World NGO Day 2023 history, significance, importance: विश्व एनजीओ दिवस (World NGO Day) हर साल 27 फरवरी को दुनिया भर के कई देशों में मनाया जाता है. गैर-सरकारी संगठन या गैर सरकारी संगठन समाज के उत्थान में काम करते हैं. यह गैर-सरकारी और गैर-लाभकारी संगठनों को पहचानने, जश्न मनाने और सम्मानित करने के लिए एक अंतरराष्ट्रीय दिवस है और जो समाज को रहने के लिए एक बेहतर जगह बनाने में अपना समय और प्रयास करते हैं.
एनजीओ का मतलब है नॉन-गवर्नमेंट ऑर्गनाइज़ेशन यानी गैर-सरकारी संगठन. ये संगठन सरकार के साथ पंजीकृत होते हैं. ये अलग-अलग क्षेत्रों में कार्य करते हैं. इनका काम है, जो जरूरतमंदों की मदद करना. कुछ एनजीओ इंसानों की मदद के लिए, तो कुछ जीवों की बेहतरी के लिए कार्य करते हैं. ये मदद करने के लिए किसी से किसी भी तरह का शुल्क नहीं वसूलते हैं. लोगों और जीवों की मदद के लिए सरकार इन एनजीओ को आर्थिक सहायता प्रदान करती है, जिससे वे समाज की बेहतरी के लिए अच्छे से अच्छा कार्य कर सकें.
यूनाइटेड नेशन ने 27 फरवरी 2014 को विश्व एनजीओ दिवस के रूप में मनाने की घोषित की थी. विश्व एनजीओ दिवस का मुख्य लक्ष्य दुनिया भर के ऐसे संगठनों को लेकर लोगों को जागरूक करना है. जो विश्व को बेहतर बनाने के क्षेत्र में काम कर रहे हैं.
2010 में, विश्व एनजीओ दिवस को आधिकारिक तौर पर लिथुआनिया (Lithuania) में बाल्टिक सागर राज्यों के IX बाल्टिक सागर NGO फोरम परिषद के सदस्य देशों द्वारा मान्यता प्राप्त हुई थी. बाल्टिक सागर NGO फोरम के सदस्य देश डेनमार्क (Denmark),एस्टोनिया (Estonia), फिनलैंड (Finland), जर्मनी (Germany), आइसलैंड (Iceland), लातविया (Latvia), लिथुआनिया (Lithuania), पोलैंड (Poland), रूस (Russia), नॉर्वे (Norway) और स्वीडन (Sweden) हैं. 27 फरवरी, 2014 को फिनलैंड की राजधानी हेलसिंकी (Helsinki) में पहली बार विश्व NGO दिवस मनाया गया. इस आयोजन की मेजबानी फिनलैंड के विदेश मंत्रालय द्वारा की गई थी. हेलसिंकी ((Helsinki) में आयोजित कार्यक्रम में सैकड़ों NGO, यूएन, यूनेस्को और यूरोपीय संघ के अंतर्राष्ट्रीय नेता एकत्र हुए थे.यूनेस्को के सहायक महानिदेशक एरिक फाल्ट (Eric Falt) के अनुसार: “This is an opportunity to raise the flag for the NGOs and simply recognises the way they change the world we live in…”
आपको बता दें कि विश्व एनजीओ दिवस मनाने के लिए माननीय सद्भावना राजदूत के रूप में श्री जफर इकबाल (Mr. Zafar Iqbal) ने घोषणा की थी. वह “द NGO वर्ल्ड” के संस्थापक हैं. 2014 में, पाकिस्तान में, उन्होंने पहली बार इस दिवस को मनाने का अवसर लिया. तब से हर साल 27 फरवरी को पाकिस्तान के सामाजिक / गैर सरकारी संगठन के लिए एक मंच प्रदान करने के उद्देश्य से विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है ताकि वे अपने अनुभवों को साझा कर सकें, उनकी उपलब्धियों और अधिक अच्छे के लिए नेटवर्किंग पर फोकस कर सकें.