विश्व हिंदी दिवस 2024(World Hindi Day 2024 Quotes) : हर साल 10 जनवरी को विश्व हिंदी दिवस मनाया जाता है. हिंदी भारत में और दुनिया भर में बड़े पैमाने पर बोली जाने वाली भाषाओं में से एक है. मंदारिन और अंग्रेजी के बाद, हिंदी दुनिया में तीसरी सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा है. हर साल हिंदी भाषियों के योगदान, भाषा के महत्व को सम्मानित करने और इसे दुनिया भर में पर्याप्त रूप से विश्व हिंदी दिवस मनाया जाता है. 1975 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने पहले विश्व हिंदी सम्मेलन का उद्घाटन किया था. इस दिवस को मनाने का उद्देश्य हिन्दी भाषा को अंतरराष्ट्रीय रूप से और मजबूत करना है. विश्व हिंदी दिवस पर दुनियाभर में कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. . हिंदी देश ही नहीं, बल्कि दुनियाभर में तेजी से उभरती हुई भाषाओं में से एक है भारत के अलावा मॉरीशस, फिजी, सूरीनाम, गुयाना, त्रिनिदाद एवं टोबैगो और नेपाल समेत कई अन्य देशों में भी हिंदी का अच्छा खासा चलन है.विश्व में हिन्दी का विकास करने और एक अंतरराष्ट्रीय भाषा के तौर पर इसे प्रचारित-प्रसारित करने के उद्देश्य से विश्व हिन्दी सम्मेलनों की शुरुआत की गई
हिंदी भारतीय संस्कृति की आत्मा है — कमलापति त्रिपाठी
हिन्दी हमारे राष्ट्र की अभिव्यक्ति का सरलतम स्रोत है -– सुमित्रानंदन पंत
कोई राष्ट्र अपनी भाषा को छोड़कर राष्ट्र नहीं कहला सकता. भाषा की रक्षा सीमाओं की रक्षा से भी जरूरी है.
– थास्मिस डेविस
“हिंदी सरलता, बोधगम्यता और शैली की दृष्टि से विश्व की भाषाओं में महानतम स्थान रखती है”
– डॉ. अमरनाथ झा
“निज भाषा उन्नति अहै, सब भाषा को मूल, बिनु निज भाषा ज्ञान के, मिटै न हिय को शूल”
– भारतेन्दु हरिश्चन्द्र
‘हिंदी का प्रश्न स्वराज्य का प्रश्न है’.
– महात्मा गांधी
“हिन्दी उन सभी गुणों से अलंकृत है, जिनके बल पर वह विश्व की साहित्यिक भाषा की अगली श्रेणी में समासीन हो सकती है.”
– मैथिलीशरण गुप्त
जो सम्मान, संस्कृति और अपनापन हिंदी बोलने से आता हैं,
वह अंग्रेजी में दूर-दूर तक दिखाई नहीं देता हैं.
– अज्ञात
हिंदी का प्रचार और विकास कोई रोक नहीं सकता.
– पंडित गोविंद बल्लभ पंत
हिन्दी पढ़ना और पढ़ाना हमारा कर्तव्य है. उसे हम सबको अपनाना है.
– लालबहादुर शास्त्री
परदेशी वस्तु और परदेशी भाषा का भरोसा मत रखो अपने में अपनी भाषा में उन्नति करो.
– भारतेंदु हरिश्चन्द्र
हिन्दी देश की एकता की कड़ी है.
– डॉ. जाकिर हुसैन
हिन्दी के द्वारा सारे भारत को एक सूत्र में पिरोया जा सकता है.
– महर्षि स्वामी दयानन्द
देश के सबसे बड़े भूभाग में बोली जानेवाली हिन्दी राष्ट्रभाषा– पद की अधिकारिणी है.
– सुभाषचन्द्र बोस
हिंदी भारत की राष्ट्रभाषा तो है ही, यही जनतंत्रात्मक भारत में राजभाषा भी होगी.- राजगोपालाचारी
साल में दो बार 10 जनवरी और 14 सितंबर को हिदी दिवस मनाया जाता है. पंडित जवाहरलाल नेहरू की सरकार ने 14 सितंबर को हिंदी दिवस के तौर पर मनाने की घोषणा संसद में की. आधिकारिक तौर पर राष्ट्रीय हिंदी दिवस 14 सितंबर 1953 को मनाया गया था.वहीं, हर साल 10 जनवरी को विश्व हिंदी दिवस मनाने के पीछे की वजह ये है कि भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह द्वारा 10 जनवरी 2006 को विश्व हिंदी दिवस के तौर पर मनाने की घोषणा की गई थी. इस दिन के इतिहास की बात करें, तो पहला विश्व हिंदी सम्मेलन नागपुर (महाराष्ट्र) में 10 जनवरी 1975 में आयोजित किया गया था
14 सितंबर 1949 को देवनागरी लिपि हिंदी को भारत की राजभाषा तौर पर स्वीकार किया गया था. वहीं, 26 जनवरी 1950 को संविधान के अनुच्छेद 343 में हिंदी को आधिकारिक भाषा के रूप में मान्यता दी गई थी. भारत में करीब 77 फीसदी लोग हिंदी लिखते, पढ़ते, बोलते और समझते हैं.
गुरू, जंगल, कर्मा, योगा, बंगला, चीता, लूट, ठग और अवतार जैसे अंग्रेजी में जैसे प्रचलित शब्द हिंदी भाषा में लाए गए.
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