्र विशेषज्ञ) से कि चैत्र नवरात्र के दौरान खास तौर से वास्तु के किन नियमों का ध्यान रखना चाहिए.
वास्तु के नियमों के अनुसार, माता रानी की मूर्ति को एक लकड़ी के बने चौकी पर विराजमान करना चाहिए और मूर्ति के नीचे खास तौर से एक लाल रंग का वस्त्र रखना चाहिए.
Also Read: Vastu Tips: घर घुसते साथ इन चीजों पर पड़ती है नजर तो हो जाएं सावधान, लग सकता है दोष
Vastu Tips: ऐसी बनवाएं माता की चौकी
चैत्र नवरात्र में किन रंगों का प्रयोग करना शुभ होता है
नवरात्र के पूजा के दौरान कुछ ऐसे रंग होते हैं जिनके उपयोग काफी शुभ माना जाता है. वास्तु के अनुसार पूजा की सामग्रियों में खास तौर से लाल और पीले रंग का होना अनिवार्य है और इस बात का खास ध्यान रखना चाहिए कि एक भी सामग्री काले रंग की न हो क्योंकि पूजा में उसे अशुभ माना जाता है.
वास्तु के अनुसार माता की सबसे अच्छी मूर्ति कौन सी होती है?
वास्तु शास्त्र के अनुसार अगर आप चैत्र नवरात्रि में अपने घर में माता रानी की मूर्ति स्थापित करते हैं तो वो प्रतिमा ऊंचाई में ज्यादा बड़ी नहीं होनी चाहिए, उसकी लंबाई 3 से 4 इंच की ही होनी चाहिए. बात करें मूर्ति के रंग की तो हल्का पीला, लाल और गुलाबी रंग मूर्ति के लिए शुभ माना जाता है.
वास्तु के अनुसार किस दिशा में होनी चाहिए माता रानी की चौकी ?
नवरात्र के व्रत के दौरान पूजा करने वाले अधिकतम लोग अपने घरों में माता रानी की चौकी स्थापित करते हैं. वास्तु के नियमों के अनुसार, माता की चौकी को घर के ईशान कोण में स्थापित करना चाहिए क्योंकि इस दिशा को हिंदू ग्रंथों के अनुसार सबसे पवित्र माना जाता है क्योंकि इस दिशा में सभी देवताओं का वास होता है.
Also Read: Vastu Tips For Window: घर बनाते वक्त इस दिशा में भूलकर भी न बनाएं खिड़की, लग सकता है वास्तु दोष