World Sparrow Day 2023: विश्वभर में आज गौरैया दिवस (World Sparrow Day) आज 20 फरवरी को मनाया जा रहा है. विश्व के कई देशों में गौरैया पाई जाती है. यह दिवस लोगों में गौरेया के प्रति जागरुकता बढ़ाने और उसके संरक्षण के लिए मनाया जाता है. बढ़ते प्रदूषण सहित कई कारणों से गौरैया की संख्या में काफी कमी आई है और इनके अस्तित्व पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं. यहां जानें इस खास दिवस का इतिहास और क्या है इस दिन का महत्व
इस साल विश्व गौरैया दिवस 2023 की थीम है ‘आई लव स्पैरो.’ विश्व गौरैया दिवस की स्थापना द नेचर फॉरएवर सोसाइटी के संस्थापक मोहम्मद दिलावर (Mohammed Dilawar) ने की थी. उन्होंने जैव विविधता फोटो प्रतियोगिता, वार्षिक स्पैरो अवार्ड्स, प्रोजेक्ट सेव अवर स्पैरो और कॉमन बर्ड मॉनिटरिंग ऑफ इंडिया कार्यक्रम सहित कई परियोजनाएं शुरू कीं. पहला विश्व गौरैया दिवस वर्ष 2010 में आयोजित किया गया था. 2011 में, वर्ल्ड स्पैरो अवार्ड्स की स्थापना की गई थी. यह पुरस्कार उन व्यक्तियों को मान्यता देता है जिन्होंने पर्यावरण संरक्षण और सामान्य प्रजातियों के संरक्षण में महत्वपूर्ण योगदान दिया है.
गौरैया का वैज्ञानिक नाम पासर डोमेस्टिकस और सामान्य नाम हाउस स्पैरो है. इसकी ऊंचाई 16 सेंटीमीटर और विंगस्पैन 21 सेंटीमीटर होते हैं. गौरैया का वजन 25 से 40 ग्राम होता है. गौरैया अनाज और कीड़े खाकर जीवनयापन करती है. शहरों की तुलना में गांवों में रहना इसे ज्यादा पसंद है.
गौरैया का वैज्ञानिक नाम पासर डोमेस्टिकस है. यह पासेराडेई परिवार का हिस्सा है. विश्व के विभिन्न देशों में यह पाई जाती है. यह लगभग 15 सेंटीमीटर के होती है मतलब बहुत ही छोटी होती है. शहरों के मुकाबलों गांवों में रहना इसे अधिक सुहाता है. इसका अधिकतम वजन 32 ग्राम तक होता है. यह कीड़े और अनाज खाकर अपना जीवनयापन करती है.