World Coconut Day 2022: आज है विश्व नारियल दिवस, जानें इसका इतिहास और इस साल की थीम
World Coconut Day 2022: इस साल 2022 में 2 सितंबर को शुक्रवार के दिन 14वां वर्ल्ड कोकोनट डे मनाया जा रहा है. नारियल खाद्य पदार्थ की दृष्टि से ही नहीं बल्कि औधोगिक दृष्टि से भी बहुत महत्वपूर्ण है. इसको हम कई तरीकों से इस्तेमाल करते हैं. जैसे सूखा नारियल विभिन्न प्रकार के व्यंजन बनाने के काम आता है.
World Coconut Day 2022: हर साल 2 सितंबर को विश्व नारियल दिवस ( World Coconut Day) मनाया जाता है. आइए आपको विश्व नारियल दिवस (World Coconut Day) के इतिहास के बारें में जानकारी देते हैं, साथ ही नारियल से होने वाले फायदों के बारे में बताते हैं. इस साल 2022 में 2 सितंबर को शुक्रवार के दिन 14वां वर्ल्ड कोकोनट डे मनाया जा रहा है.
नारियल खाने के होते हैं कई फायदे
नारियल खाद्य पदार्थ की दृष्टि से ही नहीं बल्कि औधोगिक दृष्टि से भी बहुत महत्वपूर्ण है. इसको हम कई तरीकों से इस्तेमाल करते हैं. जैसे सूखा नारियल विभिन्न प्रकार के व्यंजन बनाने के काम आता है. वंही नारियल पानी (Coconut Water) पीने के अलावा कई चीजों में प्रयोग किया जाता है. अगर आप टेस्टी थाई करी, चटनी बनाना चाहते हैं तो नारियल के बिना उसे स्वादिष्ट बनाने की सोच भी नहीं सकते.
विश्व नारियल दिवस का इतिहास (History Of World Coconut Day)
प्रतिवर्ष 2 सितम्बर को नारियल उत्पादक देशों के अंतर सरकारी संगठन ‘अंतर्राष्ट्रीय नारियल समुदाय (ICC)’ की स्थापना को चिह्नित करने के लिए विश्व नारियल दिवस मनाया जाता है. जिसे पहली बार एशिया प्रशांत नारियल समुदाय द्वारा 2 सितंबर 2009 को मनाया गया था.
इंटरनेशनल कोकोनट कम्युनिटी (ICC) की स्थापना वर्ष 1969 में एशिया-प्रशांत क्षेत्र के लिए संयुक्त राष्ट्र आर्थिक व सामाजिक आयोग (UN-ESCAP) के तत्वावधान में हुई, उस समय इसे एशियाई और प्रशांत नारियल समुदाय (APCC) के रूप में जाना जाता था. इसका मुख्यालय जकार्ता, इंडोनेशिया में है और वर्तमान में इस संगठन में 20 देश शामिल है और भारत भी इसका सदस्य है.
विश्व नारियल दिवस 2022 की थीम (World Coconut Day Theme)
प्रतिवर्ष वर्ल्ड कोकोनट डे एक ख़ास विषय पर आधारित होता है इस साल विश्व नारियल दिवस 2022 की थीम ‘खुशहाल भविष्य और जीवन के लिए नारियल की खेती करें‘ (Growing Coconut for a Better Future and Life) है.
पिछली साल विश्व नारियल दिवस 2021 की थीम- ‘कोविड-19 महामारी के बीच व उसके उपरांत सुरक्षित, समावेशी, सुदृढ़ और सुस्थिर नारियल समुदाय का विनिर्माण‘ थी.