Vastu Tips For Home: घर की चाहिए शांति और समृद्धि, अपनाएं वास्तु के ये उपाय
Vastu Tips For Home: वास्तु में कुछ ऐसे उपाय हैं जिससे आप अपने घर को सकारात्मक ऊर्जा से भर सकते हैं और घर में सुख शांति ला सकते हैं.
Vastu Tips For Home: वास्तु शास्त्र, प्राचीन भारतीय वास्तुकला का एक महत्वपूर्ण पहलू है, जो हमें अपने घर को एक सकारात्मक और सामंजस्यपूर्ण वातावरण बनाने के तरीके बताता है. महिलाओं के लिए कुछ विशेष वास्तु टिप्स दिए गए हैं जो घर में शांति और समृद्धि लाने में मदद कर सकते हैं.
Vastu Tips For Home: आइए इन टिप्स को विस्तार से समझते हैं
रसोईघर: घर का दिल
खाना बनाने का समय: सुबह और दोपहर के समय खाना बनाना शुभ माना जाता है. रात में बहुत देर तक खाना बनाना या खाना नहीं बनाना चाहिए.
अनाज का भंडारण: अनाज को हमेशा साफ और सूखी जगह पर रखें. अनाज के डिब्बे या थैले को कभी भी जमीन पर न रखें.
रसोई में पौधे: तुलसी का पौधा रसोई में रखना शुभ माना जाता है. यह नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है और घर में सकारात्मकता लाता है.
शयनकक्ष: आराम का स्थान
दर्पण का स्थान: शयनकक्ष में दर्पण को बिस्तर के सामने या ऐसे स्थान पर न लगाएं जहां आप सोते समय अपनी प्रतिबिंब देख सकें.
बिस्तर का स्थान: बिस्तर को दीवार के सहारे लगाएं और उसके नीचे कोई भी सामान न रखें.
रंग: शयनकक्ष में हल्के रंगों का उपयोग करें. यह मन को शांत रखता है और नींद अच्छी आती है.
पूजा घर: आध्यात्मिक केंद्र
दिशा: पूजा घर को उत्तर-पूर्व दिशा में होना चाहिए.
देवी-देवताओं की मूर्तियां: देवी-देवताओं की मूर्तियों को साफ कपड़े से ढककर रखें.
दीपक: रोजाना शाम को घी का दीपक जलाएं. इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है.
झाड़ू और पैर
क्यों: झाड़ू को घर की नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने का साधन माना जाता है. इसे पैर से लगाना अशुभ माना जाता है क्योंकि इससे नकारात्मक ऊर्जा को घर में प्रवेश करने का अवसर मिलता है.
क्या करें: झाड़ू को हमेशा सम्मान के साथ रखें और उसे उठाने या रखने के लिए हाथ का उपयोग करें.
बर्तन और चूल्हा
क्यों: खाना बनाने के बाद बर्तन न हटाने से नकारात्मक ऊर्जा पैदा होती है जो घर के वातावरण को प्रभावित करती है.
क्या करें: भोजन बनाने के तुरंत बाद बर्तनों को साफ कर लें और उन्हें सही जगह पर रखें.
दरवाजे
क्यों: दरवाजे घर में प्रवेश करने और निकलने का मार्ग होते हैं. उन्हें पैर से खोलना अशांति का कारण बन सकता है.
क्या करें: दरवाजों को हमेशा हाथ से धीरे से खोलें और बंद करें.
दहलीज
क्यों: दहलीज को घर का मुख माना जाता है. यहां बैठना अशुभ माना जाता है क्योंकि इससे घर में धन का प्रवाह रुक सकता है.
क्या करें: दहलीज पर बैठने या सोने से बचें.
शौचालय
क्यों: शौचालय को घर का सबसे अशुद्ध स्थान माना जाता है. इसलिए इसे हमेशा बंद रखना चाहिए.
क्या करें: शौचालय को साफ रखें और उसके दरवाजे को हमेशा बंद रखें.
मेहमानों का स्वागत
क्यों: मेहमानों का स्वागत करना भारतीय संस्कृति का एक अभिन्न हिस्सा है. उनका अपमान करना अशुभ माना जाता है.
क्या करें: मेहमानों का हमेशा सम्मान के साथ स्वागत करें.
नमक और सफेद वस्तुएं
क्यों: नमक को नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने का एक शक्तिशाली उपाय माना जाता है. सफेद रंग शुद्धता का प्रतीक है.
क्या करें: सप्ताह में एक बार घर में नमक से पोंछा लगाएं और सफेद वस्तुओं का दान करें.
घड़ी
क्यों: घड़ी समय का प्रतीक है और इसे हमेशा चलती रहनी चाहिए. रुकी हुई घड़ी अशुभ मानी जाती है.
क्या करें: घर में मौजूद सभी घड़ियों को हमेशा चलती रहें.
जन्मकुंडली, वास्तु, तथा व्रत त्यौहार से सम्बंधित किसी भी तरह से जानकारी प्राप्त करने हेतु दिए गए नंबर पर फोन करके जानकारी प्राप्त कर सकते है .
ज्योतिषाचार्य संजीत कुमार मिश्रा
ज्योतिष वास्तु एवं रत्न विशेषज्ञ
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