Weather Forecast:राजधानी दिल्ली समेत झारखंड-छत्तीसगढ़ में झुलसाने वाली लू,इस दिन से मिलेगी गर्मी से राहत
Weather Forecast and Update: मौसम विभाग के मुताबिक दिल्ली और एनसीआर के कई इलाकों में अप्रैल महीने में गर्मी अपना पिछले कई सालों का रिकॉर्ड भी तोड़ सकती है. आज से लेकर अगले तीन-चार दिनों के बीच पारा 44-45 डिग्री तक जा सकता है.
दिल्ली में फिर से लू चलने का खतरनाक दौर शुरू होने की आशंका के बीच बुधवार को अधिकतम तापमान 41.5 डिग्री दर्ज किया गया है तो वहीं रिज इलाके में यह 43.6 डिग्री तक पहुंच गया. ये खबर आई है कि इस बार दक्षिण-पश्चिम मानसून सीजन (जून-सितंबर) में सामान्य से अधिक बारिश होने के आसार हैं.
दिल्ली का मौसम
मौसम विभाग ने आज और कल के लिए राजधानी दिल्ली में अत्यधिक गर्मी और लू की चेतावनी जारी की है. इसके साथ मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी करते हुए दिल्लीवासियों को वेबवजह घर से बाहर न निकलने की भी सलाह दी है. मौसम विभाग के मुताबिक दिल्ली और एनसीआर के कई इलाकों में अप्रैल महीने में गर्मी अपना पिछले कई सालों का रिकॉर्ड भी तोड़ सकती है. आज से लेकर अगले तीन-चार दिनों के बीच पारा 44-45 डिग्री तक जा सकता है.
अप्रैल माह रिकार्ड गर्मी के साथ विदाई ले सकता है. दिन का तापमान सामान्य से अधिक गया हुआ है. पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान और उत्तर प्रदेश राज्यों में 28 अप्रैल से शुरू होकर महीने के अंत तक लू की स्थिति देखने को मिल सकती है. इसके अलावा, तापमान 43 डिग्री से ऊपर रहने की संभावना है.
Relief from ongoing #Heat wave is expected by may 4th. #Pre monsoon #dust storm, #Thunderstorm and #rain is possible between May 4 and 7. Mostly during late afternoon/evening over #Punjab, #Haryana, #Delhi & west #UP. @SkymetWeather @JATINSKYMET
— Mahesh Palawat (@Mpalawat) April 28, 2022
झारखंड-छत्तीसगढ़ में बारिश आने वाली है
उन्होंने कहा कि हमने 3-4 दिन के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. पूर्वी भारत की बात करें तो ओडिशा, झारखंड, छत्तीसगढ़ में लू 30 अप्रैल तक चलती रहेगी. पूर्वी भारत के क्षेत्रों में 1 मई से बारिश शुरू होगी और काफी राहत मिलेगी. उत्तर पश्चिम और मध्य भारत के लिए उन्होंने कहा कि बारिश में थोड़ी देर होगी लेकिन अच्छी खबर यह है कि 2 से 5 मई के दौरान बादल आएंगे और राहत मिल सकती है. ऐसे में तब तक कुछ इलाकों में तापमान 46 डिग्री पहुंच सकता है.
दक्षिण एशियाई मौसमी जलवायु आउटलुक फोरम ने साउथ-वेस्ट मानसून के बारे में ये जानकारी दी है. इनका कहना है कि पिछली बार की तरह इस बार भी बारिश अच्छी होने की संभावना है, जिससे खेती को फायदा होगा.