QR कोड का इस्तेमाल अब ज्यादातर ऑनलाइन/UPI पेमेंट व दूसरी जगहों पर हो रहा है. लेकिन एक हालिया घटना को लेकर सोशल मीडिया पर काफी हलचल मची है. दरअसल, गुवाहाटी में एक भिखारी ने इस तकनीक का इस्तेमाल भीख मांगने में किया है. उसकी तस्वीर वायरल होने के बाद तमाम रिएक्शन आ रहे हैं. आपको याद दिला दें कि ऐसा ही प्रयोग बिहार के एक भिखारी ने किया था, जो सोशल मीडिया पर चर्चा का केंद्र बन गया था.
भिखारी को गले में QR Code लटकाए देखा गया
कुछ दिन पहले असम की राजधानी गुवाहाटी में एक रेलवे क्रॉसिंग पर एक भिखारी को गले में QR Code लटकाए देखा गया. वह लोगों से भीख मांगते वक्त PhonePe QR Code को स्कैन करने को कह रहा था. उसके इस डिजिटल शिफ्ट से नेटीजन रोमांचित हैं. इस वीडियो को एक्स पर शेयर किया गया है. यूजर ने लिखा है-गुवाहाटी में इस सीन को देखकर हैरान हूं. एक भिखारी डिजिटल ट्रांजैक्शन को कैसे बढ़ावा दे रहा है. यह दर्शता है तकनीक कैसे हमारी जिंदगी को आसान बना रही है.
मुंबई, बिहार में मिले हैं हाईटेक भिखारी
यह पहला वाकया नहीं है जब UPI पेमेंट से भीख मांगने का तरीका भिखारियों ने अपनाया है. इससे पहले मुंबई, बिहार और दूसरे मेट्रो शहरों में ऐसी घटनाएं देखने को मिली थीं. 2022 में बिहार के बेतिया रेलवे स्टेशन का एक भिखारी पूरे देश में चर्चा का केंद्र बन गया था. उसका नाम राजू पटेल है. उसकी तस्वीर एएनआई ने जारी की थी, जिसमें वह QR Code स्कैन कर लोगों से पैसा देने को कह रहा है. वह भी PhonePe का क्यूआर कोड इस्तेमाल कर रहा था. जब यह पोस्ट एक्स पर आया तो आते ही वायरल हो गया था.
नेटीजन क्या कहते हैं
राजू की तस्वीर वायरल होने के बाद नेटीजन अलग-अलग राय दे रहे थे. एक का कहना था कि डिजिटाइजेशन तेजी से बढ़ रहा है. यह अच्छा और बुरा दोनों है. अच्छा इसलिए कि यह आबादी के बड़े हिस्से तक पहुंच रहा है. खराब इसलिए क्योंकि सरकार भिखारियों के लिए कुछ नहीं कर रही. उनके लिए नौकरी की व्यवस्था नहीं है. एक नेटीजन ने कहा कि जब में इंडिया गया तब UPI का फैलाव देखकर काफी खुशी हुई. यह सराहनीय है.
प्रस्तुति : आर्या रमन