World Food Safety Day 2022: हर साल सात जून को विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस मनाने का निर्णय लिया. इस दिन को मनाये जाने की वजह खाद्य सुरक्षा के प्रति उन लोगों को जागरुक करना है जो खराब भोजन का सेवन करने की वजह से गंभीर रोगों से ग्रस्त हो जाते हैं. इस दिन को मनाने का उद्देश्य, खाद्य सुरक्षा के प्रति उन लोगों को जागरुक करना है जो खराब भोजन का सेवन करने की वजह से गंभीर रोगों से ग्रस्त हो जाते हैं. साथ ही यह सुनिश्चित किया जाना है कि हर व्यक्ति को भरपूर मात्रा में सुरक्षित और पौष्टिक भोजन मिल सके.
विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस का उद्देश्य खाद्य सुरक्षा, मानव स्वास्थ्य और सतत विकास के योगदान, खाद्य प्रदूषण को रोकना और प्रबंधन के लिए आकर्षित करता है. WHO की रिपोर्ट के अनुसार हर वर्ष 10 में से 1 व्यक्ति की बीमारी दूषित भोजन के कारण होता है. और हर वर्ष 4 लाख 20 लोगों की मृत्यु का कारण दूषित भोजन होता है. यह बीमारी का संकट उन बच्चों में ज्यादा देखने को मिलता है. जिनकी उम्र 5 वर्ष से कम है। WHO की रिपोर्ट के अनुसार हर वर्ष 1 लाख 25 हजार बच्चे अपनी जान गवां देते है.
राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम 2013ः भारतीय संसद के द्वारा यह अधिनियम 5 जूलाई को पास किया गया. और इसे भारतीय संसद द्वारा पारित होने के उपरांत सरकार द्वारा 10 सितम्बर, 2013 को इसे अधिसूचित कर दिया गया.
यह पांचवां वर्ष है जब विश्व इस दिन का आयोजन करने जा रहा है. साल 2018 में संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस मनाने की घोषणा की गई और तभी से प्रतिवर्ष 7 जून को इस दिन का आयोजन किया जाने लगा. कोरोना महामारी के कारण पिछले वर्ष इस दिन का आयोजन ऑनलाइन ही किया गया था. इस वर्ष भी इसे ऑनलाइन ही मनाया जाना है.
वर्ल्ड फ़ूड सेफ्टी डे थीम 2022: लोगों को खाद्य सुरक्षा के प्रति जागरूक करने के लिए हर साल एक थीम जारी की जाती है. इस बार विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस 2022 की थीमः “सुरक्षित भोजन, बेहतर स्वास्थ्य” (Safer food, better health) है, जो मानव स्वास्थ्य को सुनिश्चित करने में सुरक्षित और पौष्टिक भोजन की भूमिका पर प्रकाश डालती है.World Food Safety Day 2022: खाद्य सुरक्षा अधिनियम