Kuno National Park: कैसा दिखता है नए मेहमानों का घर, आप भी करें पार्क की सैर

Kuno National Park: नामीबिया से 8 नए मेहमान (चीता) भारत लाए गए है. जिन्हें मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क के बाड़े में छोड़ दिया गया. चीतों में से पांचों मादा और तीन नर शामिल हैं. इन पार्क को साल 2018 में राष्ट्रीय उद्यान घोषित किया गया था.

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 17, 2022 1:47 PM
undefined
Kuno national park: कैसा दिखता है नए मेहमानों का घर, आप भी करें पार्क की सैर 6

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने जन्मदिन पर सभी चीतों को उनके खास बाड़े में छोड़ें. कूनो नेशनल पार्क में इन चीतों के लिए खास बाड़े की तैयार की गई है.

Kuno national park: कैसा दिखता है नए मेहमानों का घर, आप भी करें पार्क की सैर 7

कूनो नेशनल पार्क भारत के मध्य प्रदेश में स्थित है. साल 1981 में इसका निर्माण किया गया था जो 750 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है. साल 2018 में इसे राष्ट्रीय उद्यान का दर्जा मिला था. बता दें कि कूनो नेशनल पार्क में तीन प्रवेश द्वार हैं.

Kuno national park: कैसा दिखता है नए मेहमानों का घर, आप भी करें पार्क की सैर 8

इन सभी चीतों को स्पेशल चार्टर फ्लाइट के जरिए पहले ग्वालियर लाया गया, जिसके बाद इन्हें हेलिकॉप्टर के जरिए मध्य प्रदेश स्थित केएनपी में लाया गया फिर नामीबिया से चीतों को ला रहा यह चार्टर प्लेन 16 सितंबर की रात को रवाना हुआ.

Also Read: सात दशक बाद भारत पहुंचे चीतों के लिए आखिर कूनो नेशनल पार्क काे ही क्यों चुना गया? इसकी वजह है खास
Kuno national park: कैसा दिखता है नए मेहमानों का घर, आप भी करें पार्क की सैर 9

कूनो नेशनल पार्क में इन चीतों के आने से पूरे देश भर में खुशी की लहर है. पार्क में काम करने वाले लोगों ने बताया कि इन चीतों को देखने के लिए भारत समेत दुनियाभर से लोग आएंगे, जिससे टूरिज्म में काफी बढ़ोतरी होगी. टूरिज्म बढ़ने से यहां रहने वाले लोकल लोगों के लिए नौकरियों के अवसर भी पैदा होंगे.

Kuno national park: कैसा दिखता है नए मेहमानों का घर, आप भी करें पार्क की सैर 10

यह पार्क वाइल्ड लाइफ लवर्स के लिए किसी जन्नत से कम नहीं है. यहां पर घास के विशाल मैदान भी हैं जो कान्हा या बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व से भी बड़ा हैं. पार्क को साल 2018 में राष्ट्रीय उद्यान घोषित किया गया था. पार्क के अंदर प्रवेश करते ही आपको यहां करधई, खैर और सलाई के पेड़ नजर आएंगे

Next Article

Exit mobile version