Vastu Tips: मकान तो हर कोई बनवाता है लेकिन अक्सर लोगों को उस भवन की दिशा का पता नहीं होता जिसके कारण परिवार में सुख-सुविधाओं की कमी हो जाती है. निवास आदि के लिए बनाए गए भवनों का अस्तित्व अणुओं के संयोजन से ही होता है. अणुओं के संयोजन के बिना निर्माण कार्य संभव नहीं है.
Vastu Tips: अणु क्या है?
तो आइए जानते हैं कि घर में कौन से अणु होते हैं. यह बात सुनकर आप काफी भ्रमित हो सकते हैं, लेकिन घर बनाते समय रेत का इस्तेमाल किया जाता है. अणु रेत हैं, अणु ईंटें हैं और उसी से सीमेंट बनता है. इन सब के मेल से एक इमारत बनती है, जो संपूर्ण प्रकृति का हिस्सा होती है. वह इमारत जहां हम रहते हैं और जिसे हमने बनाया है वह हमारी महत्वाकांक्षा का अभिन्न अंग है. वास्तु विद्या इस दिशा में आवश्यक मार्गदर्शन प्रदान करती है.
अगर आप जीवन में सफल होना चाहते हैं और अच्छे स्वास्थ्य और खुशहाली की कामना रखते हैं तो दिशा दोष के निवारण के बारे में जानकारी होना आपके लिए बहुत जरूरी है.
Vastu Tips : पूर्व दिशा का दोष
पूर्व दिशा के स्वामी इंद्र हैं, प्रतिनिधि ग्रह सूर्य हैं. इसे कालपुरुष का मुख माना जाता है. यदि घर का मुख्य दरवाजा बड़ा हो और पूर्व दिशा में बड़ी खिड़की हो, उस खिड़की से सूरज की रोशनी आती हो तो उस व्यक्ति की कुंडली का लग्न सिंह है. ऐसे घर के मुखिया को पूर्व दिशा के दोषों से जुड़ी बातों का ध्यान रखना चाहिए.
यदि पूर्व दिशा का स्थान ऊंचा हो तो घर का मालिक गरीब हो जाता है और उसकी संतान सदैव अस्वस्थ और मानसिक रूप से कमजोर रहती है।
यदि किसी भवन का निर्माण कार्य खाली स्थान छोड़े बिना किया जाए तो पुत्र या संतान विकलांग हो जाती है।
यदि पूर्व दिशा में चबूतरे मुख्य द्वार से ऊंचे हों तो घर में हमेशा अशांति बनी रहती है, खर्च बढ़ते हैं और घर का मुखिया कर्जदार हो जाता है।
यदि कोई घर पूर्व दिशा में सड़क से सटाकर बना हो और उस घर की पश्चिम दिशा के नीचे खाली जगह हो तो उस घर के पुरुष लंबे समय तक बीमारियों से पीड़ित रहेंगे।
पूर्व दिशा में कूड़ा-कचरा, पत्थर और मिट्टी की टाइलें रखने से धन और संतान की हानि होती है।
पूर्व मुखी भवन के लिए चाहरदीवारी ऊंची नहीं होनी चाहिए तथा घर का मुख्य द्वार सड़क से दिखाई नहीं देना चाहिए, इसके परिणाम अनुकूल नहीं होते हैं।
वास्तु दोष निवारण
- अगर घर बन गया है तो उसे तोड़ा-फोड़ा नहीं जा सकता, इसलिए वास्तु दोष दूर करने के लिए दिए गए उपाय अपनाएं।
- आपको पूर्वी द्वार पर वास्तु-शुभ मेहराब स्थापित करना चाहिए।
- सूर्य यंत्र स्थापित करें.
- रोज सुबह भगवान सूर्य को अर्ध्य देना लाभकारी रहेगा।
- अगर आप वास्तु और राशिफल से जुड़ी जानकारी लेना चाहते हैं तो दिए गए नंबर पर संपर्क कर सकते हैं।
ज्योतिषाचार्य संजीत कुमार मिश्र
ज्योतिष वास्तु एवं रत्न विशेषज्ञ
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