Vastu Tips: वास्तु के अनुसार कैसा होना चाहिए घर का मुख्य द्वार?
Vastu Tips: कहा जाता है अगर आपके आपके घर का मुख्य द्वार सही दिशा में हो तो इसका आपके जीवन पर काफी सकारात्मक प्रभाव पड़ता है.
Vastu Tips: हमारे जीवन में वास्तु शास्त्र का महत्व काफी ज्यादा होता है. कहा जाता है कि अगर चीजें वास्तु शास्त्र के अनुसार की जाए तो उसके परिणाम काफी शुभ और सकारात्मक होते हैं वहीं, जब चीजें वास्तु के खिलाफ की जाती है तो इनके परिणाम भी नकारात्मक होते हैं. आज की यह स्टोरी उन लोगों के लिए काफी काम की होने वाली है जिन्हें अपने जीवन में सुख-समृद्धि और तरक्की की तलाश है. आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि आप किस तरह के अपने घर के मुख्य द्वार को बनवाते समस्य कुछ बातों का ध्यान रखकर सुख-समृद्धि और तरक्की हासिल कर सकते हैं. आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि मुख्य द्वार बनवाते समय आपको किन खास बातों का ध्यान रखना चाहिए.
किस दिशा में हो मुख्य द्वार?
वास्तु शास्त्र के अनुसार अगर आपका घर पूर्वमुखी है तो ऐसे में आपको अपने घर का मुख्य द्वार उत्तर-पूर्व दिशा में बनवाना चाहिए. अगर आप इस दिशा में अपने घर का मुख्य द्वार को बनवाते हैं तो ऐसे में आपके घर में सूर्य की किरणें बेहतर तरीके से प्रवेश कर पाती है. ऐसा होना वास्तु शास्त्र में काफी शुभ माना जाता है. ऐसे में अगर आप अपने घर का मुख्य द्वार को उत्तर-पूर्वी कोने में बनवाते हैं तो इसे काफी सही स्थान माना जाता है. कहा जाता है इस दिशा में मुख्य द्वार होने से घर में पॉजिटिव एनर्जी आसानी से प्रवेश कर पाती है.
क्या किसी और दिशा में बना सकते हैं मुख्य द्वार?
वास्तु शास्त्र के अनुसार अगर आपके घर का मुख्य द्वार उत्तर, उत्तर-पूर्व, पूर्व या पश्चिम दिशा में है तो भी काफी शुभ माने जाते हैं. वस्तु शाश्त्र में इन दिशाओं को काफी शुभ माना जाता है.
किन दिशाओं में नहीं होना चाहिए मुख्य द्वार?
वास्तु शास्त्र के अनुसार आपके घर के मुख्य द्वार को दक्षिण, दक्षिण-पश्चिम, उत्तर-पश्चिम या दक्षिण-पूर्व दिशाओं में नहीं होना चाहिए. इन दिशाओं को मुख्य द्वार बनवाने के लिए शुभ नहीं माना जाता है.
क्या बाकी दरवाजों से बड़ा होना चाहिए मुख्य द्वार?
अगर आप अपने घर के बाकी दरवाजों से मुख्य द्वार को बड़ा बनाते हैं तो इसे काफी शुभ माना जाता है. कहा जाता है ऐसा करने से फैमिली मेंबर्स को काम में और जीवन में तरक्की मिलती है. केवल यहीं नहीं, ऐसा करने से सभी का सेहत भी अच्छा रहता है.
किस रंग का न हो मुख्य द्वार?
वास्तु शास्त्र के अनुसार आपको अपने घर के मुख्य द्वार को कभी भी काले रंग में नहीं रंगवाना चाहिए. ऐसा करने पर आपके दिमाग में नेगेटिव थॉट्स जन्म ले सकते हैं.