Importance of Mangalsutra: जानिए विवाहित महिलाएं क्यों पहनती हैं सोने और काले मोती से बना मंगलसूत्र
Importance of mangalsutra:पारंपरिक भारतीय शादियों के रिवाज में, मंगलसूत्र एक पवित्र और प्रतीकात्मक स्थान रखता है. विवाहित महिलाओं द्वारा पहना जाने वाला यह आभूषण, गहरा सांस्कृतिक, भावनात्मक और आध्यात्मिक महत्व रखता है.
Importance of Mangalsutra : परंपराओं से भरा हुआ और अर्थ से सुसज्जित यह केवल एक गहना नहीं है बल्कि उससे कहीं अधिक है, यह दो आत्माओं के मिलन का प्रमाण है. गहनों का यह खूबसूरत हिस्सा खास तौर पर गर्दन में पहना जाता है. हिंदू संस्कृति में इसका बहुत महत्व है और इसे विवाह का एक अनिवार्य प्रतीक माना जाता है. माना जाता है कि सोने के मंगलसूत्र पर लगे काले मोती जोड़े को बुरी और नकारात्मक ऊर्जा से बचाते हैं, जबकि सोना समृद्धि और खुशी का प्रतिनिधित्व करता है. इसके अलावा, मंगलसूत्र एक महिला की वैवाहिक पहचान का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो दो व्यक्तियों के बीच प्यार और प्रतिबद्धता का प्रतीक है.
महिलाओं को मंगलसूत्र क्यों पहनना चाहिए.
अक्सर कहा जाता है कि कोई भी शादी बिना मंगलसूत्र के पूरी नहीं होती है, इसलिए सुहागिनों के गले में मंगलसूत्र अक्सर नजर आता है जो कि उनके मैरिड होने का सबूत भी है. लेकिन क्या आपको पता है कि मंगलसूत्र केवल एक गहना या शादी का प्रमाणपत्र ही नहीं है बल्कि इसको पहनने के पीछे कई खास कारण भी हैं.
Also read: Self-Care Tips: खुल कर शेयर नहीं कर पाते अपने मन की बात, ये हो सकते हैं कारण
Also read: AC Care Tips: घर में कितनी देर चलानी चाहिए AC और क्यों? न करें ऐसी गलती
धार्मिक विश्वास
भारत में हिंदू विवाह के दौरान सबसे महत्वपूर्ण अनुष्ठानों में से एक मंगलसूत्र अनुष्ठान है. सात जन्मों तक एक-दूसरे का साथ निभाने और साथ निभाने का वादा करने के बाद, दूल्हा-दुल्हन के गले में मंगलसूत्र बांधता है. मंगलसूत्र ‘सुहाग’ (एक महिला जिसका पति जीवित है) का प्रतीक है और इसलिए हर विवाहित भारतीय महिला इसे पहनती है. ज्योतिष शास्त्र के आधार पर मंगलसूत्र में लगा सोना गुरु ग्रह के प्रभाव में होता है. यह आपके वैवाहिक जीवन में समृद्धि, धन और ज्ञान का प्रतीक है. काले मोतियों को शनि का प्रतीक माना जाता है. शनि ग्रह रिश्ते में स्थायित्व और अखंडता का प्रतिनिधित्व करता है, इसलिए गुरु और शनि की युति से मंगलसूत्र आपके भविष्य के रिश्ते का प्रतीक बनता है.
वैज्ञानिक मान्यताएं
मंगलसूत्र बनाने में इस्तेमाल किया जाने वाला सोना सकारात्मक ऊर्जा का एक अच्छा स्रोत है.
Also read: Baby Names: अगर बारिश के मौसम में हुआ है बच्चे का जन्म, तो चुन सकते हैं सावन वाले नाम
किस रंग के मोती में पहनना चाहिए मंगलसूत्र
बुरी नजर से बचाता है काला मोती
ज्यादातर मंगलसूत्र काले मोती से बना होता है. काले मोती विवाहित महिलाओं और वैवाहिक जीवन को बुरी नजर से बचाने का काम करते हैं. काला मोती भगवान शिव का प्रतीक माना गया है, इसलिए स्त्री का मंगलसूत्र उसके पति का रक्षा कवच माना गया है. साथ ही यह भी माना जाता है कि मंगलसूत्र में कई देवी-देवताओं का वास भी होता है और पति-पत्नी के वैवाहिक जीवन को खुशहाल बनाता है.
क्यों सोने से बना होता है मंगलसूत्र
मंगलसूत्र सोना और काले मोती से बनाया जाता है. सोना सुहाग का प्रतीक माना जाता है. वहीं, आयुर्वेद के अनुसार सोने में हीलिंग प्रॉपर्टीज होती हैं, जो विवाहित स्त्रियों को चिंता, टेंशन और तनाव से दूर रखने में मदद करती है. इसके साथ ही सोना गुरु के प्रभाव को बढ़ाता है और वैवाहिक जीवन खुशहाल बनाता है.