World Brain Day 2023: जानिए दिमाग कैसे रहेगा दुरूस्त ?

World Brain Day : हमारा ब्रेन हमारी पूरी बॉडी को रेगुलेट करता है. इसके फंक्शन में थोड़ी भी खराबी पूरे सिस्टम को प्रभावित करती है. दिमाग से जुड़ी इन्हीं बीमारियों के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से हर वर्ष 22 जुलाई को विश्व मस्तिष्क दिवस मनाया जाता है.

By Meenakshi Rai | July 20, 2023 8:04 PM
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World Brain Day : दिमाग जब सही तरीके से काम करता है तो दूसरे काम सहज रूप से सही होने लगते हैं. इसलिए दिमाग की देखभाल जरूरी है. दुनियाभर में हर वर्ष 22 जुलाई को विश्व मस्तिष्क दिवस (World Brain Day) मनाया जाता है. इस दिन का उद्देश्य मस्तिष्क संबंधी स्थितियों से प्रभावित लोगों की शिक्षा, अनुसंधान और मदद को बढ़ावा देना है. विश्व मस्तिष्क दिवस 2023 की थीम है मस्तिष्क स्वास्थ्य और विकलांगता किसी को भी पीछे न छोडे़ं. (“Brain Health and Disability: Leave No One Behind”). यह अंतर्राष्ट्रीय आंदोलन इंफोर्मेशन गैप को कम करने और मस्तिष्क स्वास्थ्य की हानि के बारे में सार्वजनिक जागरूकता बढ़ाने का प्रयास है. इसके तहत न्यूरोलॉजिकल बीमारियों के बारे में बेहतर स्वास्थ्य देखभाल, शिक्षा और अनुसंधान को बढ़ावा देने के अलावा, यह विकलांग लोगों को उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य देखभाल प्रदान करने के महत्व पर जोर देता है. इस दिन का मकसद है कि किसी को भी भुलाया न जाए या छोड़ा न जाए और हर किसी को अपने मस्तिष्क को सर्वाेत्तम रूप से कार्यशील बनाए रखने के लिए हर संभव जरूरी मदद मिले.

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विश्व मस्तिष्क दिवस (World Brain Day )के इतिहास की बात करें तो दिमागी समस्याओं के बढ़ते मामलों को देखते हुए 22 जुलाई, 1957 को वर्ल्ड फेडरेशन ऑफ न्यूरोलॉजी (World Federation of Neurology) की स्थापना हुई थी. पब्लिक अवेयरनेस और एडवोकेसी कमिटी ने एक सुझाव दिया जिसके कारण 22 जुलाई को विश्व मस्तिष्क दिवस ​​​​का निर्माण हुआ यह सुझाव 22 सितंबर, 2013 को वर्ल्ड कांग्रेस ऑफ न्यूरोलॉजी (World Congress of Neurology WCN) प्रतिभागियों की परिषद की बैठक में पेश किया गया था. साल 2014 से वर्ल्ड ब्रेन डे बनाने की शुरूआत हुई. फरवरी 2014 में ट्रस्टी बोर्ड की बैठक ने इस प्रस्ताव को एक वार्षिक गतिविधि के रूप में समर्थन दिया था. इसके तहत हर साल अलग- अलग थीम पर इस उत्सव को मनाया जाता है. विश्व मस्तिष्क दिवस का महत्व इसलिए भी खास है क्योंकि इस दिन, दुनिया भर के विभिन्न सरकारी और निजी संगठनों के लोग विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जाता है. इसके माध्यम से मस्तिष्क स्वास्थ्य और संबंधित बीमारियों के बारे में जागरूकता बढ़ाने को लेकर कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं. इसमें मानसिक स्वास्थ्य पर कार्यशाला या खुली चर्चा, दिमाग की बीमारी से परेशान लोगों के लिए सोशल मीडिया पर अपने अनुभव शेयर करना, फाइनेंसियल हेल्प के लिए धन संग्रह और जागरूकता रैलियां शामिल है.

कैसे करें ब्रेन केयर

  • हेल्दी ब्रेन के लिए अपनी इम्यूनिटी को मजबूत रखना जरूरी है अगर आप बार बार शारीरिक रूप से बीमार पड़ते हैं तो इससे हमारे मस्तिष्क पर भी असर पड़ता है. दिमान की सक्रियता,उसकी कार्यक्षमता और उत्पादकता प्रभावित होती है. इसलिए अपने शरीर को स्वस्थ रखने के लिए स्वस्थ जीवनशैली और आहार को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएं

  • तनाव से दूरी बनाकर हम अपने दिमाग को दुरूस्त रख सकते हैं. इसके लिए योग और ध्यान करें. योगासन से अपनी बॉडी फिट रहेगी और ध्यान से दिमाग भी शांत रहेगा.

  • हेल्दी ब्रेन के लिए जरूरी हे अच्छी नींद, किसी भी कारणवश अगर आपकी नींद पूरी नहीं होती है तो नींद पूरी न होने का असर भी आपके दिमाग पर पड़ता है. इसलिए नियमित रूप से कम से कम आठ घंटे की नींद जरूर लें.

  • अगर आप अल्कोहल, सिगरेट, तंबाकू के आदी हैं तो यह भी आपके दिमाग पर बुरा असर डालता है. इसलिए इन सबके साथ ही फास्ट फूड, जंक फूड से भी परहेज करें.

  • सोने से दो घंटे पहले, स्क्रीन टाइम से बचें.

  • सोने से पहले निकोटीन और कैफीन जैसे उत्तेजक पदार्थों के सेवन से बचें.

  • इनके बदले अखरोट, बादाम, अलसी को अपनी डाइट में शामिल करें.

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जटिल परिदृश्यों के बारे में सोचना,पहेली सुलझाना और मस्तिष्क की शक्ति का उपयोग करना हमें मानसिक रूप से फिट रखता है. मानसिक फिटनेस हमारे मनोभ्रंश होने की संभावना को भी कम कर देती है. ब्रेन से जुड़ी कोई भी समस्या महसूस होने पर इसे इग्नोर नहीं करना चाहिए. मौजूदा वक्त में बदलती लाइफस्टाइल के कारण कई समस्याएं भी बढ़ रही है जैसे अल्जाइमर, माइग्रेन, ब्रेन ट्यूमर, ब्रेन स्ट्रोक, मेमोरी लॉस , स्ट्रेस और डिप्रेशन. इन समस्याओं के प्रति सचेत रहने से मस्तिष्क संबंधी विकारों से बचा जा सकता है, उनका इलाज किया जा सकता है और उनसे उबरा जा सकता है.

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Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.

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