World Asteroid Day 2024: हर साल 30 जून को विश्व क्षुद्रग्रह दिवस मनाया जाता है. इस दिन का उद्देश्य क्षुद्रग्रहों और उनसे होने वाले संभावित खतरे के बारे में जागरूकता बढ़ाना है. विश्व क्षुद्रग्रह दिवस की यह तारीख तुंगुस्का घटना की सालगिरह का प्रतीक है, जो 1908 को साइबेरिया, रूस में हुआ था. इस दिवस का लक्ष्य जनता को क्षुद्रग्रहों के बारे में शिक्षित करना है.
क्या है विश्व क्षुद्रग्रह दिवस
विश्व क्षुद्रग्रह दिवस हर साल क्षुद्रग्रहों से जुड़े खतरों के बारे में सार्वजनिक जागरूकता बढ़ाने और क्षुद्रग्रह के प्रभावों को रोकने के प्रयासों को प्रोत्साहित करने के लिए मनाया जाता है. साथ ही विश्व क्षुद्रग्रह दिवस मनाने का एक और कारण यह भी है की 30 जून के दिन ही 1908 में साइबेरिया के तुंगुस्का में लगभग 50 मीटर लंबा क्षुद्रग्रह या धूमकेतु गिरा था. विश्व क्षुद्रग्रह दिवस का लक्ष्य सरकारों, संगठनों और व्यक्तियों को हमारे ग्रह को भविष्य के क्षुद्रग्रह प्रभावों से बचाने के लिए कार्रवाई करने के लिए प्रोत्साहित करना है.
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विश्व क्षुद्रग्रह दिवस का इतिहास
- विश्व क्षुद्रग्रह दिवस पहली बार 2015 में मनाया गया था. इस दिवस को मनाने का प्रस्ताव क्षुद्रग्रह दिवस फाउंडेशन द्वारा दिया गया था. क्षुद्रग्रह दिवस फाउंडेशन एक वैश्विक संगठन है जिसका उद्देश्य क्षुद्रग्रह प्रभावों के खतरों के बारे में जागरूकता को बढ़ावा देना है.
- विश्व क्षुद्रग्रह दिवस मनाने का कारण यह भी है की 30 जून के दिन ही 1908 में साइबेरिया के तुंगुस्का में लगभग 50 मीटर लंबा क्षुद्रग्रह गिरा था, जिसे तुंगुस्का प्रभाव के रूप में जाना जाता है. इसे इतिहास का सबसे बड़ा क्षुद्रग्रह प्रभाव माना जाता है. नासा के अनुसार, क्षुद्रग्रह लगभग 33,500 मील प्रति घंटे की गति से वायुमंडल से टकराया. 220 मिलियन पाउंड के अंतरिक्ष चट्टान के आसपास की हवा 44,500 डिग्री फारेनहाइट तक गर्म हो गई थी. दबाव और गर्मी के संयोजन के कारण क्षुद्रग्रह लगभग 28,000 फीट की ऊंचाई पर टुकड़ों में टूट गया, जिससे लगभग 185 हिरोशिमा बमों के बराबर ऊर्जा के साथ आग लग गई. 830 वर्ग मील के क्षेत्र में, विस्फोट ने लगभग 80 मिलियन पेड़ (2,150 वर्ग किलोमीटर) नष्ट कर दिए.
विश्व क्षुद्रग्रह दिवस का महत्व
विश्व क्षुद्रग्रह दिवस बहुत महत्व रखता है क्योंकि यह क्षुद्रग्रहों से उत्पन्न खतरों और हमारे ग्रह की रक्षा के लिए कार्रवाई करने की आवश्यकता पर प्रकाश डालता है. क्षुद्रग्रह के प्रभाव का खतरा एक गंभीर मुद्दा है जो हमारे ग्रह को विनाशकारी नुकसान पहुंचा सकता है. क्षुद्रग्रह चट्टानी वस्तुएं हैं जो सूर्य की परिक्रमा करती हैं, जिनका आकार छोटे कणों से लेकर कई सौ किलोमीटर व्यास वाली वस्तुओं तक का होता है.
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कैसे मनाते हैं विश्व क्षुद्रग्रह दिवस
विश्व क्षुद्रग्रह दिवस सार्वजनिक कार्यक्रमों और शैक्षिक कार्यक्रमों जैसे कार्यशालाओं और प्रदर्शनियों के माध्यम से मनाया जाता है. ये कार्यक्रम क्षुद्रग्रहों के विज्ञान, पृथ्वी पर उनके संभावित प्रभाव और खतरे को कम करने की रणनीतियों पर केंद्रित होते हैं. इस दिन ऑनलाइन कार्यक्रम और गतिविधियां भी आयोजित की जाती हैं, जिनमें वेबिनार और सोशल मीडिया अभियान शामिल हैं.