World Post Day 2022: विश्व डाक दिवस हर साल 9 अक्टूबर को मनाया जाता है. इस दिवस की शुरुआत 1969 में हुई थी उसी साल पहला विश्व डाक दिवस मनाया गया था. तभी से हर साल इसे 9 अक्टूबर के दिन मनाया जाता है.
स्वीडन की राजधानी बर्न में 1874 में यूनिवर्सल पोस्टल यूनियन (यूपीयू) की स्थापना समारोह मनाने के लिए विश्व डाक दिवस मनाया जाता है. 1969 में जापान के टोक्यो में हुई यूनिवर्सल पोस्टल यूनियन की बैठक में कांग्रेस द्वारा 9 अक्टूबर को डाक दिवस घोषित किया गया था. तब से पूरी दुनिया में हर साल लगभग 150 देश विश्व डाक दिवस मनाते हैं. इस अवसर पर पर कई देश नई सेवाएं भी शुरू करते हैं.
विश्व डाक दिवस के माध्यम से लोगों को रोजगार के अवसर प्राप्त होते हैं. इस दिवस को मुख्य तौर पर लोगों में डाक सेवाओं की भूमिका के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए इस दिवस को मनाया जाता है. इसके उद्देश्य की बात करें तो इसका मुख्य उद्देश्य देशों के विकास सेवा के आर्थिक और सामाजिक महत्व को आगे बढ़ाना है.
अपने देश में आधुनिक डाक व्यवस्था की शुरुआत 18वीं सदी से पहले हुई. वर्ष 1766 में लॉर्ड क्लाइव द्वारा स्थापित डाक व्यवस्था का विकास वारेन हेस्टिंग्स ने वर्ष 1774 में कोलकाता जीपीओ की स्थापना करके किया. चेन्नई एवं मुंबई के जनरल पोस्ट ऑफिस क्रमश: वर्ष 1786 एवं 1793 में अस्तित्व में आये.
हर वर्ष विश्व डाक दिवस यानी वर्ल्ड पोस्ट डे 9 अक्तूबर को मनाया जाता है. इसको मनाने का मुख्य उद्देश्य है ग्राहकों को डाक विभाग के बारे में जानकारी देना, उन्हें जागरूक करना और डाकघरों के बीच सामंजस्य को स्थापित करना होता है. इस दिवस को स्विट्जरलैंड के बर्न में वर्ष 1874 में यूनिवर्सल पोस्टल यूनियन (यूपीयू) की स्थापना की याद में मनाया जाता है. अपना देश भी 1 जुलाई, 1876 में यूनिवर्सल पोस्टल यूनियन का सदस्य बना था. इस सदस्यता को लेने वाला भारत एशिया का पहला देश है. वहीं 1 अक्तूबर, 1854 में भारत सरकार ने डाक के लिए एक विभाग की स्थापना की थी.