Why Celebrate New Year: नए साल के पहले दिन 1 जनवरी को लोग बड़े उत्साह के साथ मनाते हैं. न्यू इयर का जश्न 31 दिसंबर की आधीरात 12 बजे हैपी न्यू इयर बोलकर गर्मजोशी के साथ न्यू इयर का वेलकम करते हैं. इस दौरान लोग अपने प्रियजनों को गले लगाकार उन्हेंम शुभकामनाएं भेजते हैं. आज हम आपको यहां वह सब कुछ बताएंगे जो आपको नए साल 2023 के बारे में जानने की जरूरत है और इसके इतिहास, रीति-रिवाजों और उत्सवों के बारे में कुछ बताएंगें.
1 जनवरी, 2023 को रविवार है और नव वर्ष दिवस है. 2023 में नए साल का दिन सार्वजनिक अवकाश सोमवार 2 जनवरी को है, क्योंकि यह रविवार को पड़ता है.
शनिवार, 31 दिसम्बर 2022 को नव वर्ष की पूर्वसंध्या है.
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नए साल की शुरूआत पूरी दुनिया में पारंपरिक ग्रिगोरियन कैलेंडर के अनुसार मानी जाती है. नया साल 1 जनवरी को मनाने की शुरुआत 15 अक्टूबर 1582 में हुई थी. इस कैलेंडर की शुरुआत करने वाले लोग ईसाई थे। इससे पहले पूरी दुनिया रूस का जूलियल कैलेंडर को फॉलो करती थी. इस कैलेंडर में केवल 10 ही महीने थे. बता दें कि इस कैलेंडर में क्रिसमस के दिन ही नए साल की शुरुआत होती थी. इसके बाद अमेरिका केनेपल्स के फिजिशियन एलॉयसिस लिलिअस ने एक बेहद नया कैलेंडर दुनिया के सामने पेश किया. यह ग्रिगोरियन कैलेंडर था. जिसमें साल का पहला दिन 1 जनवरी को मनाया गया. इसके बाद ही पूरी दुनिया में 1 जनवरी को नया साल मनाने की प्रथा चली आ रही है.
वैसे तो भारत में सभी जगह नया साल 1 जनवरी को ही मनाया जाता है, लेकिन हमारे भारत में सभी लोग अपने धर्म के प्रति बहुत आस्था और विश्वास रखते हैं, इसलिए नया साल अलग-अलग जगह स्थानीय रिवाज के हिसाब से भी मनाया जाता है.
दुनिया के अधिकांश लोग 1 जनवरी को नए साल का दिन मनाते हैं, वर्तमान ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार वर्ष का पहला दिन।