मारविया मलिक पाकिस्तान की पहली ट्रांसजेंडर न्यूज एंकर हैं. ये कुछ दिनों पहले ही जानलेवा हमले में बल-बाल बचीं. यह घटना उस समय हुई जब वह पाकिस्तान के लाहौर में एक फार्मेसी से घर लौट रही थी. पाकिस्तानी अखबार डॉन के अनुसार मलिक ने अपनी सुरक्षा के डर से कुछ समय के लिए लाहौर छोड़ दिया और इस्लामाबाद स्थानांतरित हो गई. कुछ दिन पहले ही वह सर्जरी के लिए लाहौर लौटी थीं. हालांकि हमले के मकसद का अभी पता नहीं चल पाया है, मलिक ने पुलिस को बताया कि उन्हें ट्रांसजेंडर समुदाय के अधिकारों के लिए बोलने के लिए धमकी भरे फोन आ रहे थे. उनपर हुए जानलेवा हमले को उन्होंने अपनी विभिन्न मुद्दों पर सक्रियता को बताया. जानें मारविया मलिक के संघर्ष की कहानी, न्यूज एंकर, मॉडलिंग तक का सफर.
2018 में, मलिक को एक समाचार चैनल के लिए टीवी एंकर के रूप में चुना गया था, जिससे वह पाकिस्तान के इतिहास में इस तरह का पद पाने वाली पहली ट्रांसजेंडर बन गईं. मलिक को पाकिस्तान स्थित कोहेनूर न्यूज द्वारा नियुक्त किया गया था. उसने बाद उन्होंने कई इंटरव्यू में खुलासा किया कि सपनों की नौकरी पाना इस ट्रांसजेंडर के लिए कितना कठिन था.
मारविया मलिक के अनुसार अन्य ट्रांस लोगों की तरह, मुझे अपने परिवार से कोई समर्थन नहीं मिला. अपने दम पर, मैंने कुछ छोटे-मोटे काम किए और अपनी पढ़ाई जारी रखी. मैं हमेशा एक न्यूज एंकर बनना चाहती थी और मेरा चयन होने पर मेरा सपना सच हो गया. ये बातें उन्होंने एक टेलीफोनिक इंटरव्यू में अमेरिकी ब्रोडकास्टर वॉयस ऑफ अमेरिका से कहा था.
उन्होंने यह भी बताया कि कैसे उनके ट्रांसजेंडर होने के आधार पर समाज में उनके साथ भेदभाव किया गया था और उनके लिए जीवित रहने के लिए एक अच्छा वेतन पाना कितना मुश्किल था.
उन्होंने बताया कि मुझे फैशन उद्योग से जुड़े लोगों से बहुत सराहना मिली जब मैंने दो हफ्ते पहले कैटवॉक मॉडलिंग की थी और अब यह … यह काफी जबरदस्त है, उस समय रॉयटर्स ने उन्हें कोट किया था.
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मारविया मलिक कहती हैं- मुझे 10वीं कक्षा के बाद बाहर कर दिया गया था, जिसके बाद मैंने एक ब्यूटी सैलून ज्वाइन किया, इतना ही कमाया कि मैं कॉलेज की पढ़ाई कर सकूं, लेकिन यह सब आसान नहीं था. मेरी कहानी उस सड़क पर ट्रांस से अलग नहीं है जिसे आप भीख मांगते हुए देखते हैं.