World Snake Day 2022: 16 जुलाई को विश्व सर्प दिवस मनाया जा रहा है. आज दुनिया भर में लोग सांप के प्रति अपना प्यार दिखाने के लिए तरह-तरह के आयोजन करते हैं. लोगों को सांप के बारे में जागरूक करते हैं.
टेक्सास में सन् 1967 में सांपो को लेकर एक फर्म शुरू हुई जो 1970 तक काफी मशहूर हो गई. इस फर्म ने लोगों को सांपो के बारे में जागरूक करना शुरू कर दिया. इसे फर्म ने 16 जुलाई को विशेष आयोजन किए जिसके बाद कई एनजीओ ने इस दिन सांपो के बारे में जागरूकता फैलाना शुरू कर दिया और फिर आम लोगों में प्रचलित हो गया.
सांप जिन्हें सर्प या नाग भी कहा जाता है, भारत में देव तुल्य माना जाता है. उनकी पूजा तक की जाती है. लेकिन सांप के बारे में भारत सहित दुनिया में बहुत गलतफहमियां हैं. ये बहुत अहम जीव होते हैं और पर्यावरण के लिए बहुत अधिक अहमियत रखते है. लेकिन लोगों को इसको लेकर डर ज्यादा है और इसी जीव को लेकर बहुत सारी दंत कथाएं भी बनी हैं.
बता दें कि सांप उन प्राणियों में से एक है जिसके बारे में सबसे ज्यादा गलतफहमियां हैं. हालांकि, भारत में सांप के एक प्रजाती जिसे ‘नाग’ कहा जाता है. उसे देव तुल्य माना जाता है और नाग पंचमी के दिन उनकी पूजा की जाती है. लेकिन फिर भी भारत में सांपों को लेकर कई भ्रांतियां हैं. मालूम हो कि सांप पर्यावरण के लिए बहुत ही अहम जीव होते है. लेकिन लोग इससे इतने डरे होते हैं कि जहां भी देखते हैं हमला कर मार देते हैं.
मालूम हो कि भारत में सांपों की लगभग 270 प्रजातियां पायी जाती हैं. जिनमें से लगभग 50 ही ऐसी प्रजातियां हैं जो जहरीली है. इनमें से सिर्फ 15 ऐसी प्रजातियां हैं जिनके काटने से इंसान की जान जा सकती है.