World Leprosy Day 2024: 30 जनवरी को है विश्व कुष्ठ रोग दिवस, जानिए इस साल की थीम और इतिहास

World Leprosy Day 2024: कुष्ठ रोग के बारे में लोगों को जागरूक करने और समाज में फैली भ्रांतियों को दूर करने के लिए हर साल 30 जनवरी को विश्व कुष्ठ रोग दिवस मनाया जाता है. आइए जानते हैं इस साल की थीम, इतिहास और महत्व के बारे में.

By Shweta Pandey | January 29, 2024 10:06 AM

World Leprosy Day 2024: कुष्ठ, जिसे लीप्रोसी (Leprosy) भी कहा जाता है, एक बैक्टीरियल रोग है जो मानव त्वचा और नसों को प्रभावित करता है. इस रोग का कारक है माइकोबैक्टीरियम लेप्राई (Mycobacterium leprae) नामक बैक्टीरिया है. यह रोग धीरे-धीरे विकसित होता है और शरीर में फैल जाता है. वैसे कुष्ठ के संक्रमण का पहला संकेत त्वचा पर छोटे गाढ़े, लाल रंग के दाने या घाव के रूप में होता है. जब यह बीमारी बढ़ती है, तो शरीर के विभिन्न हिस्सों में दर्द और सुजन का अनुभव किया जा सकता है. लीप्रोसी का इलाज मानविकी, एंटीबायोटिक्स और अन्य दवाओं का संयोजन होता है. सही समय पर उपचार लेने से इस रोग को पूरी तरह से ठीक किया जा सकता है. कुष्ठ रोग के बारे में लोगों को जागरूक करने और समाज में फैली भ्रांतियों को दूर करने के लिए हर साल 30 जनवरी को विश्व कुष्ठ रोग दिवस (डब्ल्यूएलडी) मनाया जाता है. आइए जानते हैं इस साल की थीम, इतिहास और महत्व के बारे में.

विश्व कुष्ठ दिवस 2024 इतिहास

जनवरी के आखिरी रविवार को विश्व कुष्ठ दिवस के रूप में मनाया जाता है; इस वर्ष, यह 28 जनवरी को पड़ता है. फ्रांसीसी पत्रकार राउल फोलेरो ने इस बीमारी से प्रभावित लोगों की वकालत करने के लिए 1954 में इस दिन की स्थापना की थी. भारत में यह प्रतिवर्ष 30 जनवरी को महात्मा गांधी की पुण्य तिथि के साथ मनाया जाता है.

Also Read: क्या सच में Cheese का सेवन करने से डिमेंशिया रोग का खतरा होता है कम? जानें सच्चाई
विश्व कुष्ठ दिवस 2024 थीम

इस साल के विश्व कुष्ठ दिवस की थीम “बीट लेप्रोसी” है. यह विषय इस दिन के दोहरे उद्देश्यों को रेखांकित करता है. कुष्ठ रोग से जुड़े भ्रम को खत्म करना और बीमारी से प्रभावित लोगों को जागरूक करना है. जैसा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने बताया है “बीट लेप्रोसी” थीम न केवल चिकित्सा पहलुओं बल्कि कुष्ठ रोग के सामाजिक और मनोवैज्ञानिक आयामों को भी संबोधित करने की जरूरत है.

Also Read: UTI इंफेक्शन से बचें, खास दिनों में रखें स्वच्छता का ख्याल, स्त्री रोग विशेषज्ञों ने दी ये सलाह
विश्व कुष्ठ दिवस 2024 महत्व

इस दिवस का महत्व खास है ताकि कुष्ठ रोग के बारे में समाज में जागरूकता फैलाया जा सके, बीमारी से संबंधित गलत धारणाओं को दूर किया जाए और शीघ्र पता लगने पर उपचार किया जाए है. 30 जनवरी के दिन कुष्ठ रोग से निपटने के लिए सरकारी अस्पताल, गैर-सरकारी संगठनों और समुदायों में कैंप लगता है और लोगों को इसके प्रति जागरूक किया जाता है.

Also Read: Vastu Money Tips: इस पेड़ की पत्तियां दूर करेंगी आर्थिक तंगी, बस करना होगा ये 3 वास्तु टिप्स

Next Article

Exit mobile version