Vastu Tips: घर एक ऐसी जगह है जो हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण होती है. हम अपने जीवन का एक बड़ा हिस्सा अपने घर में बिताते हैं. यही वजह है कि हमारे घर की ऊर्जा हमारे जीवन पर बहुत प्रभाव डालती है. ऐसे में अगर घर में नकारात्मक ऊर्जा है तो जीवन में परेशानियां भी दोगुनी हो जाती हैं. यही वजह है कि घर बनाते समय वास्तु का खास ध्यान रखा जाता है. लेकिन कई बार कुछ ऐसी गलतियां हो जाती हैं, जिनका असर लंबे समय तक रहता है.
घर का एक अहम हिस्सा सीढ़ियां होती हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि घर में बनी सीढ़ियों की संख्या भी बहुत मायने रखती है. सीढ़ियां किस दिशा में बनी हैं, ये बात भी वास्तु दोष का कारण हो सकती है. साथ ही अगर आप कुछ बातों का ध्यान रखेंगे तो ये सीढ़ियां आपको सफलता की राह पर भी आगे ले जा सकती हैं. आइए आपको इसके बारे में बताते हैं.
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कितनी होनी चाहिए सीढ़ियां
वास्तु में सीढ़ियों को उन्नति का प्रतीक माना जाता है. इसे हमेशा वास्तु के हिसाब से ही बनवाना चाहिए. सीढ़ियों की संख्या हमेशा विषम होनी चाहिए. जैसे, अगर छोटी सीढ़ियां हैं तो 3, 5 या 7 सीढ़ियां बनवानी चाहिए. वहीं, अगर ज्यादा सीढ़ियां बनवानी हैं तो आप 11, 15, 17, 23 बनवा सकते हैं. लेकिन सीढ़ियां हमेशा विषम संख्या में होनी चाहिए. सीढ़ियों की संख्या के साथ-साथ उनकी दिशा भी बहुत महत्वपूर्ण होती है. इसका भी हमेशा ध्यान रखना चाहिए.
इस दिशा में कभी न बनवाएं सीढ़ियां
सीढ़ियां हमेशा दक्षिण-पश्चिम में होनी चाहिए. लेकिन कई बार अगर दक्षिण-पश्चिम में जगह न हो तो आप पश्चिम या दक्षिण में सीढ़ियां बनवा सकते हैं. अगर इन दिशाओं में जगह न हो तो आप घर की पूर्व दिशा में भी सीढ़ियां बनवा सकते हैं. लेकिन आपको इसे कभी भी उत्तर-पूर्व में नहीं बनवाना चाहिए. इस दिशा को हमेशा हल्का रखना चाहिए. सीढ़ियों के घुमावदार होने से ऊर्जा का प्रभाव भी बढ़ता है. घुमावदार सीढ़ियां बनवाते समय हमेशा कोशिश करें कि सीढ़ियां उत्तर दिशा से शुरू होकर दक्षिण में खत्म हों. इसका उल्टा नहीं होना चाहिए. अगर यह उल्टी होगी तो हमेशा विपरीत परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है.
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वास्तु के अनुसार बहुत घुमावदार सीढ़ियों से बचना चाहिए. कोशिश करनी चाहिए कि जहां सीढ़ियां शुरू हों और जहां खत्म हों, वहां दरवाजा बनवाएं. इसके साथ ही सीढ़ियों के नीचे वाले हिस्से में लोग अलमारी रखते हैं या बनवा लेते हैं. कई बार बाथरूम या पूजा-पाठ का कमरा बना लेते हैं. लेकिन ऐसा नहीं करना चाहिए. यह शुभ नहीं होता.
सीढ़ियों की दिशा गलत हो तो क्या करें?
अगर सीढ़ियां उत्तर या उत्तर-पूर्व में हैं तो इसे शुभ नहीं माना जाता. इससे आपको आर्थिक नुकसान उठाना पड़ सकता है. इसके अलावा आपको माइग्रेन की समस्या का भी सामना करना पड़ सकता है. अगर आपकी सीढ़ियों में वास्तु दोष है तो एक उपाय जो आप कर सकते हैं वह यह है कि आप अपनी सीढ़ियों की पहली सीढ़ी के नीचे कछुआ बनाकर रख दें. इसके अलावा अगर इन दोनों दिशाओं में सीढ़ियां हैं तो वे बहुत हल्के वजन की होनी चाहिए. अगर आपको उत्तर या उत्तर-पूर्व में सीढ़ियां बनवानी हैं तो पत्थर की जगह लकड़ी की बनवाएँ। इससे यह दोष कुछ हद तक कम हो जाएगा.