World Braille Day 2023: पूरी दुनिया में हर 4 जनवरी को विश्व ब्रेल दिवस (World Braille Day) मनाया जाता है. यह दिन ब्रेल का आविष्कार करने वाले फ्रांसीसी शिक्षक लुई ब्रेल (Louis Braille) की जयंती के रूप में मनाया जाता है. संयुक्त राष्ट्र का मानना है कि कोरोना महामारी और उसके परिणामस्वरूप होने वाले तालाबंदी जैसे प्रभावों ने नेत्र विकारों वाले व्यक्तियों की चुनौतियों को बदतर बना दिया है, जिससे वे बहुत ज्यादा अलग-थलग महसूस कर रहे हैं.
संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा 6 नवंबर 2018 को एक प्रस्ताव पारित किया गया था, जिसमें हर साल 4 जनवरी को ब्रेल लिपि के आविष्कारक लुई ब्रेल के जन्मदिवस को उनके सम्मान में विश्व ब्रेल दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया था.
विश्व ब्रेल दिवस की थीम साल-दर-साल बदलता रहता है. विश्व ब्रेल दिवस 2023 की थीम अभी घोषित नहीं किया गई है.
फ्रांस के कुप्रे नाम के गांव में 4 जनवरी 1809 में लुई्स ब्रेल नाम के लड़के का जन्म हुआ था. लुईस के पिता का नाम साइमन रेले ब्रेल था, जो उन दिनों शाही घोड़ो के लिए काठी और जीन बनाने का काम करते थे. परिवार की आर्थिक हालत तंग होने के कारण लुईस को तीन साल की उम्र से ही पिता के साथ उनके काम में लगना पड़ा. इस दौरान एक हादसे में उनकी एक आंख पर चाकू घुस गया और उनका एक आंख खराब हो गई. बाद में उनकी दूसरी आंख की रोशनी भी जाने लगी. तंगी के कारण सही से इलाज भी न मिल सका और 8 साल की उम्र में लुईस ब्रेल को दिखाई देना बंद हो गया.
ब्रेल लिपि उन लोगों के लिए वरदान बन गई जो आंखों से देख नहीं सकते. ब्रेल लिपि नेत्रहीनों के पढ़ने और लिखने की एक स्पर्शनीय कोड है. इसमें विशेष प्रकार के उभरे कागज का इस्तेमाल होता है, जिस पर उभरे हुए बिंदुओं को छूकर पढ़ा जा सकता है. टाइपराइटर की तरह की ही एक मशीन ‘ब्रेलराइटर’ के माध्यम से ब्रेल लिपि को लिखा जा सकता है. इसके अलावा स्टायलस और ब्रेल स्लेट के जरिए भी लिख सकते हैं. ब्रेल में उभरे हुए बिंदुओं को ‘सेल’ कहा जाता है.