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Weight loss : एक महीने में घटाएं 10 किलो वजन! नुकसानदेह साबित हो सकते हैं इस तरह के दावे, जानें कैसे

जल्द वजन कम करने की ख्वाहिश में आप कोई ऐसी गलती न करें, जिससे आपके शरीर पर दुष्प्रभाव पड़े. किसी भी रैपिड वेट लॉस के दावे को अपनाने से पहले स्वास्थ्य संबंधी कुछ बातों पर ध्यान अवश्य दें...

By Prachi Khare | November 6, 2024 3:49 PM
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Weight loss : सुंदर काया आज महिलाओं के साथ-साथ पुरुषों की भी ख्वाहिश बन चुकी है. हर कोई खुद को स्लिम बनाना चाहता है. लोगों की इस ख्वाहिश को देखते हुए बाजार में ऐसे कई ऐप व प्रोडक्ट लांच हो चुके हैं, जो एक महीने या कुछ दिनों में 10 किलो या इससे भी अधिक वजन कम करने का दावा करते हैं. जल्द मोटापा कम करने की इच्छा के साथ लोग इन ऐप्स व प्रोडक्ट्स को अपना भी रहे हैं. लेकिन, क्या आप यह जानते हैं कि इतनी तेजी से वजन घटाना आपको स्वास्थ्य संबंधी गंभीर समस्याओं का शिकार बना सकता है. आप अगर मोटापे का शिकार हैं और जल्द वजन कम करने वाला कोई दावा आपको आकर्षित कर रहा है, तो आपके लिए जरूरी है रेपिड वेट लॉस से होनेवाले दुष्प्रभाव के बारे में जानना…  

शरीर में हो सकती है पोषक तत्वों की कमी

तेजी से वजन घटने का सबसे पहला प्रभाव शरीर पर पड़ता है, वह है पोषक तत्वों की कमी हो जाना. जब कोई व्यक्ति अचानक से कैलोरी के सेवन को अत्यधिक कम कर देता है, तो इससे शरीर में आवश्यक पोषक तत्वों जैसे – कैल्शियम, आयरन, विटामिन ए, डी, और ई की कमी हो सकती है. इससे व्यक्ति एनीमिया, हड्डियाें की कमजोर होने और कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं. इसलिए, यदि आप वजन घटाना चाहते हैं, तो यह जरूरी है कि आप किसी विशेषज्ञ की परामर्श के अनुसार एक संतुलित आहार लें, जिसमें विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थ शामिल हों ताकि शरीर में पोषण संबंधी आवश्यकताओं को पूर्ति को सके. 

प्रभावित हो सकता है मानसिक स्वास्थ्य 

रैपिड वेट लॉस शरीर के साथ-साथ मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी हानिकारक साबित हो सकता है. अक्सर देखा जाता है कि जल्दी वजन घटाने का लक्ष्य रखनेवाला व्यक्ति में खाने-पीने को लेकर चिंता होती है. कम खाना खाने पर उन्हें कठिनाई का सामना भी करना पड़ता है. जल्दी वजन घटाने की चाह व्यक्ति में डाइटिंग एवं एक्सरसाइज के प्रति जुनूनी व्यवहार को बढ़ावा दे सकती है. इसके अतिरिक्त जल्दी-जल्दी वजन घटने व बढ़ने की प्रक्रिया से भी मानसिक स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है. इसी के चलते वजन घटाने की प्रक्रिया के दौरान मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान देना उतना ही जरूरी है, जितना कि शारीरिक स्वास्थ्य पर. 

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कमजोर हो सकती हैं मांसपेशियां

अचानक से डाइट कम करने से शरीर में कैलोरी की कमी हो सकती है, कैलोरी की कमी होने एनर्जी प्राप्त करने के लिए शरीर फैट को जलाना एवं मसल्स टिश्यू को को तोड़ने लगता है. मसल्स को होने वाला यह नुकसान ताकत और सहनशक्ति में कमी का कारण बन सकता है, जिससे रोजमर्रा की गतिविधियां भी प्रभावित हो सकती हैं. इसके अतिरिक्त, मसल्स टिश्यू के टूटने से मेटाबॉलिज्म भी धीमा हो सकता है. वजन घटाते समय मसल्स मास को बनाये रखने के लिए यह महत्वपूर्ण है कि आप अपनी दिनचर्या में स्ट्रेंथ ट्रेनिंग शामिल करें और पर्याप्त प्रोटीन के सेवन पर जोर दें.   

पित्ताशय में बन सकती है पथरी

पित्ताशय में पथरी की समस्या तेजी से वजन घटाने का एक और गंभीर दुष्प्रभाव हो सकता है. रैपिड वेट लॉस से लीवर अतिरिक्त कोलेस्ट्रॉल को पित्त में छोड़ सकता है, जिससे पित्त में पथरी बनने की संभावना बढ़ जाती है. ये दर्दनाक जमाव पेट में अत्यधिक असुविधा पैदा कर सकता है. इससे निजात पाने के लिए सर्जरी की आवश्यकता भी पढ़ सकती है. इस जोखिम को कम करने के लिए बेहतर है कि आप किसी विशेष के परामर्श में धीरे-धीरे वजन घटाएं, जिससे आपके शरीर को प्राकृतिक रूप से समायोजित होने का समय मिल सके. हाइड्रेटेड रहना और संतुलित आहार लेते रहना भी इस जोखिम को कम करने में मदद कर सकता है. इसलिए जब भी आप वजन घटाने के लिए कोई आहार योजना बनाएं, तो किसी आहार विशेषज्ञ या पोषण विशेषज्ञ से सलाह अवश्य लें और ऐसा डाइट प्लान तैयार करें जो वजन घटाने में मदद करने के साथ आपके शरीर को साइड इफेक्ट्स से बचाये.

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