प्रत्येक साल अगस्त के पहले रविवार को फ्रेंडशिप डे मनाया जाता है. अगस्त का दूसरा रविवार दोस्तों को समर्पित होता है. लोग इस दिन अपने दोस्तों को याद करते हैं. मिलते हैं. बिताये गये अच्छे वक्त को दोबारा जीने के बहाना ढूंढ़ते हैं.
लेकिन क्या आप ये जानते हैं कि फ्रेंडशिप मनाये जाने की शुरुआत कब हुई. इसे लेकर कई कहानियां हैं. चलिये आपको वो सारी कहानियां सुनाते हैं.
पहली कहानी अमेरिका से जुड़ी है. कहा जाता है कि साल 1935 में अमेरिकी सरकार ने एक व्यक्ति को मौत की सजा दी. उस शख्स की मौत से उसका दोस्त इतना दुखी हुआ कि सदमें में उसकी भी जान चली गयी. इस घटना ने कई लोगों को झकझोर कर रख दिया. जिस दिन उस व्यक्ति को फांसी दी गयी वो अगस्त का पहला रविवार था. बाद में अमेरिकी सरकार ने इस दिन को फ्रेंडशिप डे के तौर पर मनाने का फैसला किया.
एक कहानी पराग्वे से भी जुड़ी है. कहा जाता है कि साल 1958 में पराग्वे ने अगस्त के पहले रविवार को अंतर्राष्ट्रीय मैत्री दिवस के तौर पर मनाने का फैसला किया. इसके लिये बकायदा एक सम्मेलन किया गया. बैठक के बाद एक वर्ल्ड मैत्री क्रूसेड लांच किया गया.
फ्रेंडशिप डे से जुड़ी तीसरी कहानी साल 1930 से जुड़ी है. कहा जाता है कि इस साल 1930 में हॉलमार्क ग्रीटिंग्स के फाउंडर जोएस हाल ने अगस्त के पहले रविवार को दोस्तों के नाम समर्पित किया. इस दिन बकायदा दोस्तों को ग्रीटिंग्स दिये जाने की शुरुआत हुई.
फ्रेंडशिप डे से जुड़ी चौथी कहानी संयुक्त राष्ट्र के पूर्व महासचिव कोफी अन्नान से जुड़ी है. जानकारी के मुताबिक कोफी अन्नान की पत्नी नैन अन्नान ने यूएन में विन्नी द पूह को मित्रता के वैश्विक राजदूत के रूप में नियुक्त किया था.
फ्रेंडशिप डे के दिन लोग अपनी जिंदगी में दोस्तों के योगदान को थैंक्स बोलते हैं. उनसे मिलते हैं. साथ वक्त बिताते हैं. क्योंकि दोस्ती सेल्फलेस और थैंकलेस होती है.
Posted By- Suraj Kumar Thakur