Vastu Tips For Diwali: इस साल दिवाली का त्योहार 1 नवंबर को मनाया जाने वाला है, जिसकी तैयारियां अभी से ही शुरू हो गई है और बाजार में भी इसकी रौनक देखी जा सकती है. पूरा बाजार दिवाली की साज-सजावट और पूजा में इस्तेमाल होने वाली चीजों से पटा हुआ है. दिवाली के त्योहार के बारे में यह मान्यता है कि यही वह शुभ दिन था, जब भगवान राम चौदह वर्ष का वनवास काटने के बाद, अपनी अयोध्या नगरी वापस आए थे और पूरे नगर वासियों ने उनका स्वागत घी के दीये जलाकर किया था, जिसका उत्सव आज भी लोग दीये जलाकर मनाते हैं. इस लेख में आपको यह बताने का प्रयास किया जा रहा है कि वास्तु के अनुसार आपको दिवाली के समय दीये जलाते वक्त किन बातों का ध्यान रखना चाहिए, जिससे आपको वास्तु से जुड़े लाभ की प्राप्ति हो सके.
केवल मिट्टी के दीये का करें इस्तेमाल
वर्तमान समय में लोग फैशन और ट्रेंड को फॉलो करते हुए, दिवाली में ऐसे दीये को जलाते हैं जो प्लास्टिक या फिर किसी अन्य पदार्थों से मिलकर बनें होते हैं. वास्तु के अनुसार ऐसा करना सही नहीं माना जाता है और मिट्टी के दीये जलाने की सलाह दी जाती है. मिट्टी के दीये पवित्रता का प्रतीक होते हैं और शुभ अवसरों पर इसका इस्तेमाल किया जाना भी अच्छा माना जाता है.
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इस दिशा में रखें दीये
वास्तु शास्त्र के अनुसार दिवाली के दिन आपको दीयों को ऐसी दिशा में लगाना चाहिए जो सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक हो. इस दिवाली आप दीये को पूर्व दिशा में रख सकते हैं, क्योंकि पूर्व दिशा सुख और समृद्धि का प्रतीक मानी जाती है. आप दीये को उत्तर दिशा में भी रख सकते हैं, यह दिशा धन के देवता कुबेर की पसंदीदा दिशा मानी जाती है.
इन जगहों पर जलाएं दीये
वास्तु शास्त्र की मानें तो आपको अपने प्रवेश द्वार पर दीये जरूर से लगाने चाहिए, क्योंकि ऐसा करना वास्तु के अनुसार शुभ माना जाता है और यह आपके घर में सकारात्मक ऊर्जा भी लेकर आता है. वास्तु के अनुसार पूजा घर के अलावा, आपको अपने घर के मुख्य जगहों जैसे- लिविंग रूम और रसोई घर में भी जरूर से दीये जलाने चाहिए.
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Disclaimer: यह आर्टिकल सामान्य जानकारियों और मान्यताओं पर बेस्ड है. प्रभात खबर किसी भी तरह से इनकी पुष्टि नहीं करता है.